वरिष्ठ IAS के स्टिंग के मामले में न्यूज चैनल मालिक उमेश कुमार गिरफ्तार
- मामले में पांच के खिलाफ मुकदमा दर्ज
- राहुल भाटिया, प्रवीण साहनी, सौरभ साहनी
- और …डा. मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ मुकदमा दर्ज
देहरादून : उत्तराखंड में शासन के एक वरिष्ठ नौकरशाह के स्टिंग और उनको ब्लैक मेल के आरोप को लेकर उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश की पुलिस ने एक न्यूज चैनल के मालिक उमेश कुमार को गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम इलाके से गिरफ्तार किया है वहीं पांच लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है। चर्चा है कि आरोपी द्वारा राज्य सरकार में शामिल कई और आईएएस अधिकारियों के भी स्टिंग किये जा चुके हैं। आरोप है कि उस पर स्टिंग के लिए दबाव बनाया जा रहा था। शिकायतकर्ता के मुताबिक आरोपितों ने मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव और कुछ अन्य नेताओं को भी फंसाने का षडयंत्र रचा था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने बताया कि इस सिलसिले में उत्तराखंड आयुर्वेदिक विवि के निलंबित कुल सचिव मृत्युंजय मिश्रा और चैनल के तीन कर्मचारियों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज है। साजिश में इनकी क्या भूमिका रही, इसका पता लगाया जा रहा है। इसी चैनल के एक कर्मचारी आयुष गौड़ की शिकायत पर यह मामला खुला।
गौरतलब हो कि इससे पहले भी आरोपी का नाम उत्तराखंड के स्टिंग बाज़ों में आ चुका है। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के शासनकाल में हरीश रावत के सचिव मोहम्मद शाहिद सहित पूर्व विधायक व राज्य मंत्री मदन सिंह बिष्ट सहित हरीश रावत तक के स्टिंग ऑपरेशन में आ चुका है। यह कहना गलत नहीं होगा कि उत्तराखंड में स्टिंग का प्रयोग करने में आरोपी चर्चित रहा है।
मिली जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक ज्वाइंट ऑपरेशन में शनिवार देर रात उमेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ इंदिरापुरम थाने में गिरफ्तारी दर्ज हई है। जबकि अन्य चार आरोपियों की तलाश में ऑपरेशन जारी है। वहीं चैनल मालिक से किसी अज्ञांत स्थान पर पूछताछ जारी है।
रविवार को उमेश कुमार के खिलाफ राजपुर थाने में मुकदमा लिखा गया है। इसके अलावा मामले में चार और आरोपियों राहुल भाटिया, प्रवीण साहनी, सौरभ साहनी और डा. मृत्युंजय मिश्रा के खिलाफ धारा 386, 388 और 120B के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। आपको बता दें कि डा. मृत्युंजय मिश्रा उत्तराखंड आयुर्वेदिक विवि के अभी कुछ दिन पहले कोर्ट के आदेश के बाद रजिस्ट्रार बने हैं।