सचिवालय कूच कर रहे अतिथि शिक्षकों पर पुलिस ने फटकारी लाठियां, गिरफ्तार

देहरादून । माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ से जुड़े अतिथि शिक्षकों ने मंगलवार को जुलूस निकालकर सूचिवालय कूच किया, पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के जुलूस को सचिवालय से पहले बैरीकेडिंग लगाकर रोक दिया। इस दौरान अतिथि शिक्षकों की पुलिस के साथ तीखी नोक-झोंक हुई। बैरीकेडिंग को पार करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा लाठियां फटकारी गईं। पुलिस द्वारा बल प्रयोग किए जाने के दौरान कुछ प्रदर्शनकारी चोटिल भी हुए। पुलिस द्वारा बाद में अतिथि शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया गया।
राज्यभर के अतिथि शिक्षक मंगलवार को बड़ी संख्या में प्रदेश अध्यक्ष विवेक यादव के नेतृत्व में परेड मैदान स्थित धरना स्थल पर एकत्रित हुए। वहां से उन्होंने जुलूस निकालकर सचिवालय कूच किया। पुलिस ने जुलूस को सचिवालय से कुछ पहले बैरीकेडिंग लगाकर रोक दिया। रोके जाने पर अतिथि शिक्षकों की पुलिस के साथ तीखी नोक-झोंक हुई। कुछ अतिथि शिक्षकों ने बैरीकेडिंग को पार करने की कोशिश की। इस पर पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग किया गया। इस दौरान कुछ अतिथि शिक्षक चोटिल भी हुए। प्रदर्शनकारी अतिथि शिक्षकों ने पुनर्नियुक्ति की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। बाद में पुलिस ने अतिथि शिक्षकों को गिरफ्तार कर लिया।
अतिथि शिक्षकों का कहना था कि उन्हें बेवकूफ बनाने का काम किया जा रहा है। उन्हें शीघ्र पुनर्नियुक्ति दी जाए। शिक्षा मंत्री कई बार आश्वासन दे चुके है कि अतिथि शिक्षकों के साथ बुरा नहीं किया जायेगा किन्तु विभागीय अधिकारी सरकार को गुमराह कर रहे हैं और ढाई माह के बाद भी अतिथि शिक्षकों के हितों के लिए किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही की गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पिछले दिनों अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति का आश्वासन दिया किन्तु किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है। अभी तक अतिथि शिक्षकों के संबध में उच्च न्यायालय द्वारा दो माह के सेवा विस्तार की कार्यवाही भी आज तक नहीं की गई है और अतिथि शिक्षकों को मजबूरन आंदोलन करना पड़ रहा है।
प्रदर्शनकारियों में कविन्द्र कैन्तुरा, महावीर, राजपाल, हरीश आर्य, लकी राणा, राजू धामी, कृष्णा, दिनेश टम्टा, बलवीर तोमर, दौलत जगूडी, दुर्गा गुनसोला, चांदनी, रूपाली, भूपेन्द्र भंडारी, रविन्द्र सिंह, विनोद सेमवाल, मनीष आदि शामिल रहे।