गुलदार की खाल के साथ चार वन तस्कर गिरफ्तार
-गैरसैंण क्षेत्र के दूधातोली जंगलों से ला रहे थे खाल
-मुख्यालय से तीन किमी की दूरी पर वन विभाग ने कर धरपकड़
-वन्य जीव अधिनियम के तहत मामला दर्ज
रुद्रप्रयाग । रुद्रप्रयाग वन प्रभाग को बड़ी सफलता मिली है। लम्बे समय से सक्रिय वन्य जीव तस्करों को धर दबोचने में महकमा सफल रहा है। चमोली जनपद से रुद्रप्रयाग ला रहे दो गुलदारों की खाल के साथ आरोपियों को वन विभाग के अधिकारियों ने धर दबोचा और वन्य जीव अधिनियम के तहत जेल भेज दिया।
दरअसल, जनपद में पिछले दिनों भालू की खाल की तस्करी का मामला सामने आया था, जिसके बाद से वन विभाग की टीम रात-दिन गîत कर रही है। विभाग को सफलता तब हाथ लगी जब चमोली जनपद से चार लोग दो गुलदारों की खाल के साथ रुद्रप्रयाग की ओर आ रहे थे। वन विभाग की टीम को मुखबिर ने पहले ही सूचना दे थी और वन विभाग के कर्मचारी जगह-जगह तैनात थे।
मुख्यालय से तीन किमी की दूरी पर तिलणी में वन विभाग की टीम ने वन्य जीव तस्करों को धर दबोचा। इसमें चारों लोग अलग-अलग जगह के रहने वाले हैं, जिसमें राजे सिंह पुत्र स्वर्गीय खेम सिंह तहसील गैरसैंण जिला चमोली, दीवानीराम टम्टा पुत्र दत्तीराम टम्टा ग्राम पाली-गगोलीहाट जिला पिथौरागढ़, काशी राम टम्टा निवासी दौरापानी-द्वाराहाट जिला अल्मोड़ा एवं दीपक खड़का पुत्र राधा खड़का बदलकोट जिला-कालीकोट नेपाल रहने वाला है।
पूछताछ पर आरोपियों ने बताया कि वे गैरसैंण क्षेत्र के अन्तर्गत दूधातोली के जंगलों से गुलदार की खाल को लेकर आ रहे थे, लेकिन आरोपियों ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया कि वे किस व्यक्ति को गुलदार की खाल बेचने जा रहे थे। गुलदार की खाल मिलने से वन्य जीव तस्करों में भी हड़कंप मच गया है और तस्करों की धर पकड़ के लिए वन विभाग ने भी सर्च अभियान को तेज कर लिया है।
दोनों गुलदारों की खाल का उत्तराखण्ड में बाजार भाव एक लाख के करीब बताया जा रहा है, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार मूल्य और अधिक है। प्रभागीय वनाधिकारी राजीव धीमान ने बताया कि पिछले दिनों भालू की खाल की तस्करी का मामला सामने आया था, जिसके बाद से ही वन महकमा वन्य जीव तस्करों की धरपकड़ में जुट गया। चप्पे-चप्पे पर वन विभाग की टीम चैकिंग अभियान चलाये हुए थी और मुखबिरों को भी तैनात किया गया। जिससे कोई भी वन्य जीव तस्कर अपने मंसूबों को पूरा न कर सके।
उन्होंने बताया कि मुखबिर से सूचना मिली थी कि सोमवार रात को वन्य जीव तस्कर दो गुलदारों की खाल को लेकर रुद्रप्रयाग आ रहे हैं, जिसके बाद वन विभाग की टीम को चप्पे-चप्पे पर तैनात किया गया। जिससे ये तस्कर भाग न सकें। बताया कि तिलणी में वन विभाग की टीम को सफलता हाथ लगी और चारों आरोपियों को पकड़ा गया। मामले की जांच के लिए उप प्रभागीय वनाधिकारी रुद्रप्रयाग को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है और आरोपियों के विरूद्ध भारतीय वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर भेज दिया गया है। टीम में वन दरोगा संतोष कुमार, किशोर चन्द्र नैनवाल, दिग्विजय सिंह झिंक्वाण आदि शामिल थे।