कोटद्वार से सटे गांवों में गुलदार की दहशत
कोटद्वार। कोटद्वार नगर के आसपास ग्रामीण इलाकों में गुलदार की दस्तक से लोगों में हडक़ंप मचा हुआ है। घनी आबादी वाले काशीरामपुर तल्ला व गोविंदनगर से सटे काशीरामपुर मल्ला में पिछले कई दिनों से गुलदार दिखाई दे रहा है। स्थानीय लोगों के अनुसार रात में जब-तब गुलदार के गुर्राने की आवाज सुनाई देती है, जिससे लोग दहशत में है।
वन विभाग को भी ग्रामीणों द्वारा इस संबध में सूचित कर दिया गया है।कोटद्वार के ग्रामीण क्षेत्रों में गुलदार का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। आए दिन रिहायशी इलाकों में गुलदार की धमक से क्षेत्रवासी दहशत में हैं। गांव में विगत दो-तीन दिन से देर सायं गुलदार दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। ग्रामीणों ने वन विभाग से गुलदार के आतंक से निजात दिलाने के लिए पिंजरा लगाने की मांग की है।
विगत 10 अप्रैल को सनेह क्षेत्र के अन्तर्गत ग्राम सभा लालपानी के ग्राम नाथूपुर निवासी 5 वर्षीय दिव्यांशु पुत्र आलम सिंह बिष्ट लगभग सायं 7 बजे अपने दोस्तों के साथ घर के आंगन में खेल रहा था। तभी गुलदार ने दिव्यांशु पर हमला कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था, जिसके बाद वन विभाग ने गांव में पिंजरें लगाये थे। इसके बाद 13 व 16 अप्रैल को दो गुलदार पिंजरे में कैद हो गये थे।
अब विगत दो-तीन दिन से काशीरामपुर क्षेत्र में फिर से गुलदार दिखाई देने से ग्रामीण दहशत के साये में जी रहे हैं। तीन दिन पूर्व गुलदार ने एक गाय को अपना निवाला बना लिया था। बुरी तरह भयभीत लोग अपने बच्चों को खेलने के लिए भेजने में भी डर रहे हैं क्योंकि जिस तरह से गुलदार शाम ढलते ही आबादी क्षेत्र में घुस रहा है उससे कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है।
लैंसडौन वन प्रभाग के डीएफओ मयंक शेखर झा का कहना है कि गुलदार होने की सूचना उनके संज्ञान में है। सावधानी के लिए वनकर्मियों से लगातार निगरानी कराई जा रही है।