छात्रवृत्ति घोटाले में एसआईटी ने पांच लोगों को हरिद्वार से किया गिरफ्तार
- एसआइटी की पकड़ में गीताराम नौटियाल के एक रिश्तेदार का मामला
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही एसआईटी ने गड़बड़ घोटाले के बहुचर्चित मामले में रविवार को एक और बड़ा कदम उठाते हुए रुड़की तथा भगवानपुर क्षेत्र के दो निजी शिक्षण संस्थानों के संचालकों तथा एक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है। एसआईटी की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार गिरफ्तार किए गए लोगों में वाईपी सिंह, शरद गुप्ता, मुजीब मलिक, मणिका शर्मा और उनकी संस्था से जुड़े लेखाकार शामिल हैं।
गिरफ्तार किए गए सभी लोगों से पुलिस ने घोटाले के संबंध में लंबी पूछताछ की। इस दौरान सामने आई बातों के आधार पर आगे जांच की जा रही है। एसआईटी प्रमुख टीसी मंजूनाथ ने बताया कि अभी जांच पड़ताल की जा रही है। कुछ और संस्थानों के बारे में भी एसआईटी जांच कर रही है।
बता दें कि अभी दो दिन पहले ही सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने करोड़ों के छात्रवृति घोटाले में पूर्व जिला समाज कल्याण अधिकारी अनुराग शंखधर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया था।
एसआइटी ने समाज कल्याण विभाग के संयुक्त निदेशक गीताराम नौटियाल को पूछताछ के लिए नोटिस भेजा है। उन्हें एसआइटी कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है। सूत्र बताते हैं कि गीताराम नौटियाल के एक रिश्तेदार को भी फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति देने का मामला एसआइटी की पकड़ में आया है। इस मामले में डोईवाला तहसील के एक अधिकारी की भूमिका भी संदिग्ध बताई जा रही है। एसआइटी प्रभारी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि गीताराम नौटियाल को पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया गया है।