देहरादून : भाजपा विधायक महेश नेगी बुधवार की देर शाम बयान दर्ज कराने के लिए पुलिस क्षेत्राधिकारी सदर अनुज कुमार के कार्यालय पहुंचे और मुकदमे से संबंधित बयान दर्ज कराए। सीओ अनुज कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि करीब.शाम 7:30 बजे विधायक बयान देने के लिए उनके कार्यालय पहुंचे और बयान दर्ज करने के बाद रात 8:30 के बाद वह निकल गए उन्होंने बताया कि जरूरत पड़ी तो उन्हें दोबारा बुलाया जाएगा।
गौरतलब है कि इससे पहले दुष्कर्म के आरोप में घिरे भाजपा विधायक महेश नेगी प्रकरण में पीड़िता ने दून पुलिस से मुकदमा दर्ज करने की मांग की है। पीड़िता ने मुकदमा दर्ज नहीं होने पर हाईकोर्ट की शरण लेने की बात कही है।
वहीं दसरी तरफ अपनी भाभी संग नेहरू कालोनी चौकी पहुंची पीड़िता ने बेटी और खुद की सुरक्षा की मांग दोहराई है। पुलिस ने ब्लैकमेलिंग से संबंधित मुकदमे को लेकर महिला की भाभी के बयान दर्ज किए हैं।
गौरतलब हो कि नेहरू कालोनी थाने में भाजपा विधायक महेश नेगी की पत्नी रीता नेगी ने अल्मोड़ा निवासी एक महिला समेत चार लोगों पर ब्लैकमेलिंग का मुकदमा दर्ज कराया था। विधायक महेश नेगी की पत्नी रीता नेगी का आरोप था कि आरोपी पक्ष ने दुष्कर्म के मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर पांच करोड़ रुपये की मांग की।
वहीं इस मुकदमे के बाद पीड़ित महिला ने भी डीआईजी अरुण मोहन जोशी को तहरीर देकर विधायक महेश नेगी पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था और बेटी का डीएनए टेस्ट कराने की मांग उठाई थी। प्रकरण में नेहरू कालोनी पुलिस ने बुधवार को महिला की भाभी को बयान देने के लिए बुलाया गया था। मुकदमे के विवेचक चौकी प्रभारी धनीराम पुरोहित ने नेहरू कालोनी पुलिस चौकी में भाभी के बयान दर्ज किए।
बयान दर्ज होने के बाद महिला ने मीडिया से बातचीत में दुष्कर्म से संबंधित मुकदमा दर्ज नहीं होने पर रोष जताया। उन्होंने कहा कि सरकार के दबाव से उनकी तहरीर पर मुकदमा दर्ज नहीं हो रहा है। पीड़ित महिला ने कहा कि दून पुलिस को उनकी तहरीर पर अलग मुकदमा दर्ज करना चाहिए। उसने कहा कि अगर मुकदमा दर्ज नहीं किया जाता है तो हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटायेंगी ।
उन्होंने एक बार फिर कहा कि उनकी बेटी और विधायक का डीएनए मिलान कराया जाए। उसने कहा कि, अगर मैं विधायक पर झूठे आरोप लगा रही हूं तो विधायक खुलकर सामने क्यों नहीं आते।