UTTARAKHAND

अब CBI के सामने प्राथमिक जांच रिपोर्ट सार्वजनिक करने की है चुनौती : हरीश रावत

हरीश रावत ने किया हाईकोर्ट के फ़ैसले का स्वागत 

जैसे -जैसे केस की जांच आगे बढ़ेगी तो वैसे-वैसे सरकार गिराने के षड्यंत्र के आरोपी भी सामने आ जाएंगे : हरीश रावत

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

नैनीताल : पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) ने स्टिंग ऑपरेशन (Sting Operation) पर हाईकोर्ट के फ़ैसले का स्वागत करते हुए कहा कि हम तो कभी नहीं कहते थे कि जांच मत करो, हम भी चाहते थे कि जांच हो और सच सामने आए लेकिन आधा-अधूरा नहीं बल्कि पूरा सच सामने आए। वहीं उन्होंने कहा स्टिंग का सच भी सामने लाने की चुनौती भी सीबीआई के सामने होगी। 

नैनीताल हाईकोर्ट (Nainital High Court) के फ़ैसले के बाद प्रतिक्रिया देते हुए हरीश रावत ने कहा कि हाईकोर्ट ने सीबीआई (CBI) को कह दिया है कि आप एफ़आईआर करने के लिए स्वतंत्र हो लेकिन इसका जो भी आउटकम आएगा वह 15 मई के मामले में डाली गई रिट पिटीशन पर निर्भर करेगा। 

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि वह हमेशा संपत्तियों की भी जांच करने की बात करते रहे हैं और साथ ही उन लोगों की संपत्तियों की भी जांच करने की चुनौती दी है जो इस प्रकरण में संलग्न हैं। हरीश रावत ने सीबीआई को प्राथमिक जांच की रिपोर्ट सार्वजनिक करने की भी चुनौती दी।

रावत ने कहा कि जब सीबीआई ने प्राथमिक जांच रिपोर्ट हाईकोर्ट के सामने रख दी है तो उसे सार्वजनिक भी कर दे। उसे छुपा क्यों रही है, उत्तराखंड की जनता को भी पता लगने दे कि CBI ने अपनी जांच में क्या खोज निकाला है। उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि जैसे ही रिपोर्ट सार्वजनिक होगी इस मामले के षड्यंत्रकारी का नाम सामने आ जाएगा।

वहीं हरीश रावत ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि जैसे-जैसे इस केस की जांच आगे बढ़ेगी वैसे-वैसे दूसरे षड्यंत्र में शामिल षड्यंत्रकारियों के नाम भी सामने आ जाएंगे। दूसरा षड्यंत्र यानि सरकार गिराने के षड्यंत्र के आरोपी भी अदालत में तलब होने लग जाएंगे तो सबको पता चल जाएगा। उन्होंने साथ ही यह भी जोड़ा कि इसके साथ ही ऋषिकेश में हुए आम बाग घोटाले के चेहरे भी सामने आ जाएंगे, जिसकी तह में हम जाना चाह रहे थे।

Related Articles

Back to top button
Translate »