देवभूमि मीडिया ब्यूरो
रुद्रप्रयाग। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केदारनाथ दौरे को लेकर स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल है। स्थानीय लोगों को पूरी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री केदारनाथ को कोई बड़ी सौगात देंगे। हालांकि प्रशासन को प्रधानमंत्री के दौरे का कार्यक्रम प्रान्त नहीं हुआ है, इसके बावजूद प्रशासन तैयारियों में जुटा हुआ है। प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहली बार केदारनाथ के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
केदारनाथ से नरेन्द्र मोदी का गहता रिश्ता रहा है। संघ प्रचारक के तौर पर उन्होंने केदारनाथ से तीन किलोमीटर नीचे गरूड़चट्टी में लंबा समय व्यतीत किया था। 2013 में आई आपदा के बाद वह केदारनाथ आना चाहते थे, लेकिन राजनीतिक कारणों के कारण वह यहां नहीं आ पाए। अब उनका केदारनाथ आने का कार्यक्रम लगभग तय माना जा रहा है। इसको लेकर स्थानीय लोगों में उत्साह का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोग प्रधानमंत्री से ढेर सारी उम्मीदें पाले हुए हैं। लोगों की सबसे बड़ी उम्मीद गौरीकुंड से केदारनाथ तक मोटरमार्ग निर्माण की है।
दरअसल, इस मार्ग के निर्माण की मांग लंबे समय से की जा रही है। लेकिन पर्यावरण समेत अन्य कई कारणों की वजह से इस मार्ग का निर्माण नहीं हो पाया। खास बात यह है कि मोदी सरकार ऑल वेदर रोड़ का निर्माण कर रही है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि इसी प्रोजेक्ट के तहत गौरीकुंड से केदारनाथ तक सडक़ का निर्माण हो। इसके साथ ही लिनचौली से केदारनाथ तक रोप-वे के निर्माण की मांग भी स्थानीय लोग कर रहे हैं।
स्थानीय निवासी प्रदीप बगवाड़ी, श्रीनिवास पोस्ती, उमेश पोस्ती, मायाराम गोस्वामी का कहना है कि केदारनाथ धाम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आने से विकास की एक उम्मीद जगी है। उनका कहना है कि केदारनाथ के लिए एक और रास्ते का निर्माण किया जाना जरूरी है। ताकि यात्रियों को आवागमन में सुविधा हो। इसके साथ ही सडक़ मार्ग से केदारनाथ को जोड़ा जाना जरूरी है। केदारनाथ और पैदल मार्ग पर यात्रियों के ठहरने के लिए पर्यान्त व्यवस्था की जाए।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री केदारपुरी को सजाने और संवारने के लिए कोई बड़ा तोहफा दें। केदारनाथ की सुरक्षा की मांग भी प्रधानमंत्री से की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का केदारनाथ से गहरा नाता रहा है। इसलिए वह केदारनाथ के लिए कोई बड़ी सौगात देकर जाएं। उन्होंने कहा कि आज केदारघाटी में रोजगार की सबसे बड़ी समस्या है। ऐसे में बेरोजगारों को भी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री उनका भविष्य सुरक्षित करेंगे।