मीडिया के लिए चुनौती विषय पर गोष्ठी आयोजित
अल्मोड़ा। भारतीय प्रेस परिषद द्वारा परिषद की स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर इस वर्ष राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस को गोल्डन जुबली के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर आज राजकीय संग्रहालय में संघर्ष के क्षेत्रों से रिर्पाेट, मीडिया के लिए चुनौती विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
वरिष्ठ पत्रकार शमशेर सिंह बिष्ट ने गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कहा कि वर्तमान में मीडिया की विश्वसनीयता बनाये रखना अत्यन्त आवश्यक है ताकि लोगो का इस पर भरोसा बना रहे। उन्होंने कहा कि विपरीत परिस्थितियों में भी पत्रकार अपनी जान की परवाह किये बिना वहा से रिर्पाेटिंग करते है जो कि उनके जीवन के लिए भी अत्यन्त कठिन है। उन्होंने कहा कि पत्रकारिता का क्षेत्र ऐसा क्षेत्र है जहॉ पर अब युवाओं को अपने भविष्य की अनिश्चिता बनी रहती है। वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश पाण्डे ने कहा कि आपदा के क्षेत्रों में रिर्पाेटिंग करना अत्यन्त कठिन है अतरू सरकारों को पत्रकारों की समस्याओं पर भी ध्यान देना होगा। उत्तराखण्ड राज्य में विषम भौगोलिक परिस्थितियों के चलते यह कार्य और भी कठिन हो जाता है।
गोष्ठी में उपस्थित वरिष्ठ पत्रकार सुरेश तिवारी ने कहा कि आपदा के दौरान रिर्पाेटिंग करना अत्यन्त कठिन है इसके साथ ही एक पत्रकार को सर्वप्रथम अपनी जान की सुरक्षा पर ध्यान देना होता है तभी वह सटीक रिर्पाेटिंग कर सकता है साथ ही उसे उस क्षेत्र का अच्छा ज्ञान होना अति आवश्यक है। वरिष्ठ पत्रकार दीप जोशी ने कहा कि पत्रकारिता क्षेत्र में अत्यन्त चुनौतियॉ है इस बात को ध्यान में रखते हुए सरकारों को इसके प्रति गम्भीर होने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे कस्बों में रिर्पाेटिंग करना अत्यन्त चुनौती भरा है साथ ही उन्होंने कहा कि विज्ञापन के बढ़ते प्रचलन एक सशक्त पत्रकारिता के लिए गम्भीर चुनौती है।
इस अवसर पर, साहित्यकार डा0 कपिलेश भोज, गितेश त्रिपाठी, नवीन उपाध्याय आदि ने भी अपने-अपने विचार रखे। गोष्ठी में अतिरिक्त जिला सूचना अधिकारी अजनेश राणा, अशोक पाण्डे, दीपक मनराल, प्रमोद डालाकोटी, प्रमोद जोशी, शिवेन्द्र गोस्वामी, अर्पिता चक्रवती, अनिल सनवाल, बृजेश तिवारी, भानुचन्द्र जोशी, डी0एस0 सिजवाली आदि उपस्थित थे।