पहले पहाड़ के भोले युवाओं को किया गुमराह, अब मीडिया को बना रहा मोहरा
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : जिस तरह पकिस्तान में बैठे आतंकी हिन्दुस्तान के खिलाफ़ कभी जैश –ए-मोहम्मद तो कभी आईएसआईएस तो कभी आईएसआई व अन्य आतंकी घुसपैठियों को फंडिंग कर भारत के खिलाफ आतंकी अभियान चलाए हुए हैं ठीक उसी तर्ज पर एक ‘’गैंग मास्टर’’ त्रिवेंद्र सरकार के खिलाफ अब ‘’फंडिंग’’ अभियान चला रहा है। यह गैंग लीडर अब सरकार विरोधी अभियान के लिए फंडिंग करने को तैयार है यह बात हम नहीं कई छोटे अखबार मालिकों की एक बैठक में तब हुई जब इसकी ओर से इस आशय का प्रस्ताव किया गया।
‘’सरकार को ब्लैक मेल करने ’’ के खेल में फेल होने के बाद गैंग लीडर बुरी तरह से बौखलाया हुआ है। त्रिवेंद्र सरकार के खिलाफ अपने एक सियासी आका के इशारे पर सोशल मीडिया में इसने एक अभियान सा चला रखा है। इसने पहले तो उन पहाड़ के भोले युवाओं को गुमराह किया और सरकार के खिलाफ भड़काया। इसी दौरान इसके झांसे में आकर एक युवा को जहां जेल जाना पड़ा था वहीँ एक अन्य युवा अब मुकदमें में फंस गया है इस युवक के सहारे सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति के तहत इस सख्स ने इस युवा पर डोरे तो डाले लेकिन और साजिश को समझते ही इस युवा ने इस गैंग लीडर से दूरी बना ली और अपने बचाव के रास्ते तलाश रहा है। इस घटना के बाद से अब पहाड़ के भोले-भाले युवाओं की समझ में आ गया है कि यह शातिर उन लोगों का किस तरह से इस्तेमाल अपने स्वार्थ के लिए कर रहा है।
चर्चा है कि इस गैंग लीडर ने पहले तो वेब मीडिया वालों को अपने जाल में फंसाया और अब पहाड़ के छोटे अखबार वालों को अपने झांसे में लेने की कोशिश की है। पिछले दिनों इन अखबार वालों ने एक मीटिंग की और अपनी मांग पूरी न होने पर सरकार के विरोध में दिल्ली तक अभियान चलाने की घोषणा की थी। इसकी जानकारी होते ही इस शातिर ने कहा कि त्रिवेंद्र सरकार के खिलाफ होने वाले किसी भी आंदोलन के लिए वह अपने स्तर से आर्थिक मदद करेगा। इस बात की पुष्ट एक न्यूज पोर्टल ने 18 अक्टूबर को प्रकाशित किसी का नाम लिए बगैर इस सच्चाई का खुलासा अपनी खबर में किया है।
इस शातिर की इस पेशकश से साफ हो गया है कि यह किसी भी कीमत पर त्रिवेंद्र सरकार के खिलाफ माहौल बनाने को तैयार है। बताया जा रहा है कि इस शातिर को दिल्ली में बैठे एक हवाई नेता की पूरी शह है।