Uttarakhand

हरिद्वार-ऋषिकेश-देहरादून मैट्रो रेल परियोजना निर्माण को लेकर मंत्री ने ली बैठक

लगभग 25 हजार करोड़ रूपये आएगी परियोजना की लागत 

देहरादून । प्रदेश के शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने विधानसभा स्थित अपने कक्ष में प्रदेश की महत्वकांक्षी परियोजना मैट्रो रेल के निर्माण विषयक बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें दिल्ली मैट्रो रेल कार्पोरेशन के निदेशक बिजनेस डेवलपमेंट ई0 एसडी शर्मा, उत्तराखण्ड मैट्रो रेल शहरी अवस्थापना एवं भवन निर्माण निगम लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक ई0 जितेन्द्र त्यागी तथा अपर सचिव आवास सुशील कुमार सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे। 

शहरी विकास एवं आवास मंत्री मदन कौशिक ने अपर सचिव शहरी विकास को निर्देश दिये कि शीघ्र इसी माह माननीय मुख्यमंत्री, अध्यक्ष विधान सभा एवं परियोजना क्षेत्र के अन्तर्गत आने वाले सम्बन्धित विधायकों के साथ मैट्रो रेल परियोजना के प्रस्तुतीकरण हेतु बैठक निर्धारित की जाय तथा उनके बहुमूल्य विचारों का समावेश करते हुए परियोजना का डिजाईन तैयार किया जाय। उन्होंने उत्तराखण्ड राज्य की महत्वाकांक्षी इस यातायात परियोजना जिसकी लागत लगभग 25 हजार करोड़ रूपये है, के प्रांक्कलन पर विस्तार से चर्चा की तथा इसके लिए प्रस्तावित फंडिग पैटर्न पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह योजना कार्यदायी संस्था दिल्ली मैट्रो रेल कार्पोरेशन से अनुबन्ध होने के ठीक पूर्ण होने की अवधि साढे तीन वर्ष में समयबद्धता से पूर्ण हो जानी चाहिए, ताकि परियोजना का लाभ आम-जनता को मिल सके। उन्होंने अधिकारियों से समयबद्धता से कार्य पूरा करने के निर्देश दिये।

उन्होंने परियोजना के लिए आवश्यक दो डिपो यथा आईडीपीएल ऋषिकेश तथा भानियावाला के लिए प्रस्तावित भूमि पर भी चर्चा की। कार्यदायी संस्था द्वारा बताया गया कि प्रत्येक डिपो के लिए 16-16 हैक्टेयर क्षेत्रफल भूमि की आवश्यकता है। जिस पर आवास मंत्री ने अपर सचिव आवास को कार्रवाई के निर्देश दिये तथा अद्यतन प्रगति से उन्हें लगातार अवगत कराने को कहा। उन्होंने शीघ्र ही बोर्ड की बैठक बुलाने के निर्देश उत्तराखण्ड मैट्रो रेल शहरी अवस्थापना एवं भवन निर्माण निगम लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक जितेन्द्र त्यागी को दिये, तथा अपर सचिव को राज्य के निगम में वांछित तकनीकि स्टॉफ की व्यवस्था करने के निर्देश दिये।

उन्होंने मैट्रो रेल प्रोजैक्ट गतिमान होने से पूर्व परियोजना क्षेत्र यथा देहरादून, हरिद्वार, ऋषिकेश, डोईवाला, रायपुर तथा मुनिकीरेती आदि को सम्मिलित करते हुए मैट्रोपोलिटिन क्षेत्र घोषित किये जाने हेतु कैबिनेट के लिए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश अपर सचिव को दिये। उन्होंने दिल्ली मैट्रो रेल कार्पोरेशन के निदेशक बिजनेस डेवलपमेंट को 31 जुलाई, 2017 तक परियोजना के डिजाईन को अन्तिम रूप देने के निर्देश दिये। कैबिनेट मंत्री ने योजना के निर्माण में आने वाले व्यक्तिगत सम्पत्तियों की प्रतिपूर्ति पर भी चर्चा की। बैठक में बताया गया कि उक्त परियोजना के तैयार एलाईन्टमैंट में व्यक्तिगत परिसम्पत्ति ना के बराबर है। आवास मंत्री ने दिल्ली मैट्रो रेल कार्पोरेशन के निदेशक बिजनेस डेवलपमेंट ई0 एसडी शर्मा को निर्देश दिये कि हरिद्वार में रेलवे स्टेशन, बस स्टेशन तथा हरकीपैड़ी क्षेत्र को एलाईमेंट में लिया जाये ताकि इन महत्वपूर्ण स्थलों में आने वाले यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा उपलब्ध की जा सके। मंत्री जी ने हरिद्वार-ऋषिकेश मैट्रो रेल पथ के लिए बहुमूल्य सुझाव निगम के अधिकारी को देते हुए आगामी प्रस्तुती करण में इन्हें शामिल करने को कहा।

दिल्ली मैट्रो रेल कार्पोरेशन के निदेशक बिजनेस डेवलपमेंट ई0 एसडी शर्मा द्वारा प्रथम चरण में प्रस्तावित मैट्रो रेल कारिडोर हरिद्वार-नेपालीफार्म-ऋषिकेश तथा कोरिडोर दो-नेपाली फार्म-आई0एस0बी0टी0-राजपुर रोड़ परियोजनाओं को स्लाइड शो के माध्यम से प्रस्तुतीकरण किया गया। उत्तराखण्ड मैट्रो रेल शहरी अवस्थापना एवं भवन निर्माण निगम लिमिटेड के प्रबन्ध निदेशक जितेन्द्र त्यागी ने शहरी विकास एवं आवास मंत्री मदन कौशिक को बताया कि योजना में लगभग 5 किलोमीटर लम्बाई का अण्डर ग्राउण्ड रेलवे ट्रैक होगा जो विश्वस्तरीय तकनीकि से बनाया जायेगा। शेष लगभग 68 किलोमीटर रेलवे ट्रैक एलिवेटेड होगा। उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग के मानक की ओर कैबिनेट मंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि नेपाली फार्म से ऋषिकेश के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर वर्तमान में मीडियन 1.5 मीटर चौड़ा है जिसे मैट्रो प्रोजैक्ट बनाने हेतु 2.6 मीटर करना होगा, जिसके सम्बन्ध में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को अवगत करा दिया गया है। जिस पर कैबिनेट मंत्री श्री कौशिक द्वारा केन्द्र से पैरवी करने का आश्वासन दिया गया है।

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