CRIME

बाल आयोग की छापेमारी में रेवेन्यू विभाग का संयुक्त सचिव धरा गया

बच्चों से अवैध रूप से कार्य करवाना कानूनी अपराध : बाल आयोग की अध्यक्षा उषा नेगी

छापेमारी करते हुए के घर पर अवैध रूप से काम करते हुए दो बच्चे बरामद

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून ।  उत्तराखंड रेवेन्यू विभाग के संयुक्त सचिव प्रेम प्रकाश आर्य के घर बाल आयोग की टीम ने छापेमारी करते हुए के घर पर अवैध रूप से काम करते हुए बच्चे बरामद किये हैं।  जिनमें एक वयस्क और एक लड़की नाबालिक है।  बाल आयोग की टीम ने एफआईआर करने के बाद नाबालिक बच्ची को बालिका निकेतन भेज दिया है। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार बाल आयोग की अध्यक्ष को शिकायत मिली थी कि उत्तराखंड शासन में कार्यरत रेवेन्यू विभाग के संयुक्त सचिव प्रेम प्रकाश आर्य के घर पर दो युवतियों को अवैध रूप से रख कर उनसे घर का काम करवाया जा रहा है  जिस पर बाल आयोग ने संज्ञान लेते हुए श्रम विभाग और पुलिस के अधिकारियों से संपर्क किया। 

सूत्रों के अनुसार श्रम विभाग और पुलिस के अधिकारी आखिरी समय तक बाल आयोग को इस बात के लिए मनाते रहे कि मामला अधिकारी से जुड़ा हुआ है लिहाज़ा कोई बीच का रास्ता निकला जाय तो ठीक रहेगा।  लेकिन बाल आयोग की अध्यक्ष के कड़े रुख के बाद श्रम विभाग और पुलिस को अधिकारी के खिलाफ कार्रवाही करने को मज़बूर होना पड़ा है।

वहीँ सूत्रों ने बताया की रेवेन्यू विभाग के संयुक्त सचिव प्रेम प्रकाश आर्य के घर पर अवैध रूप से काम कर एक बालिका को अधिकारी ने अपनी रिश्तेदार बताया है जबकि दूसरी नाबालिक मामले में पकडे जाने के बाद को गोद लेने की बात कही है।  जबकि बाल आयोग ने मामले में पूरी कार्रवाही होने और गोद लेने की प्रक्रिया उसके बाद किये जाने का सुझाव आरोपी अधिकारी को दिया है।  

मामले में बाल आयोग की अध्यक्षा उषा नेगी का कहना है कि  बच्चों से अवैध रूप से कार्य करवाना कानूनी अपराध की श्रेणी में आता है आगे भी यदि कोई शिकायत मिलती है किसी के भी खिलाफ इसी तरह की कारवाही की जायेगी तब चाहे वह कितना भी बड़ा अधिकारी या कोई और ही क्यों न हो। 

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