HISTORY & CULTURE

बसंत पंचमी पर देवडोलियों ने किया देवप्रयाग संगम पर स्नान

संगम स्थल व रामकुंड में तड़के से ही पुण्य लाभ लेने के लिए जुटे श्रद्धालु 

देवप्रयाग का बसंत पंचमी मेला पुराने समय से ही रखता है अपना महत्व 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देवप्रयाग । बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर तीर्थनगरी देवप्रयाग में गंगा स्नान के लिए पूरे दिन श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी रही। संगम स्थल व रामकुंड में तड़के से ही पुण्य लाभ लेने के लिए श्रद्धालु जुट गए थे। उत्तराखण्ड के प्रमुख मेलों मे देवप्रयाग का बसंत पंचमी मेला पुराने समय से ही अपना महत्व रखता रहा है। पर्व स्नान के लिए देश विदेश से यहाँ बड़ी संख्या में श्रद्धालु जुटते हैं।

इस बार आपदा व कोरोना के भय से निकल कर यहाँ बसंत पंचमी पर्व पर गंगा स्नान के लिए भारी भीड़ जुटी। ढोल-नगाडों के साथ देवडोलियों ने यहाँ निशानों सहित गंगा मे डुबकी लगाई। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने भगवान रघुनाथ के मंदिर में दर्शन व पूजा अर्चना की। संगम स्थल पर थाना प्रभारी महिपाल सिह रावत की अगुवाई में जल पुलिस व थाना पुलिस ने फिसलन का कारण बनने वाली काई को हटाकर सुरक्षित स्नान की व्यवस्था की।

इस बार पंचमी से पूर्व रात्रि को डौर थाली मे देवी देवताओ का आह्नवान करने वाले श्रद्धालु काफी कम पहुँचे। बाजारों मे मेले की दुकानें नही के बराबर लगने से गाँव से आये लोग मायूस रहें। मंदिर में चूड़ी बिंदी की कुछ दुकानें लगने से सुहागन महिलाआंे ने परंपरा निभाते उनकी खरीददारी की। लोक वादकों ने पर्व पर मंगलमय वादन करते घरों में हरियाली बांटी।

तीर्थपुरोहितों ने भी सभी के शुभ मंगल की यहाँ भगवान से प्रार्थना की। वहीं श्रीनगर में शिशु मंदिर के अवसर पर हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। इस मौके पर नगर क्षेत्र में कन्याओं के नाक कान छिदवाने के लिए भीड़ देखने को भी मिली।

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