धूं-धूं कर जल रहे हैं जंगल, वन महकमा सोया
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग वन प्रभाग के जंगल वनाग्रि की चपेट में आ गये हैं। जिस कारण जहां लाखों की वन सम्पदा को नुकसान पहुंच रहा है, वहीं ग्रामीण बस्तियों में भी आग फैलने का खतरा बना हुआ है। ग्रामीण जनता जान जोखिम में डालकर आग को बुझा रही है, लेकिन वन विभाग को आग लगने की सूचना तक नहीं है।
गर्मी शुरू होते ही जहां पानी की किल्लत गहराने लगी है, वहीं अब जंगलों में आग भी फैलने लगी है। आग के कारण ग्रामीण जनता काफी परेशान हो रही है। रात के समय ग्रामीण आग बुझाने के लिए जंगलों में भाग रहे हैं और वन विभाग है कि गहरी नींद में सोया हुआ है।
इन दिनों बच्छणस्यूं पट्टी के जंगल धूं-धूं कर जल रहे हैं। ग्राम पंचायत दानकोट के कुलेंईगैड़ और जाबर के जंगलों में आग लगी हुई है। आग ग्रामीण क्षेत्रों में ना पहुंचे, इसके लिए ग्रामीणों ने वन विभाग को सूचित किया, लेकिन वन विभाग के कर्मचारी नहीं पहुंचे। जिसके बाद ग्रामीणों ने स्वयं जंगलों में जाकर आग बुझाई। करीब चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। महिला मंगल दल अध्यक्ष लता देवी ने बताया कि दानकोट के जंगलों में लगी आग भीषण रूप धारण कर रही है। आग बुझाने के लिए वन महकमा कोई भी प्रयास नहीं कर रहा है। मात्र गांव-गांव में जागरूकता अभियान चलाकर विभाग अपने दायित्वों से मुंह फेर रहा है।
उन्होंने कहा कि जंगलों में लग रही आग को ग्रामीण जनता बुझा रहे हैं। अगर ग्रामीण जनता आग को नहीं बुझाते तो पौड़ी जिले के कंडास्यूं पट्टी के जंगल भी जलकर राख हो जाते। यह जंगल रुद्रप्रयाग और पौड़ी जिले की सीमा पर स्थित है। वन सम्पदा की रक्षा के लिए गांव की महिलाओं व नव युवकों द्वारा कड़ी मेहनत की गई और अपनी जान की परवाह किये बगैर वन सम्पदा की सुरक्षा की गई। इस दौरान ग्रामीण हनुमंत सिंह, सुमित सिंह, हिमांशु सिंह, सुल्तान सिंह, अखिलेश सिंह, प्रकाश सिंह, धर्म सिंह, मुकेश सिंह, शर्मिला देवी, अंजू देवी, युवरात सिंह, कुसुमलता देवी, बीना देवी, सोना देवी, तनुजा देवी, प्राची रावत, रेखा देवी, कमला देवी, रूकमणी देवी सहित कई मौजूद थी।