देहरादून : मार्च से स्कूल बंद हैं, अभिभावकों की नौकरी को करोना खा गया है, सरकार कई बार कह चुकी है कि छात्रों अभिभावकों से स्कूल जबरन फीस नहीं वसूल सकते हैं लेकिन स्कूल वाले हैं कि न तो सरकार की ही सुनने को तैयार हैं और अभिभावकों की ही दयनीय दशा पर ही उन्हें कोई सरोकार है, उन्हें तो सिर्फ फीस चाहिए वह भी बिना स्कूलों में पढ़ाई के। ऑनलाइन पढ़ाई का नज़ारा तो पूरा उत्तराखंड देख चुका है जहां इंटरनेट तक नहीं चलता वहां भी ऑनलाइन पढ़ाई करवा रहे हैं ऐसे स्कूल।
हरिद्वार से लेकर देहरादून तक यह एक वीडियो वायरल हो रहा है आप भी देखिये ये स्कूलवाला अभिभावक को किस तरह धमका रहा है ऊपर से कहता सुनाई दे रहा है कि फीस तो देनी ही पड़ेगी वरना बच्चे का नाम कटवा दो …. जिस देश का प्रधानमंत्री बच्चों को ”स्कूल चलें हम” अभियान चलाता है , जिस प्रदेश का मुख्यमंत्री बच्चों की पढ़ाई किसी भी तरह से न रुकने दे ने के लिए कृतसंकल्पित है और बच्चों को पढ़ाई के प्रति जागरूक करता है उस प्रदेश के एक स्कूल का मालिक अभिभावकों से फीस को लेकर दुर्व्यवहार करने से भी नहीं चूकता ऐसे स्कूल स्वामी अथवा प्रधानाचार्य के खिलाफ राज्य सरकार को कड़ी से कड़ी कार्रवाही करनी चाहिए।
वायरल वीडियो हरिद्वार के ज्वालापुर के एक स्कूल ग्लोबल बिजडम का बताया जा रहा है, इस वीडियो में स्कूल का प्रधानाचार्य अभिभावकों से साफ़ कहता सुनाई दे रहा है कि या तो फीस भरो या स्कूल से नाम कटवा दो। यही हाल देहरादून के भी कई स्कूलों का है जो अभिभावकों पर दबाव बनाकर फीस वसूलने पर लगे हुए हैं।