- एडीजी अशोक कुमार ने दिए 5 हज़ार का पुरुष्कार
देहरादून : वैसे समाज कई तरह के लोग होते हैं कोई ख़राब कृत्यों को लेकर सुर्ख़ियों में होता है तो कोई अच्छे , सराहनीय और अनुकरणीय कार्यों को लेकर समाज की आँखों का तारा बन जाता है गुरुवार को उत्तराखंड पुलिस के एक कांस्टेबल ने वह काम किया जिसने पुलिस का समाज में माथा ऊंचा कर दिया और अन्य कर्मियों को एक मिसाल पेश की है।
गुरुवार को राजभवन सुरक्षा में तैनात कॉन्स्टेबल शिवकुमार को दून हॉस्पिटल तिराहे के पास सड़क किनारे एक बैग पड़ा हुआ मिला। जिसके अंदर 50 हजार रुपये ,एक i -phone और एक 3 तोले की सोने की चैन थी। कांस्टेबल शिव कुमार द्वारा ईमानदारी की मिसाल पेश करते हुए सिटी कंट्रोल रूम के माध्यम से उक्त समान के असली मालिक अमित कुमार निवासी 12 डी.एल. रोड, का पता लगाया तथा उसका सामान वापस लौटाया।
सामान वापसी पर उक्त बैग स्वामी भावुक हो गया तथा कांस्टेबल शिव कुमार को ईनाम के तौर पर 10 हजार रुपये देना चाहा तो शिवकुमार ने उक्त कार्य को अपना फर्ज बताते हुए लेने से इंकार कर दिया। बैग वापस मिलने पर बैग स्वामी द्वारा उत्तराखंड पुलिस की सराहना करते हुए आभार प्रकट किया गया। कांस्टेबल शिवकुमार द्वारा किये गये उक्त कार्य की उच्चाधिकारिगणों तथा उपस्थित अन्य व्यक्तिगणों द्वारा भी जमकर प्रशंसा की गयी।
वहीँ कांस्टेबल के इस अनुकरणीय कार्य को देखते हुए एडीजी ,अपराध एवं कानून व्यवस्था अशोक कुमार द्वारा कांस्टेबल शिव कुमार के कार्य को देखते हुए उन्हें उत्साहवर्धन हेतु पांच हज़ार रुपये के पुरस्कार की घोषणा की है।