CRIME

अपूर्वा को मुजरिम साबित करना दिल्ली पुलिस के लिए बना चुनौती !

  • बयान ने मामले को धारा 304 गैरइरादतन हत्या की तरफ मोड़ा !

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

देहरादून : उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. नारायण दत्त तिवारी के जैविक पुत्र की पत्नी जिसे दिल्ली पुलिस और क्राइम ब्रांच ने रोहित शेखर तिवारी की ह्त्या का आरोपी बनाया है को लेकर  जांच कर रहीं पुलिस टीम के सामने अब अबसे बड़ी चुनौती अपूर्वा को मुजरिम साबित करने की आन खड़ी हुई है। 

हालाँकि अपूर्वा की गिरफ्तार करने के बाद पुलिस और क्राइम  टीम ने उसे साकेत कोर्ट में पेश किया था जहां अपूर्वा ने अपना बयान दर्ज कराया और उसमें उन्होंने कबूल किया कि रोहित शेखर की हत्या उसी के हाथों से हुई है। वहीँ कोर्ट में दिए गए अपने बयान में अपूर्वा ने बताया, ‘उत्तराखंड से लौटने के बाद रोहित और उसके बीच झगड़ा हुआ और इसी बीच कुछ ऐसे हालात बने कि रोहित का गला दब गया और उसका दम घुट गया। 

अपूर्वा के इस बयान ने दिल्ली पुलिस , क्राइम ब्रांच और सीबीआई की फॉरेंसिक टीम द्वारा अब तक जुटाए सारे सुबूत धरे के धरे रह गए, क्योंकि पुलिस और क्राइम ब्रांच मामले में अपूर्वा को हत्या आरोपी बनाकर उसपर पुलिस धारा 302 का मामला बनाकर उसके द्वारा हत्या की गयी है को साबित करने पर जुटी हुई थी लेकिन अपूर्वा के बयान ने पुलिस व क्राइम ब्रांच की कहानी को नकारते हुए मामले को धारा 304 गैरइरादतन हत्या की तरफ मोड़ दिया है। अब दिल्ली पुलिस और क्राइम ब्रांच के सामने यह मुश्किल हो गयी है कि वह कैसे अपूर्वा को मुजरिम बनाती है।

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