मोदी बोले: कड़क चाय बनाने वाले ने लिए कड़क निर्णय तो हिल गए अमीर
गरीब चैन की नींद सो रहा, कालेधन वालों की उड़ी नींद
वाराणसी : गाजीपुर में पहली परिवर्तन रैली करने पहुंचे मोदी ने एक बार फिर काले धन पर प्रहार किया। मोदी ने कहा कि हिन्दुस्तान में धन की कोई कमी नहीं है। लेकिन धन जहां होना चाहिए, वहां नहीं है। जहां नहीं होना चाहिए वहां ढेर लगे हैं। परिवर्तन रैली में जाने से पहले आरटीआई मैदान में ही बने दूसरे मंच से मोदी ने गाजीपुर को कई सौगातें भी दीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजीपुर वालों को भोजपुरी में संबोधित करना शुरू किया। शहीद पूजनराय, वीर अब्दुल हमीद समेत अन्य लोगों को नमन करने के साथ सेना में मौजूद पांच हजार नौजवानों का अभिनंदन भी किया। उन्होंने नोटबंदी पर कहा कि कुछ लोगों को ज्यादा तकलीफ हो रही है। ये वो लोग हैं जो पीछे से हंसते हैं, कहते हैं और हल्ला करो। उन्होंने कहा कि ईमानदारी के नाम पर जो लोग देश को गुमराह कर रहे हैं, वह लोगों को बताएं कि क्या काला धन चलना चाहिए, भ्रष्टाचार चलना चाहिए।
मोदी ने कहा कि 2014 में ही वादा किया था कि जो भ्रष्टाचार चल रहा है उसके खिलाफ लड़ाई लड़ूंगा। लोगों ने जनादेश दिया। अगर 500-1000 की नोट बंद कर रहा हूं तो उसी आदेश को पूरा कर रहा हूं। केवल 50 दिन मांगे हैं। हमारे बैंक के लोग आपकी मदद के लिए 18-18 घंटे काम कर रहे हैं। छुट्टियों के दिन भी काम कर रहे हैं। उनकी मदद कीजिये। आप लोग सक्रिय होकर के गांव-गांव लोगों को धैर्य दें।
गहमरी का नाम लेकर नेहरू पर निशाना
नरेंद्र मोदी ने गाजीपुर के सांसद विश्वनाथ प्रसाद गहमरी के दर्द के बहाने नेहरू पर निशाना साधा अौर 1962 में बनी पटेल कमेटी की रिपोर्ट को लागू करने की बड़ी शुरुआत भी कर दी। मोदी ने कहा कि 1962 में विश्वनाथ गहमरी संसद में भाषण करते तो पूर्वांचल का दर्द बयां करते हुए उनकी आंखों से आंसू बहते थे। एक बार उन्होंने भाषण देते समय नेहरू से कहा कि पंडित जी आप यूपी से प्रधानमंत्री बने हो। उसी यूपी में एक पूर्वांचल है। यहां गरीबी इतनी ज्यादा है कि लोग गोबर में से गेहूं के दाने निकालकर, उसे धोकर अपना पेट भरते हैं। गहमरी की बात सुनकर पूरी संसद की आंखों में आंसू थे। तब पंडित नेहरू ने एक पटेल कमेटी बनाई थी।
गुजरात के एचएन पटेल की कमेटी ने रिपोर्ट में बताया कि इस क्षेत्र के लिए क्या-क्या करना चाहिए। पंडित जी चले गए। उनके बाद भी कई पीएम आए अौर चले गए। किसी ने कुछ नहीं किया। मेरा नंबर यूपी के नौवे प्रधानमंत्री के रूप में आया है। मैंने 14 नवंबर की तारीख इसीलिए गाजीपुर आने के लिए चुनी ताकि पंडित जी की आत्मा कहीं भी हो उन्हें पता चले कि आप जिस दर्द को कागजों में दबा कर चले गए, ठीक आपके जन्मदिन पर ही वो अधूरा काम पूरा करने की शुरुआत हो रही है। पंडित जी आपको ऐसी श्रद्धांजलि आज से पहले किसी ने नहीं दी होगी। 1962 में कहा गया था कि गंगा जी पर पुल बनाकर रेल की पटरी डाल दी जाए, ताकि इस इलाके को विकास से जोड़ा जाए लेकिन नेता आए वोट लिया, तालियां बजवाईं लेकिन कुछ नहीं हुआ। आज पटेल की उस सिफारिश को लागू करने की शुरुआत हो गई है।
अापकी तकलीफ का एहसास है
मोदी ने कहा कि मुझे पता है कि आपको तकलीफ हो रही है। आम लोगों को जो तकलीफ हो रही है, उसकी मुझे बहुत पीड़ा है। रात-रात भर जगकर के जितना मुझसे हो सकता है, कर रहा हूं। घर में शादी हो तो घर में कलर कराते हैं। उस कलर की गंध कुछ समय तक रहती है, तकलीफ होती है। कोई भी नया काम करो तो तकलीफ होती है। बस इरादा नेक होना चाहिए। यह सब जो किया जा रहा है, देश की भलाई के लिए है। हमारा मकसद गांव की भलाई, गरीब की भलाई है।
नोटों की माला पहनने वाले चिंतित
मोदी ने कहा कि जो राजनीतिक दल परेशान हैं, उनकी चिंता का कारण हमें पता है। जो लोग नोटों की माला पहनते थे,वही लोग चिंतित हैं। नोटों की ऐसी-ऐसी मालाएं रखती थी कि मुंडी भी नहीं दिखती थी। मोदी ने कहा कि एमपी में कर्मचारियों के घरों से छापेमारी में बिस्तरों से नोट निकलते थे। ये गरीबों के पैसे थे। एक-एक घर में कैसे चेक किया जाता, इसलिए यह कदम उठाया गया है।
कांग्रेस पर निशाना, सपा-बसपा का नाम नहीं लिया
मोदी ने पूरे भाषण के दौरान सपा-बसपा का नाम तक नहीं लिया लेकिन कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। मोदी बोले, कांग्रेस कहती है कि जनता को तकलीफ हो रही है। जनता की तकलीफ तो मैं महसूस कर रहा हूं। जनता की तकलीफ की बात करने वाली कांग्रेस बताए कि देश में 19 महीेने आपातकाल लगाकर देश को जेल क्यों बना दिया था। उस जमाने में आपकी पुलिस लोगों के घरों में जाती थी अौर लोगों को डराकर वसूली करती थी। अखबारों पर ताला लगवा दिया था। ईमानदार संपादकों को जेल में डाल दिया था। यह सब क्या भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए किया था? यह सब केवल इंदिरा गांधी की गद्दी बचाने के लिए किया गया था। कोर्ट ने उनका निर्वाचन रद कर दिया तो लोगों को तकलीफ दी गई।
मोदी ने कहा कि कांग्रेस वाले मुझे समझा रहे हैं, किस कानून से नोट बंद कर दिया।आपकी सरकार थी तो चवन्नी बंद कर दी थी, तो किस कानून से बंद किया। आप चवन्नी से आगे चल नहीं सके। आपने अपनी बराबरी का काम किया हमने अपनी बराबरी का काम किया।
देश के विकास की नींव रख दी है
मोदी ने कहा कि मेरा सौभाग्य है कि दो साल में दूसरी बार मुझे यहां आने का मौका मिला। आप लोगों ने मुझ पर भरोसा किया। आपने न सिर्फ मनोज सिन्हा को सांसद बनाया बल्कि देश के विकास के लिए नींव बनाने का काम किया। अगर देश 2014 में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का काम न करता तो न काले धन वालों को चिंता होती न भ्रष्टाचारियों को चिंता होती।
गरीब चैन की नींद सो रहा, अमीर नींद की गोलियां खोज रहा
मोदी ने कहा कि आप के वोटों के कारण गरीब चैन की नींद सो रहा है अौर अमीर नींद की गोलियां खरीदने के लिए बाजार में चक्कर काट रहा है।आपका प्यार मेरे सिर-आंखों पर है। मैंने कहा था कि आप जो प्यार दे रहे हैं। उसे विकास करके ब्याज समेत वापस करूंगा। गोरखपुर में फर्टिलाइजर का कारखाना के बारे में कोई सोच भी नहीं सकता था कि उसे फिर खड़ा किया जा सकता है। पूर्वांचल का व्यक्ति बीमार पड़ता था तो सोचता था कहां जाऊं। मैंने यहां एम्स देकर उनके विकास का काम भी ईमानदारी से किया है।
ध्यान न देने से इत्र निर्माण बंद हो गया
मोदी ने कहा कि यहां के किसान एक समय कन्नौज से बढ़िया इत्र का निर्माण करते थे। सरकारों के ध्यान न देने से इत्र निर्माण ठप हो गया। यहां जो सब्जी पैदा होती है उत्तम प्रकार की होती है। गंगा के कारण उसका विशिष्ट स्वाद होता है। उसे रखने का साधन हो जाए, उसे बिगड़ने से रोक दिया जाए तो कोलकाता तक के लोग यहां की सब्जी के लिए लालायित हैं। हमने यह पेरिशेबल कार्गों के रूप में इसकी सुविधा दे दी है।
पहली बार प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के रूप में ऐसी योजना दी गई है कि किसान बहुत ही मामूली पैसे से फसल बीमा ले सकता है। बाकि पैसे सरकार देगी। इतना ही नहीं आपकी फसल तैयार हो गई, खेत में ढेर पड़ा है, बाजार में जाना है, अचानक अोला पड़ गया, बारिश हो गई तो भी यह बीमा योजना आपके नुकसान की भरपाई करेगी। बारिश नहीं होने के कारण बुआई नहीं हुई तो भी यह बीमा आपको राहत देगी। अगर प्राकृतिक कारण से किसान बुआई नहीं कर सका तो उसे मुआवजा दिया जाएगा।
कड़क चाय बनाता था इसलिए कड़क फैसले कर रहा
मोदी ने नोट बंदी पर कहा कि मेरा निर्णय थोड़ा कड़क है। मुझे लोग बचपन में कहते थे कि मोदी जी चाय थोड़ा कड़क बनाना क्योंकि गरीब को कड़क चाय पसंद है। लेकिन अमीर का मुंह कड़क चाय से जल जाता है।
आतंकियों-नक्सलियों को मदद देने वाले परेशान
मोदी ने कहा कि आतंकवाद-नक्सलवाद के कारण हमारे नौजवान शहीद हो रहे हैं। आतंकवाद-नक्सलवाद के पास पैसे सीमा पार से आ रहे हैं। वहां से हमारे दुश्मन नकली नोट छाप-छापकर भेज रहे हैं। इन आतंकवादियों और नक्सलियों को दे रहे हैं। जब से हमने नोटों को बंद किया है आतंकियों-नक्सलियों को मदद देने वाले परेशान हैं।
लोगों को भड़काया जा रहा है
मोदी ने कहा कि कुछ लोग लोगों को भड़का रहे हैं। माताअों-बहनों से कह रहे हैं कि शादी के लिए आपने जो पैसे जुटाए उसे मोदी ले रहा है। मोदी ने कहा कि आप लोगों ने जो भी पैसा बचाकर रखा है, उस पर कोई अफसर आंख भी नहीं उठा सकता है। आप उस पैसे को बैंक में जमा कर दीजिये। हमारी सरकार ढाई लाख तक जमा करने वालों से पूछेगी भी नहीं कि पैसे कहां से आए।
गंगा में नोट बहाने से पाप नहीं धुलेंगे
मोदी ने कहा कि रात में गाड़ियां निकलती हैं अौर देखती हैं कि कहीं सीसीटीवी कैमरा तो नहीं है। मुंह पर कपड़े बांधकर कूड़े-करकट में नोट फेंककर लोग भाग रहे हैं। ये लोग भी हाथ आ गए तो इनको छोड़ा नहीं जाएगा। गंगा में अमीर से अमीर आदमी भी फूल चढ़ाता है, दूध चढ़ाता है, शहद अौर दही चढ़ाता है। पांच अौर दस के सिक्के चढ़ाता था लेकिन अब गंगा में नोट बहाए जा रहे हैं। गंगा में नोट बहाकर भी इन लोगों के पाप नहीं धुलेंगे। जिनके पास खजाने भरे हुए हैं वो बहुत ताकत वाले लोग हैं। लेकिन आप लोगों के ताकत के कारण इनसे लड़ाई मोल ली गई है।
ट्रेन के साथ इतिहास का गौरव जुड़ा है
मोदी ने कहा कि जो ट्रेन आज शुरू की जा रहा है उसका नाम शब्दभेदी रखा गया है। इस ट्रेन के माध्यम से हमारा इतिहास, हमारा गौरव याद दिलाया जा रहा है। पहले परिवार के नाम पर ट्रेनें चलती थी। अब महामना के नाम पर ट्रेन चलाई जा रही है।
देश जोड़ने के लिए पुल जरूरीः सुरेश प्रभु
मोदी से पहले लोगों को संबोधित करने पहुंचे रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने कहा कि देश को जोड़ने के लिए सबसे जरूरी पुलों का निर्माण है।प्रभु ने कहा कि आजादी मिलने के बाद भी हमें जैसी आजादी मिलनी चाहिए थी नहीं मिली। उसका कारण था काला धन। अब असली आजादी के लिए कदम बढ़ा दिया गया है।
दो सपने एक साथ पूरे हो रहेः मनोज सिन्हा
मनोज सिन्हा ने पीएम का स्वागत करते हुए कहा कि आज दो सपने एक साथ पूरे हो रहे हैं। गाजीपुर में सड़क औऱ रेल पुल का शिलान्यास पहला सपना और भ्रष्टाचार के खात्मे के लिए उठाए गए कदम से दूसरा सपना पूरा हुआ है। सिन्हा ने कहा कि गंगा पर आज तक सभी पुल कम से कम दस साल में बने लेकिन यहां का पुल केवल साढ़े तीन साल में बनेगा।
कार्यक्रम में ये लोग रहे मौजूद
मोदी के साथ मंच पर रेलमंत्री सुरेश प्रभु, रेल व संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा, मानव संसाधन राज्यमंत्री महेंद्र नाथ पांडेय, परिवार कल्याण व स्वास्थ्य मंत्री अऩुप्रिया पटेल, प्रदेश भाजपा प्रभारी अोम माथुर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य, प्रदेश महिला मोर्चा की अध्यक्ष स्वाति सिंह, बलिया के सांसद भरत सिंह, घोसी सांसद हरिनारायण राजभर, जौनपुर के सांसद केपी सिंह, विधानमंडल दल के नेता सुरेश खन्ना भी मौजूद हैं।
पांच बेटियों को दिया पासबुक
गाजीपुर के सांसद मनोज सिन्हा के आदर्श गांव के दो प्रधानों को मोदी ने सम्मानित किया। दोनों प्रधानों ने गांव के सभी लोगों को डाकघर बचत बीमा योजना से जोड़ दिया है। इसके अलावा पांच बेटियों कुमारी अमृता, कुमारी आलिया, कुमारी दुर्गा नंदिनी, कुमारी नैनशी को सुकन्या समृद्धि योजना का पासबुक का वितरित किया।
इन परियोजनाओं का शिलान्यास अौर लोकार्पण किया
– 1776 करोड़ में मऊ-गाजीपुर-ताड़ीघाट नई लाइन के मध्य गंगा नदी पर रेल व सह सड़क पुल का शिलान्यास
– गाजीपुर-बलिया रेल खंड 65.1 किलोमीटर लंबी रेल लाइन के दोहरीकरण विद्युतीकरण का शिलान्यास
– गाजीपुर से कोलकाता तक शब्दभेदी नई ट्रेन का शुभारम्भ
– 5.17 करोड़ से नवनिर्मित पेरिशबल कार्गों केंद्र का लोकार्पण
मोदी जिंदाबाद के गूंजे नारे
पीएम के आने के दो घंटे पहले से ही मैदान आधा भर गया था। चारों ओर मोदी व मनोज सिन्हा के कटआउट लगाए गए हैं। मैदान खुला होने और धूप कड़ी होने से लोग थोड़ा बेचैन भी हैं। भारत माता की जय, हिंदुस्तान जिंदाबाद, मोदी जिंदाबाद से माहौल गूंज रहा है।
नोटबंदी के बड़े फैसले के बाद बाद उनका भारत में यह दूसरा दौरा है। इससे पहले वह गोवा गए थे, जहां उन्होंने बड़े नोट को लेकर कई महत्वपूर्ण बातों कहीं थीं। रखा साथ ही उन्होंने भारतीय जनता से 50 दिनों का और समय मांगा।