पुलिस लाइन देहरादून में गोली चलने से कांस्टेबिल हुकुम सिंह की मौत !
पूछताछ के लिए लाइन में रोके गए अन्य गारद पुलिसकर्मी
देहरादून : पुलिस लाइन देहरादून में अपनी ही सरकारी राइफल से चली गोली से सिपाही की मौत हो गई। गोली उसके चेहरे से सिर के पार निकल गई। उस वक्त वह मुलजिम कमान ड्यूटी से लौट शस्त्रागार में रायफल जमा कराने जा रहा था। अचानक हुई घटना से वहां अफरातफरी मच गई। कुछ ही देर एसएसपी डॉ. सदानंद दाते व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए।
एसएसपी ने बताया कि प्रथमदृष्टया मामला हादसे का प्रतीत हो रहा है। एएसपी तृप्ति भट्ट को जांच सौंपी गई है। जांच में हर पहलू का ध्यान रखा जा रहा है। पुलिस महानिदेशक एमए गणपति ने परिवार को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता और एक सदस्य को नौकरी देने की घोषणा की है।
कांस्टेबिल हुकुम सिंह (46 वर्ष) पुत्र रीठू सिंह तीन दिन पहले ही चमोली जिले से स्थानांतरित होकर देहरादून आए थे। मंगलवार सुबह वह गारद के साथ मुलजिम कमान ड्यूटी पर थे। बंदियों को कोर्ट में पेश कराने के बाद उन्हें सुद्धोवाला जेल छोड़कर वह शाम सवा छह बजे के करीब पुलिस वाहन से पुलिस लाइन पहुंचे।
इसके बाद वह सरकारी रायफल शस्त्रागार में जमा कराने जा रहे थे। बताया जा रहा है कि क्वार्टर गार्ड के सामने कंधे से रायफल उतारने के दौरान अचानक गोली चल गई। हुकम सिंह वहीं गिर पड़े। यह देख पीछे आ रहे सिपाही अवाक रह गए। शस्त्रागार में ड्यूटी पर मौजूद पुलिसकर्मी भी गोली की आवाज सुन बाहर आ गए। उन्हें जब तक अस्पताल ले जाने का प्रयास किया जाता, तब उनकी मौत हो गई।
सूचना मिलते ही एसएसपी के अलावा एसपी ट्रैफिक धीरेंद्र गुंज्याल, एसपी सिटी अजय सिंह व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसएसपी ने बताया कि अभी ऐसा कोई तथ्य प्रकाश में नहीं आया है, जिससे आत्महत्या किए जाने का संदेह हो। बुधवार को शव का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
एसएसपी ने हुकुम सिंह के साथ दिन भर ड्यूटी पर रहे गारद के सभी आठ पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन में रुकने का आदेश दिया है। एसएसपी ने कहा कि सभी से पूछताछ की गई है, लेकिन सभी ने बताया कि हुकुम सिंह सामान्य तरीके से ड्यूटी पर रहे। ऐसा नहीं लगा कि वह किसी तरह से तनाव में हैं।