ऊखीमठ में शराब की दुकान का विरोध हुआ तेज
शराब की दुकान के विरोध में रातभर एसडीएम कार्यालय में दिया महिलाओं ने धरना
विरोध में पंचगांव शराब विरोध महिला संगठन का गठन
रुद्रप्रयाग । बाबा केदार के शीतकालीन गददीस्थल ऊखीमठ में अंग्रेजी शराब की दुकान खोलने के विरोध में महिलाएं सड़कों पर उतर गई हैं। महिलाओं ने शुक्रवार रात को उप जिलाधिकारी का घेराव करते हुये रातभर कार्यालय के बाहर धरना दिया। महिलाएं इतने में भी नहीं मानी और फिर शनिवार को उपजिलाधिकारी कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी रही।
आक्रोशित महिलाओं ने कहा कि किसी भी हाल में यहां शराब की दुकान नहीं खोलने दी जायेगी। धार्मिक स्थलों में शराब की दुकान खुलने से जहां तीर्थ यात्रियों की आस्था को ठेस पहुंच रही है, वहीं युवा पीढ़ी भी नेश की आधी होती जा रही है।
दरअसल, भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गददीस्थल ऊखीमठ में शराब की दुकान का विरोध तेज हो गया है। जहां पहले हाईकोर्ट का निर्णय आने के बाद क्षेत्रीय महिलाओं में खुशी थी, वहीं सुप्रीम कोर्ट द्वारा हाईकोर्ट के निर्णय पर स्टे लेने के बाद ऊखीमठ क्षेत्र की महिलाओं में उबाल आ गया है। शुक्रवार रात को ही महिलाएं सड़कों पर उतर गई। देर रात तक महिलाओं ने भारी संख्या में ऊखीमठ मुख्य बाजार, शराब की दुकान के आगे और एसडीएम कार्यालय के बाहर नारेबाजी करते हुये जमकर प्रदर्शन किया।
महिलाओं ने रात को ही एसडीएम का घेराव करते हुये कार्यालय में धरने पर बैठ गई। महिलाएं धरना स्थल से हिली नहीं। महिलाओं ने कहा कि धार्मिक स्थलों में शराब की दुकान नहीं खुलनी चाहिये। शराब की दुकानें खुलने से जहां यात्रियों की आस्था को ठेस पहुंच रही है। वहीं युवा पीढ़ी भी शराब के बढ़ते प्रचलन के कारण बर्बाद हो रही है। उन्होंने कहा कि शराब की दुकान पर रोक लगनी चाहिए।
शनिवार को फिर महिलाएं धरने पर बैठ गई। महिलाओं का स्पष्ट कहना था कि ऊखीमठ में किसी भी हाल में शराब की दुकान नहीं खुलने दी जायेगी। यदि यहां शराब की दुकान खुलेगी तो महिलाएं आत्महत्या करने के लिये बाध्य हो जाएंगी। इस दौरान क्षेत्रीय महिलाओं ने पंचगांव शराब विरोध महिला संगठन का गठन करते हुये सतेश्वरी देवी को अध्यक्ष नामित किया। जबकि उर्मिला देवी उपाध्यक्ष, दुर्गा देवी महासचिव, राजेश्वरी देवी कोषाध्यक्ष, सीमा देवी मीडिया प्रवक्ता, लक्ष्मी देवी को सह सचिव चुना गया। इस मौके पर रजनी देवी, रामेश्वरी देवी, शांति देवी, सुमन देवी, यशोदा देवी, गोदाम्बरी, अर्चना देवी, सरिता देवी, धुमा देवी, क्रांतिवरी संगठन के अध्यक्ष पवन राणा सहित अन्य मौजूद थे।