CRIME

हरियाणा और देहरादून के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अल्ट्रासाउंड केंद्र पर मारा छापा

  • दस्तावेजों के साथ ही अल्ट्रासाउंड मशीन को किया  सील

देहरादून :  कई बार विवादों में रहे राजधानी के एक अल्ट्रासाउंड केंद्र पर सरकार की नाक के नीचे भ्रूण की लिंग जांच का खेल चल रहा था और कथित तौर पर राज्य के स्वस्थ्य महकमे को उसकी कोई खबर नहीं थी। वो तो अंबाला के सीएमओ ने सही वक्त पर सूचना दे दी और एक बड़े गिरोह का खुलासा हो गया। जानकारी में आया कि हरियाणा तक के लोग कोख में बेटियों का कत्ल करने देहरादून आ रहे हैं।

सीएमओ अंबाला (हरियाणा) डा. विनोद गुप्ता को किसी ने सूचना दी थी कि देहरादून के आराघर स्थित त्यागी डायग्नोस्टिक सेंटर में भ्रूण की लिंग जांच होती है। सूचना देने वाले ने बताया कि हरियाणा के नारायणगढ़ और कालाअंब से दो जोड़े डा. त्यागी के पास गुरुवार को लिंग परीक्षण कराने जा रहे हैं। सूचना पुख्ता होने पर सीएमओ ने दलाल को केमिकल लगे 22 हजार रुपये के नोट दिए। इसे दलाल ने चालाकी से एक जोड़े को भुगतान के एवज में देने को कहा। उसके बाद अंबाला पुलिस और सीएमओ कार्यालय की संयुक्त टीम बनाकर दोनों जोड़ों की कार के पीछे भेजी गई। अंबाला की टीम के साथ आये डा. बीबी लाल ने बताया कि पहले दोनों गर्भवती महिलाओं को अंदर डायग्नोस्टिक सेंटर में भेजा गया। इस दौरान टीम ने देहरादून सीएमओ से संपर्क किया।

सूचना मिलते ही एसडीएम सदर प्रत्युष सिंह के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग और आराघर चौकी से पुलिस टीम मौके पर पहुंची। उधर, डायग्नोस्टिक सेंटर में नारायणगढ़ से आये कृपाल सिंह की पत्नी का अल्ट्रासाउंड किया गया और भ्रूण का लिंग बताया गया। इसके एवज में 16 हजार रुपये की फीस ली गई। इशारा मिलते ही टीम ने ट्रैप कर दिया। 22 हजार रुपये में से 16 हजार सेंटर के कर्मचारी राजेंद्र सिंह के पास बरामद हुए। छह हजार कृपाल सिंह से बरामद हुये। एसडीएम सदर प्रत्युष सिंह ने बताया कि सारे दस्तावेजों के साथ ही अल्ट्रासाउंड मशीन को सील कर दिया गया। हरियाणा से आई स्वास्थ्य विभाग की टीम में डा. विजय, डा. मनदीप सचदेवा थे। दून की स्वास्थ्य विभाग की टीम में अपर मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डा बीएस जंगपांगी, ममता बहुगुणा थीं। 

devbhoomimedia

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