ऋषिकेश। जहां समूचा विश्व कोरोना के संक्रमण को रोकने के चलते लॉक डाउन में है। वहीं लक्ष्मणझूला इलाके में लॉक डाउन का विदेशी पर्यटक की उलंघन करने पर तुले हुए हैं। ये सुबह से शाम तक तपोवन इलाके के नीम बीच से लेकर साईं घाट पर उसी अल्हड़ता से घुमते नज़र आते हैं जैसे ये सामान्य दिनों में यहां नज़र आते थे।
तपोवन के आस-पास गंगा के घाटों पर इस तरह लॉक डाउन का उलंघन करने वाले विदेशियों को पुलिस ने 500 बार यह लिखने की सजा दी है कि I did not follow the lockdown. I am so sorry. जिसका हिंदी में रूपांतरण यह है कि ‘मैंने लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं किया है मुझे माफ कर दिया जाय।’
विदेशियों के लॉक डाउन के दौरान इस तरह घूमने से स्थानीय पुलिस भी परेशान है। क्योंकि ये लोग बिना कोई ख़ास कारण के रोड़ पर घूमते हुए नजर आते रहते हैं। वहीं पुलिस जब उनसे पूछती है कि वह लॉकडाउन के दौरान वे इस तरह क्यों घूम रहे हैं, तो उनका जवाब होता है कि सात से एक बजे तक की छूट है लिहाज़ा हम लोग शॉपिंग करने के लिए निकले हैं।
विदेशियों के इस तरह घूमने से पुलिस के सामने एक तरफ तो स्थानीय लोगों से लॉक डाउन का पालन करवाना काफी मशक्क्त भरा होता है वहीँ दूसरी तरफ इस तरह से घूमते विदेशियों की सुरक्षा भी इनके जिम्मे है। आखिरकार परेशान होकर चौकी प्रभारी तपोवन विनोद कुमार ने अपने सिपाहियों के साथ रोज़ की तरह जब गश्त की तो पुलिस ने पाया की जो विदेशी बाजार से सामान लेने का बहाना बनाकर निकले थे वे साईं घाट पर चहलकदमी कर रहे हैं। इस दौरान पुलिस को लगभग 10 विदेशी नागरिक गंगा किनारे अनावश्यक घूमते हुए पाए गए।
इसपर पुलिस चौकी प्रभारी ने वहां घूम रहे सभी विदेशी नागरिकों को 5 सौ बार यह लिखने की सजा दी कि मैंने लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन किया है, मुझे माफ कर दो। (I did not follow the lockdown. I am so sorry)।