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पर्यटन विभाग ने कर डाला शौचालय घोटाला

बिना टेंडर प्रक्रिया के ही खरीद डाले नौ शौचालय, एक की कीमत साढ़े 16 लाख रूपये 

चर्चा है कि ”ऊपर” के आदेश पर हुई शौचालयों की ख़रीद 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
देहरादून : उत्तराखंड में वर्ष 2014 का पॉली हाउस घोटाला तो आपको याद होगा ही ठीक उसी तर्ज पर इस बार सूबे के पर्यटन विभाग में शौचालय घोटाला हो गया है। घोटाला हम इस लिए कह रहे हैं कि विभाग ने बिना टेंडर प्रक्रिया पूरी किये ही नौ शौचालयों को मंगा दिया है। हालांकि यह घोटाला ऊपर की शह पर होना बताया जा रहा है लेकिन ”ऊपर” से दबाव के चलते विभाग पांच शौचालयों को एडजस्ट करने को तैयार हो गया है लेकिन चार को लेकर अभी भी विभाग में कशमकश जारी है कि इन्हें कैसे एडजस्ट किया जाए। 
गौरतलब हो कि बीती 25 सितम्बर को सूबे के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज द्वारा जिन पांच शौचालयों को मसूरी और जॉर्ज एवेरस्ट में लगाए जाने की घोषणा की गयी है वास्तव में वे पांच नहीं नौ हैं जबकि पांच शौचालय अभी और आने बाकी हैं।  जिनमें एक शौचालय की कीमत लगभग साढ़े 16 लाख रुपये बताई जा रही है।  इस तरह से यदि देखा जाय तो पर्यटन विभाग ने ”ऊपर” के आदेश पर लगभग एक करोड़ रूपये का घोटाला कर डाला है।  
शौचालय की जानकारी देते हुए 25 सितम्बर को सूबे के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने खुद ही बताया था कि प्रथम चरण में 5 मोबाइल शौचालयों की व्यवस्था की जा चुकी है। जो कि मसूरी एवं जॉर्ज एवरेस्ट में लगाए जाने हैं। उन्होने बताया कि मोबाइल शौचालय में पुरुष एवं महिलाओं के लिए अलग-अलग व्यवस्था है। महिला शौचालय में 3 सीट और पुरुष शौचालय में 2 सीट एवं एक यूरिनल पोट लगाया गया है। इसमें 2 किलो वाट का सोलर प्लांट भी लगाया गया है जो कि इस मोबाइल शौचालय की बिजली की जरूरत को पूरा करेगा। इसमें 1000 लीटर पानी का टैंक तथा पानी के टैंक को भरने के लिए मोटर की व्यवस्था है जिससे पानी को लिफ्ट करके कहीं से भी भरा जा सकता है। उन्होंने बताया कि सीवर के कनेक्शन के लिए 750 लीटर क्षमता का टैंक इस शौचालय में लगाया गया है तथा इसे एक स्थान से दूसरे स्थान पर आसानी से ले जाया जा सकता है। 
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि अभी कुल 14 मोबाइल शौचालय खरीदना प्रस्तावित है, जिसमें से 5 खरीदे जा चुके हैं। हरिद्वार में चार, जॉर्ज एवरेस्ट मसूरी में पांच, चोपता तुंगनाथ में एक, सतपुली में एक, कौड़ियाला में एक, कण्वाश्रम में एक और कालीमठ में एक शौचालय लगाया जाना प्रस्तावित हैं। उन्होंने बताया कि एक मोबाइल शौचालय की लागत लगभग 16.50 लाख है। जिसे और कम किये जाने का प्रयास किया जा रहा है। पर्यटन मंत्री श्री सतपाल महाराज ने कहा कि हमारा प्रयास है कि उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को किसी प्रकार की कोई भी असुविधा न हो। हमने उत्तराखंड आने वाले पर्यटकों को कई रियायतें भी दी हैं। इसलिए निश्चित रूप से अब पर्यटक उत्तराखंड की ओर रूख अवश्य करेगा।
लेकिन अब सबसे बड़ी बात तो यह है जिन शौचालयों का सूबे के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने लोकार्पण किया तो क्या उनके लोकार्पण से पहले मंत्री महोदय को यह नहीं जानना चाहिए था कि विभाग ने क्या इनकी खरीद के लिए खरीद प्रक्रिया का पालन किया है या नहीं।  लेकिन सूत्र बताते हैं कि ”ऊपर” के आदेश के बाद ये शौचालय पर्यटन विभाग की गले की फांस बन चुके हैं और विभाग पांच शौचालयों को तो एडजस्ट करने को तैयार है लेकिन शेष नौ शौचालयों को वह कैसे कागजों में एडजस्ट करेगा इसके लिए ”ऊपर” से लेकर नीचे तक माथापच्ची जारी है।  
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