मंत्री रेखा आर्य के पति की फिर से हिस्ट्रीशीट खंगालेगी पुलिस!

- क्या धोखे का शिकार हुआ नरेश ? : पढ़िये पूरा वाक़या
हल्द्वानी : अपने नौकर की किडनी निकलवाकर दूसरी पत्नी को लगाने के आरोप में घिरे राज्य मंत्री रेखा आर्य के पति गिरधारी लाल साहू उर्फ गिरधारी पप्पू की परेशानी बढ़ती जा रही है। हल्द्वानी पुलिस ने पीड़ित पक्ष के साथ-साथ बरेली के हिस्ट्रीशीटर रहे गिरधारी को भी बयान के लिए तलब किया है। इसी बहाने पुलिस गिरधारी की हिस्ट्रीशीट भी सामने लाएगी। इसकी रिपोर्ट शासन को भेजी जाएगी।
बरेली के हिस्ट्रीशीटर रहे गिरधारी लाल साहू के खिलाफ ताजा आपराधिक मामला धोखाधड़ी से किडनी निकालने का तब सामने आया जब पीड़ित नरेश गंगवार ने एसएसपी नैनीताल को लिखित में तहरीर सौंपी। बरेली के ग्राम जशनपुर, थाना शेरगढ़ निवासी नरेश गंगवार के इस पत्र से प्रशासन एवं शासन स्तर पर भी हड़कंप मचा हुआ है। कभी साहू के यहां सुपरवाइजर रहे नरेश ने सीधा आरोप लगाया है कि साहू ने धोखे में रखते हुए श्रीलंका ले जाकर उसकी किडनी निकलवा ली और अपनी दूसरी पत्नी वैजयंतीमाला को ट्रांसप्लांट कर दी।
नरेश गंगवार ने आरोप लगाया है कि शिकायत के बाद से साहू और उसका बेटा धर्मेंद्र मुंह खोलने पर जान से मारने की धमकी भी दे रहे हैं। दरअसल राज्य गठन के बाद से ही साहू की सक्रियता यहां बढ़ गई थी। सोमेश्वर से राजनीति में उसने अपनी दूसरी पत्नी रेखा आर्य को सक्रिय कर दिया। 2012 में विधानसभा चुनाव के दौरान साहू पर अल्मोड़ा जिला प्रशासन ने कार्रवाई की थी। इसके बाद से जमीन से जुड़े मामलों में भी साहू की संलिप्तता के मामले सामने आते रहे हैं। मार्च 2016 में राज्य में सत्ता के संग्राम के दौरान रेखा ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया था। इसके बाद 2017 में वह फिर भाजपा से विधायक बनी और वर्तमान में महिला एवं बाल विकास कल्याण राज्य मंत्री भी हैं। किडनी चोरी प्रकरण में पति का नाम सामने आने के बाद रेखा का कहना है कि मामले में किडनी लेने और देने वाले दोनों की जांच होनी चाहिए। वहीँ गिरधारी लाल साहू ने नरेश के सभी आरोपों को निराधार बताया है।
वहीं, जांच अधिकारी कोतवाल खुशी राम पांडे ने बताया कि इस मामले में साहू एवं नरेश गंगवार दोनों के बयान लिए जाएंगे। साथ ही हिस्ट्रीशीट सहित पूरे प्रकरण की जांच कर उच्चाधिकारियों को भेजी जाएगी।
धोखे का शिकार हुआ : नरेश
गिरधारी लाल साहू के हाथों धोखा खाए नरेश चंद्र गंगवार आर्थिक रूप से भले ही पूरी तरह टूट चुके हैं, लेकिन उनके हौसले अब भी बुलंद हैं।
नरेश चंद्र जी आपका गिरधारी लाल साहू से परिचय कैसे हुआ ?
मैं गिरधारी से १९८४ से परिचित हूं। मेरा गांव उनके यहां से करीब १०-१२ किमी ़ पड़ता है। मेरा वहां से आना&जाना लगा रहता है। आते&जाते कचहरी भी जाता हूं। वहीं उससे मुलाकात हो गई।
तब गिरधारी क्या किया करते थे ?
तब तो वह छोटे&मोटे काम किया करता था। उसके पास था क्या\ कभी डेरी चलाता था] भैंसे ले ली। उसने fla?kkM+s तक बेचे हैं।
यह सब आपके सामने की बात है ?
हां] यह सब हमारे सामने हुआ। इसके बाद इन्होंने जमीनों का काम कर डाला और कालाधन जमा किया इधर&उधर से। एक&एक जमीन को दो&दो] तीन &तीन को बेचा। पार्टियां ?kwerh फिरती थी। आज इसके नाम बैनामा तो कल दूसरी पार्टी आ जाती थी तो उसके नाम बैनामा। यह काम किया है इन्होंने।
साहू ने आपसे किडनी के बारे में क्या बातचीत की ?
मुझसे यह कही थी कि पत्नी वैजयंतीमाला को जरूरत है किडनी की और कहा कि कोई आदमी हो ऐसा तो मिलवा दो। दो चार लाख रुपए खर्च कर देंगे। मैंने कहा २ चार लाख में कौन देगा किडनी] तो उसने कहा पांच लाख खर्च कर दूंगा। हमसे बोले तुम्हें इसकी देख-रेख करनी पड़ेगी। वैजयंतीमाला जब यहां आई। डायालिसिस पर जाती थीं तो बोलती थी बहुत ज्यादा परेशानी है। हमको उसकी देखभाल पर लगाया और साहू की सास भी साथ थी। सास ने कहा था कि १२ लाख रुपए चाहिए। मेरी जिंदगी भर की गारंटी लेनी होगी। फिर सास ने किडनी अपनी बेटी को देने के लिए १२ लाख मांगे।
मतलब १२ लाख रुपए में किडनी अपनी बेटी को देने के लिए पैसे मांग रही थी ?
हां] उन्हें शुगर निकल आई तो किडनी नहीं दे पाई। तब मेरे पासपोर्ट के बहाने मेरा चेकअप करवाया।
मतलब आपसे कहा कि आपका पासपोर्ट बनवाना है इसलिए आपका मेडिकल कराना है, इसके बहाने आपका किडनी टेस्ट मेदांता अस्पताल में करवाया ?
हां] फिर उन्होंने कहा नरेश आपको श्रीलंका चलना पड़ेगा। क्योंकि तुम्हीं को लिए चल रहे हैं। वहां देखभाल भी करना। देखभाल के बहाने मुझे वहां ले गए।
अच्छा आपको यह नहीं कहा कि आपकी किडनी निकालेंगे ?
नहीं-नहीं।
अच्छा आपसे कहा गया कि इनकी किडनी बदली जा रही है। आप इनकी देखभाल करेंगे ?
देखभाल के बहाने ही ले गए और कहा कि यार किडनी मिल नहीं पा रही नरेश] तो तुम्ही दे दो किडनी। बहुत नौर पौर करे। बोले कि तुम्हारे बच्चों की पढ़ाई&लिखाई] लड़की की शादी] पढ़ाई लिखाई सब करेंगे। बिटिया बीबीए कर चुकी थी। मैं सोच रहा था एमबीए करा दूं। पैसा नहीं था हमारे पास। इससे मांगा तो इसने साफ इनकार कर दिया था।
तो आपसे क्या वादा किया था ?
शादी&पढ़ाई और बरेली में मकान। मैं तुम्हें जिंदगी भर बैठ के खिलाऊंगा। ये कहा था उसने।
जब आप श्रीलंका गए तो वहां भी आपके टेस्ट हुए होंगे ?
हां टेस्ट हुए। कम हुए क्योंकि मेदांता के टेस्ट ये लगाए हुए थे वहां। २७ जून २०१५ की शाम को किडनी ट्रांसलांट करवा दी।
आप जब दिल्ली से गए तो साथ में गिरधारी लाल साहू भी था ?
ना।
तो आपके साथ कौन थे ?
धमेंद्र, इसका बहनोई सचिन और सतेंदर यहां तक छोड़ कर आया था। इनकी कहानी पूरी सोची हुई थी। गिरधारी का बहनाई सचिन] गिरधारी की जो सबसे बड़ी बीवी है] उसका दामाद भी साथ श्रीलंका गया था।
गिरधारी लाल साहू कब गया था ?
गिरधारी लाल साहू गया था एक तारीख को] एक जुलाई को।
और वैजयंती माला कब पहुंची थी वहां ?
वह हमारे साथ गई थी। वैजयंतीमाला] धमेंद्र] सचिन हमारे साथ गए थे।
उसके बाद जब आपकी किडनी निकाल दी गई थी तो अस्पताल में रहे कहां ?
वहां २७ की शाम को किडनी निकाली फिर दूसरे दिन डिस्चार्ज कर दिया।
वैजयंतीमाला वहीं रहीं या आपके साथ आईं ?
नहीं वह पांच तारीख को आई हम चार तारीख को आए।
उस दिन जो उसने वादे किए बिटिया की पढ़ाई, शादी?
अरे सर] वह सेलरी नहीं देता दो&दो महीने। आप वादे की बात कर रहे हैं।
और जो ?- बनाने का वादा था उसका कोई मतलब नहीं ?
वह तो आज तक नाम ही नहीं लिया है। पढ़ाई-लिखाई बच्चों की और मकान की कोई बात नहीं।
आपने कभी जिक्र तो किया होगा ?
कई बार किया था। मुझसे बोला मैं क्या करूं। हमने कहा था हमारी लड़की का एडमिशन कराओ] तो बोला वो तो पढ़ी&लिखी है। उसमें मैं क्या कर सकता हूं।
आपने याद नहीं दिलाया कि आपने वादा किया था ?
वादा भूल गया सब। मैंने कहा कि आपने क्या कहा था। बोला शादी होगी जिस दिन तब देख लूंगा थोड़ा बहुत।
और ?kj देने की बात थी वह कुछ नहीं?
वह कुछ नहीं। उसने ?kj देने वाली बात कही थी। हनुमान मंदिर है हल्द्वानी में] वहां।
जब शादी होगी तब दे दूंगा। तब तक आप चाहे जियो मरो ?
कोई मतलब नहीं। कोई हाल खबर नहीं। कोई फोन नहीं कोई परेशानी का हल नहीं। कुछ नहीं। और रूआब से बात करता है।
नरेश जी आप बिल्कुल तैयार हैं क्योंकि जब यह समाचार आएगा तो आप पर वह दबाव डालेगा ?
हम हर तरह से तैयार हैं। हम उससे गोलीबारी करने तक को तैयार हैं। हर तरीका से लड़ने को तैयार हैं।
आप अपराधी नहीं हैं आप एक सज्जन पुरुष हैं ?
केस हम पर भी चले हैं सर। प्रधानी के चुनाव में केस चले हैं। गिरधारी हमारे विधायक का एंटी है। हमारे विधायक वीरेंद्र सिंह का।
ये तो चुनावी रंजिश है। वह तो अपराधी है। हमें आशंका है कि आप पर दबाव डालेगा ?
दबाव पड़ेगा। वह पड़ने दो। उससे कोई फर्क नहीं। हमारी बीवी भी राजनीति में है। बहुत तेज तर्रार है।
आपकी पत्नी सहमत हैं कि आप गिरधारी लाल साहू के खिलाफ जाइए ?
हां] उन्होंने अभी बात करी थी इससे परसों। मुन्नी देवी जी से उसने आधे ?kaVs बात करी। मेरी पत्नी ने उससे कहा कि वह तो मुझे भी डांट रहे थे कि मैंने किडनी दे दी तो तब तुमने मना क्यों नहीं किया।
मतलब आपने श्रीलंका से फोन किया था कि ऐसा कह रहे हैं ?
हां मैंने पत्नी से कहा कि मैंने मना इसलिए नहीं किया कि चलो बच्चे पढ़ जाएंगे तो अच्छा रहेगा। मदद हो जाएगी हमारा पैर टूटा हुआ है। पैर नहीं टूटा होता तो नहीं देते। पैर एक दुर्द्घटना में अलग हो गया था। एक बार बाइक से जा रहा था] सामने नीलगाय आ गई। दो साल तक लाठी के सहारे चले। इतने पर भी इन लोगों ने ये किया। ये किडनी देने से ३&४ साल पहले का मामला है। पहले तो ये था कि खेती करवाते थे। एक दो लाख का गन्ना होता था। अब तो किडनी दे दिया अब कोई काम ही नहीं कर सकते।
इस समय तो आप आर्थिक संकट में होंगे ?
वही तो चक्कर है साहब। मैंने उससे कह कि मेरी जमीन गिरवी पड़ी है। दो लाख रुपए दे दे यार बेटी को एमबीए करवाना है] तो उसने साफ मना कर दिया। बोला मैं नहीं दूंगा।
नरेश जी आपके साहस की दाद देता हूं कि इतने बड़े हिस्ट्रीशीटर रहे व्यक्ति के खिलाफ बोल रहे हैं। हालांकि आज हिस्ट्रीशीट बंद कर दी है।
कहां बंद कर दी है। ये गया था डीआईजी के पास। डीआईजी को इसने हिस्ट्रीशीट बंद करने के लिए जो एप्लीकेशन दी थी वह कप्तान साहब के पास है और नियम ये है कि जब तक केस सब छूटेंगे नहीं तब तक हिस्ट्रीशीटर बंद नहीं होगी।
पर फेसबुक में इन्होंने एक कागज दिखाया जिसमें थाना बारादी बरेली के कोतवाल ने लिखकर दिया हुआ है कि इनकी हिस्ट्रीशीट बंद हो गई है। पता नहीं कागज झूठा है या सच्चा?
नहीं] नहीं गलत है सब। कैसे बंद हो जाएगी साहब] केस चल रहे हैं अभी। सन् ९० का हत्याकांड चल रहा है। आठ महीने जेल रहा था। ८५ या ८६ में १४ महीने जेल में रहा।
तो जैन के अलावा भी कोई मर्डर का आरोप है इस पर?
हां उससे पहले से। दो मुकदमे छूट गए। इस पर गैंगस्टर लगी थी।
इनकी जो पत्नी हैं वैजंयतीमाला वह भी हिस्ट्रीशीटर थी?
जब मायावती की सरकार थी तब उस पर विधायक विरेंद्रर ने लगवाई थी। उसके कई करोड़ रुपए का नुकसान किया इसने। वीरेंद्र सत्तापक्ष का विधायक था। वैजयंतीमाला को उसने जिला बदर करवाया। यह तो नेपाल रहा था दो महीने।
आपने क्या रेखा आर्या जी (मंत्री] उत्तराखण्ड सरकार) को इस किडनी कांड की बाबत बताया?
हां, फुल पता है उनको।
आपसे कभी रेखा जी से इस बारे में संपर्क किया?
नहीं] वह क्या करतीं\ वह साहू के सामने मेरी क्यों सुनती।
आपके साथ जाहिर है उसने गलत किया?
मैं उससे कुछ नहीं कहता। मैं उससे मकान भी नहीं मांगता मगर एक बार बात तो करता। व्यवहार तो करता। कम से कम मेरी बेटी को एमबीए करवा देता बस।
”दि संडे पोस्ट” से हुई बातचीत के अंश के आधार पर