POLITICS
गौतम अडानी के कथित वीडियो को लेकर सूबे में सियासत हुई तेज
- यह वीडियो सिर्फ कांग्रेस ने वायरल नहीं किया : प्रीतम
- कैंट थाने में विडिओ वायरल की दी गई है तहरीर
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उद्योगपति गौतम अडानी के कथित वीडियो को लेकर सियासत तेज हो गई है। इस मामले पर सूचना विभाग ने एफआईआर भी दर्ज करा दी है। मामला बढ़ता देख अब कांग्रेस, सरकार को नसीहत दे रही है कि सरकार उन लोगों पर कार्रवाई करें जिन्होंने मुख्यमंत्री और गौतम अडानी की बैठक के दौरान वीडियो बनाया है।
गौरतलब हो कि इन्वेस्टर्स सम्मिट में वाहवाही लूट चुकी भाजपा सरकार को बदनाम करने के लिए कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और उद्योगपति गौतम अडानी का कथित वीडियो वायरल किया गया था। वीडियो में गौतम अडानी, मुख्यमंत्री से बात करते दिख रहे हैं वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि गौतम अडानी मुख्यमंत्री से सड़कों पर जाम की स्थिति को लेकर चिंता जता रहे हैं। साथ ही वह कई तरह की बात और भी कर रहे हैं। मामले को लेकर शुक्रवार को देहरादून साइबर सेल में तहरीर दी गई थी
इस वीडियो को लेकर पहले भाजपा और कांग्रेस में जमकर सियासत हुई। अब इस मामले को लेकर सूचना विभाग ने एफआईआरदर्ज करा दिया है। यह भी माना जा रहा है कि यह वीडियो कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की फेसबुक पर वायरल किया गया था। एक न्यूज़ पोर्टल द्वारा भी इस वीडियो को वायरल किया गया। ऐसे में भाजपा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं।
भाजपा का कहना है कि इस मामले पर जो भी दोषी होगा उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। तो वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह कह रहे हैं कि सरकार उस पर भी कार्यवाही करें, जिसने बैठक के दौरान वीडियो बनाया है। साथ ही प्रीतम सिंह ने कहा कि यह वीडियो सिर्फ कांग्रेस ने वायरल नहीं किया बल्कि भाजपा प्रदेश की आम जनता समेत तमाम पत्रकारों ने भी यह वीडियो वायरल किया है।
वहीं अब वीडियो वायरल होने के बाद मामला पुलिस तक पहुंचा जिसके बाद देहरादून के कैंट थाने में विडिओ वायरल की तहरीर दी गई है। एसएसपी देहरादून का कहना है की अभी मामले में तहरीर मिली है जिसके बाद वायरल किये गए विडिओ को चंडीगढ़ लैब में भेजा जा रहा है वहां से रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाहीं की जाएगी।