वरिष्ठ पत्रकार और फोटो जर्नलिस्ट कमल जोशी हमारे बीच नहीं रहे

संदिग्ध हालात में खूंटी से लटका मिला शव
कोटद्वार : घुमक्कड़ पत्रकार और बेमिसाल फोटो जर्नलिस्ट कमल जोशी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। गोखले मार्ग स्थित उनके आवास से पंखे के सहारे उनका शव लटका मिला। जबकि पास में ही लोहे की सीढ़ी रखी हुई थी और जोशी के पैर भी जमीन को छू रहे थे।
पुलिस ने शव को कब्जे में ले लिया है। घटना की जानकारी मिलते ही उनके आवास पर लोगों की भीड़ लग गई। बाजार चौकी के इंचार्ज प्रदीप नेगी ने बताया कि उन्हें फोन पर सूचना मिली कि गोखले मार्ग स्थित आवास में पत्रकार कमल जोशी का शव खूंटी पर लटका हुआ है। इसके बाद मौके पर पहुंच कर शव कब्जे में ले लिया। आसपास के लोगों ने बताया कि स्व. जोशी रोजाना की तरह सोमवार सुबह घूमकर घर लौटे थे। नौ बजे के बाद वह नजर नहीं आए।
शाम को किसी काम से पड़ोसी युवक उनके आवास पर पहुंचा तो अंदर का दृश्य देखकर हक्का-बक्का रह गया। उसने आसपास के लोगों को घटना की जानकारी दी। जोशी पद्मश्री डॉ. अनिल जोशी के बड़े भाई थे। उधर, मंगलवार को पुलिस ने पत्रकार कमल जोशी की जेब से सुसाइड नोट निकलने की बात कही है। हालांकि देहरादून से फोरेंसिक टीम इसकी जांच कर रही है।
सोशल मीडिया पर भी उन्होंने 29 जून के बाद से कोई सक्रियता नहीं बना रखी थी । श्री कमल जोशी घुम्मकड पत्रकार थे और बेमिसाल फोटो जर्नलिस्ट भी थे। उनके यात्रा वृतांत उत्तराखंड के सरोकारों से ओतप्रोत रहते थे तथा काफी पत्र पत्रिकाओं में छपते रहते थे । उत्तराखंड के पत्रकार जगत सहित उनका सामाजिक दायरा काफी बड़ा था । उनके मिलनसार तथा सरल स्वभाव के कारण लोग उनके असमय अवसान से हतप्रभ हैं।
देवभूमि मीडिया परिवार उनको श्रद्धांजलि अर्पित करता है। मेरा कमल जोशी जी से पुराना नाता रहा है इन्ही सर्दियों में वे मेरे साथ मेरे साथ निलांग -जादूग भ्रमण पर गए थे।