उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के बीच 17 साल बाद हुआ परिवहन समझौता
- उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्रियों की सहमति से हुआ करार
- यूपी में उत्तराखंड की बसें अब 1725 ट्रिप चलेंगी
लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि परिवहन और पर्यटन भारत की सांस्कृतिक एकता को सुदृढ़ करते हैं इसलिए पूरे देश में पर्यटन एवं परिवहन सेवाओं को और सुविधाओं को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। मुख्यमंत्री लखनऊ में अन्तर्राज्यीय बस सेवाओं को सुगम और सुदृढ बनाने के लिए उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड राज्य तथा उत्तर प्रदेश एवं जम्मू कश्मीर राज्य के मध्य पारस्परिक परिवहन समझौते पर हस्ताक्षर कार्यक्रम के
अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्हो ने कहा कि यह समझौते केदारनाथ को विश्वनाथ तथा अमरनाथ को विश्वनाथ से जोड़ने का प्रयास है । ये समझौते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की एक भारत, श्रेष्ठ भारत की संकल्पना को साकार करने में मील का पत्थर साबित होंगे।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के साथ परिवहन समझौता वर्षों से लम्बित चल था।उन्होंने समझौते के लिए कार्यक्रम में उपस्थित उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को बधाई देते हुए उन्होंने भरोसा जताया कि समझौते दोनों राज्यों के पर्यटकों को परिवहन की आधिकारिक सुविधाएं सुलभ होंगी ।मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि जम्मू और कश्मीर राज्य के साथ पारस्परिक समझौते से उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन द्वारा जम्मू और कश्मीर राज्य में तीन मार्गो -मथुरा-दिल्ली-कटरा (वाया यमुना एक्सप्रेस वे ) (874 कि0मी0), सहारनपुर-अम्बाला-जालंधर-पठानकोट-जम्मू -कटरा (552 कि0मी0) तथा मुजफ्फरनगर-हरिद्वार-जम्मू-कटरा (634 कि0मी0) मार्ग पर बसों का संचालन किया जाएगा।
इसी प्रकार जम्मू और कश्मीर राज्य द्वारा उत्तर प्रदेश में भी तीन मार्गों -जम्मू -लखनऊ वाया दिल्ली-कानपुर एवं वापसी (1229 कि0मी0), जम्मू-अलीगढ वार्या आइ.एस.बी.टी.-कश्मीरी गेट तथा आई.एस.बी.टी.-सराय काले खां वाया यमुना एक्सप्रेस -वे एवं वापसी (864 कि0मी0) तथा जम्मू -आगरा-आगरा वाया आई। एस.बी.टी- कश्मीरी गेट तथा आई.एस.बी.टी.-सराय काले खां वाया यमुना एक्सप्रेस -वे एवं वापसी (927कि0मी0) पर बसों पर संचालन किया जाएगा।
योगी ने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य के साथ समझौते से उत्तर प्रदेश परिवहन निगम उत्तराखण्ड राज्य में 216 मार्गो पर लगभग एक लाख 40 हजार कि0मी0 तथा उत्तराखण्ड परिवहन निगम द्वारा उत्तर प्रदेश में 335 मार्गों पर दो लाख 50 हजार कि0मी0 से अधिक प्रतिमाह बसों का संचालन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पारस्परिक समझौतो से जिन स्थलों से बसों का संचालन होगा, वे आस्था और पर्यटन से ही सम्बद्ध नही है , बल्कि देश की एकता के लिए भी आवश्यक हैं । ऐसे पारस्परिक समझौतों के महत्व पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राजस्थान राज्य के साथ इस प्रकार का समझौता पहले ही कर चुकी है। हरियाणा राज्य के साथ समझौता शीघ्र ही होगा। अन्य राज्यों के साथ भी इस प्रकार के पारस्परिक समझौतों को मूर्तरूप दिया जाएगा। योगी ने कहा कि प्रदेश का पर्यटन विभाग हरिद्वार, उत्तराखण्ड में यू.पी. भवन के रूप में भवन निर्माण करेगा । राज्य सरकार अन्य प्रदेशों के भी प्रमुख पर्यटन और धार्मिक स्थलों पर,भूमि उपलब्ध होने पर, पर्यटन विभाग के माध्यम से ऐसे भवन निर्माण कराना चाहेगी । प्रदेश के श्रद्धालु बड़ी संख्या में वैष्णो देवी, अमरनाथ, केदारनाथ, बद्रीनाथ, पश्चिम बंगाल के गंगा सागर आदि धार्मिक स्थानों पर जाते हैं । यदि वहां की राज्य सरकारें भूमि उपलब्ध कराएं,तो प्रदेश सरकार इन स्थलों पर यू.पी. भवन बनाना चाहेगी। अन्य राज्य भी यदि उत्तर प्रदेश में अपना भवन बनाना चाहेंगे, तो राज्य सरकार स्थान उपलब्ध
कराएगी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उत्तराखण्ड राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। आज ही हमारे द्वारा उत्तराखण्ड में ई-चालान, स्मार्ट डी.एल. तथा स्मार्ट रजिस्ट्रशन की शुरुआत भी की गई है। उन्होंने कहा 17 वर्ष की लम्बी प्रतीक्षा के बाद आज यह समझौता सम्भव हुआ है। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कार्यशैली की प्रशंसा करते हुए कहा कि योगी जी की त्वरित निर्णय लेने की क्षमता से ही उत्तरप्रदेश और उत्तराखण्ड के मध्य 36 नहरों और अलकनन्दा होटल आदि के बारे में समझौता सम्भव हुआ है।
वहीँ कार्यक्रम को जम्मू कश्मीर राज्य के परिवहन मंत्री सुनील कुमार शर्मा, उत्तराखण्ड राज्य के परिवहन मंत्री यशपाल आर्य तथा उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्रदेव सिंह ने भी सम्बोधित किया।
कार्यक्रम के दौरान उत्तर प्रदेश की प्रमुख सचिव परिवहन श्रीमती आराधना शुक्ला, उत्तराखण्ड राज्य के परिवहन सचिव एवं आयुक्त सैंथिल पांडियन तथा जम्मू और कश्मीर राज्य के परिवहन सचिव एवं आयुक्त हेमंत कुमार शर्मा ने समझौतों पर हस्ताक्षर किए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री तथा उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री एवं उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) तथा जम्मू और कश्मीर राज्य के परिवहन मंत्री के बीच समझौतों का आदान-प्रदान किया गया।
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, नगर विकास एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना सहित प्रदेश सरकार के मंत्रीगण, उ.प्र. राज्य परिवहन निगम के अध्यक्ष प्रवीर कुमार एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
दोनों राज्यों के मध्य हुए बहुप्रतीक्षित परिवहन समझौते के बाद उत्तराखंड के रोडवेज कर्मियों में खुशी की लहर दौड़ गई। उत्तराखंड रोडवेज इंप्लाइज यूनियन के प्रांतीय महामंत्री रवि पचौरी ने कहा कि यह तभी संभव था, जब दोनों प्रदेशों में एक ही दल की सरकार हो। भाजपा सत्ता में आई तो परिवहन करार की उम्मीद जग गई थी। वहीं, उत्तरांचल रोडवेज कर्मचारी यूनियन के प्रांतीय महामंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि करार के बाद अब चालकों के साथ उत्तर प्रदेश में बदसलूकी नहीं होगी, न ही हमारी बसें बंधक बनाई जाएंगी।