DEHRADUNUTTARAKHAND

डोईवाला टोल प्लाजा पर बढ़ते हादसे: कैसे बच सकते हैं हादसों से? जानकारों ने दिए सुझाव

डोईवाला टोल प्लाजा पर बढ़ते हादसे: कैसे बच सकते हैं हादसों से? जानकारों ने दिए सुझाव

देहरादून: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के डोईवाला में सोमवार सुबह एक बड़ा हादसा हो गया। देहरादून के एकमात्र लच्छीवाला टोल प्लाजा पर तेज गति से आ रहे ट्रक ने पीछे से गाड़ियों को जोरदार टक्कर मार दी। ट्रक ने सिर्फ टक्कर ही नहीं मारी, बल्कि वो एक कार को काफी दूर तक घसीटते हुए ले गया। आगे एक लोहे का मजबूत पोल था, जिस पर कार अटक गई। इसके बाद ट्रक की टक्कर से वो कार पोल और ट्रक के बीच पिचक गई।

इस भयानक सड़क हादसे में कार सवार दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा इतना खतरनाक था और कार की हालत इतनी खराब हो गई थी कि मृतक लोगों को गाड़ी काट करके बाहर निकल गया। देहरादून के इस टोल पर पहले भी कई हादसे हुए हैं। हैरानी की बात यह है कि ज्यादातर हादसे देहरादून से आने वाली गाड़ियों के साथ ही हुए हैं।

सोमवार सुबह लगभग 8:00 बजे ये हादसा तब हुआ जब टोल प्लाजा पर गाड़ियां निकालने का इंतजार कर रही थी। तभी पीछे से माल वाहक ट्रक ने गाड़ियों को जोरदार टक्कर मारी। इस हादसे में दो लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। सीसीटीवी तस्वीरों में देखा गया कि कैसे ट्रक अपनी गति पर नियंत्रण खो बैठा ओर ये हादसा हो गया। ये ट्रक देहरादून की तरफ से आ रहा था। इस हादसे के बाद ड्राइवर ट्रक छोड़कर फरार हो गया।

4 महीने पहले बारातियों की बस हुई थी दुर्घटना का शिकार: साल 2024 में 28 नवंबर को भी देहरादून से दिल्ली जा रही एक बस जिसमें 30 से अधिक बाराती सवार थे, वो भी टोल पर दुर्घटना का शिकार हो गई थी। बताया गया था कि अचानक बस के ब्रेक फेल हो गए जिसकी वजह से वो दुर्घटना हुई थी। इस हादसे में कुछ लोगों को चोट आई थी। गाड़ी को भी काफी नुकसान पहुंचा था। यह बस राजधानी देहरादून से दिल्ली के लिए सफर कर रही थी।

इसी तरह हादसा तब हुआ था जब एक सीमेंट से भरा हुआ ट्रक राजधानी देहरादून से हरिद्वार की तरफ जा रहा था। तभी टोल प्लाजा पर बने केबिन की रेलिंग को तोड़ते हुए ट्रक उसमें जा घुसा था। अनियंत्रित होकर यह ट्रक इतनी तेजी से देहरादून की तरफ से आया था कि किसी को भी संभालने का मौका नहीं मिला। इस हादसे में दो लोगों को चोट आई थी। एक व्यक्ति को फ्रैक्चर और एक महिला को उपचार के बाद घर भेज दिया गया था। इस दुर्घटना के बाद भी बताया गया कि ट्रक के ब्रेक फेल होने की वजह से यह हादसा हुआ था।

देहरादून टोल प्लाजा से पहले मणिमाई मंदिर के पास भी कई हादसे पहले हो चुके हैं। साल 2020 में एक तेज गति से आ रही कार अचानक अनियंत्रित हुई और सीधे जंगल में जा घुसी। घटना लगभग रात एक बजे की थी। इस हादसे में भी 20 साल के मोहम्मद शैवाल की मौके पर ही मौत हो गई थी। दूसरा युवक मोहम्मद साहिल गंभीर रूप से घायल हो गया था।

ट्रक ने खोया था संतुलन: साल 2023 जून के महीने में भी एक दिल दहलाने वाला वीडियो सामने आया था। टोल प्लाजा से निकलने की लाइन में एक महिला बाल बाल बची थी। ये हादसा तब हुआ जब एक ट्रक अपना संतुलन खो बैठा और सीधे टोल को बचाने के चक्कर में टोल के साइड में लगे डिवाइडर पर चढ़ गया था। इस हादसे में भी दो लोग गंभीर रूप से घायल हुए थे।

अल्टो कार से हुआ था हादसा: साल 2023 के नवंबर महीने में ही एक और दुर्घटना यहां पर ऐसी घटी थी जिससे पूरा टोल प्लाजा स्टाफ बेहद घबरा गया था। देहरादून की तरफ से आ रही एक अल्टो कार ने जैसे ही अपना नियंत्रण खोया, वैसे ही टोल कर्मी के ऊपर कार चढ़ाते हुए ड्राइवर सीधे गाड़ी दौड़ने लगा। इस दौरान कुछ टोलकर्मियों ने उसे रोकने की कोशिश की, लेकिन डरा हुआ ड्राइवर गाड़ी को सीधा भगाता हुआ ले गया। इस हादसे के आरोपी ड्राइवर को रायवाला में गिरफ्तार कर लिया गया था।

जानकार मानते हैं ये वजह: अब सवाल खड़ा होता है कि आखिरकार लच्छीवाला टोल प्लाजा पर देहरादून से आने वाले वाहनों के साथ ही यह दुर्घटना क्यों होती है? इस बारे में पूर्व में एआरटीओ रहे कुलदीप सिंह कहते हैं कि-

अगर आप टोल प्लाजा को देखेंगे तो आपको यह साफ जाहिर हो जाएगा कि देहरादून से जब आप टोल की तरफ आते हैं, उस वक्त मणि माई मंदिर तक गाड़ी उसी गति में रहती है, जितनी आप चलाते हैं। मंदिर पार होते हुए जैसे ही गाड़ी टोल की तरफ जाती है, वैसे ही गति तेज हो जाती है। इसका बड़ा कारण है कि टोल प्लाजा से पहले ढलान अधिक है. वैसे तो मानक देखें तो ढलान पर कोई भी टोल प्लाजा नहीं होता है. खासकर ये हादसे लोडेड वाहनों के साथ इसलिए होते हैं, क्योंकि उनके ब्रेक एकदम नहीं लगते हैं. इसलिए ये सभी हादसे देहरादून की तरफ से आने वाली गाड़ियों के साथ अधिक होते हैं.

-कुलदीप सिंह, पूर्व एआरटीओ-

हादसों से कैसे बचा जा सकता है? इसके लिए हर तरह की ट्रैफिक अवेरनेस की जरूरत है. ड्राइवर को अधिक चौकन्ना और फोकस रहना होगा. गति पर नियंत्रण जरूरी है. उस स्थान पर अधिक से अधिक साइन बोर्ड लगाना कारगर हो सकता है. साथ ही ड्राइवरों को ढलान का ध्यान रखते हुए पहले ही सावधान रहना होगा.

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button
Translate »