नेता प्रतिपक्ष पर की गयी टिप्पणी पर आखिरकार भाजपा अध्यक्ष को मांगनी पड़ी माफ़ी
मुख्यमंत्री ने दिल्ली से ट्वीट कर माफ़ी मांगने के बाद की थी डैमेज कण्ट्रोल करने की कोशिश
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के बयान से प्रदेशभर में भाजपा की जो छिछलेदारी होनी थी वह तो हो ही गई !
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के बिगड़े बोल को उत्तराखंड की राजनीति में घमासान मचने के बाद सूबे की राजनीती गरमा गयी थी। मामले को ठंडा करने को लेकर जहां बीती देर रात सूबे के मुख्यमंत्री ने अपने ही प्रदेश अध्यक्ष के ब्यान अपर जहां खेद जताया वहीं बयान को खुद के गले पड़ता देख आखिरकार बंशीधर भगत को भी माफ़ी मांगनी पड़ी है। उन्होंने ट्विटर पर अपना बयान वापस लेने की घोषणा की है। हालांकि उनके इस बयान से भाजपा की प्रदेशभर में जो छिछलेदारी होनी थी वह तो हो ही गई है।
कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री,नेता प्रतिपक्ष @IndiraHridayesh जी प्रदेश की सम्मानित नेता हैं और चुनावी क्षेत्र एक होने के कारण नोकझोंक होना स्वाभाविक है।
उन्हें व्यक्तिगत क्षति पहुंचाने का मेरा कोई इरादा नहीं था,अगर उन्हें क्षति पहुँची है तो मैं अपना बयान सम्मान पूर्वक वापस लेता हूँ— Bansidhar Bhagat (@bansidharbhagat) January 6, 2021
हालाँकि इस मामले में कांग्रेस नेता व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुख्यमंत्री की तारीफ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बड़ा दिल दिखाते हुए स्वागत योग्य , सूझबूझ का परिचय दिया है। मैं उसके लिए उनकी सराहना करना चाहूंगा और उन्होंने अपनी पार्टी को आंशिक रूप से फजीहत से बचा लिया।
स्वस्थ होते ही #नर्सिंग के बच्चों और विकलांगों को उपहार देना बहुत अच्छा लगा, #थैंक्यू_मुख्यमंत्री जी। #भगत जी की अमर्यादित टिप्पणी पर खेद जताकर मुख्यमंत्री जी ने एक बहुत स्वागत योग्य, सूझ-बूझ का परिचय दिया है, pic.twitter.com/k8KnLvBtL4
— Harish Rawat (@harishrawatcmuk) January 6, 2021
गौतलब हो कि बीते दिन कुमायूँ मंडला के भीमताल दौरे के दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष ने नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश की उम्र को लेकर टिप्पणी की थी। हालांकि उन्होंने यह बयान इंदिरा हृदयेश के उस बयान के परिपेक्ष्य में दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि कुछ भाजपा विधायक उनके संपर्क में हैं। इस पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष भगत ने कहा कि भाजपा का कोई विधायक या मंत्री कांग्रेस के संपर्क में नहीं है।
आदरणीय @IndiraHridayesh बहिन जी आज मैं अति दुखी हूँ । महिला हमारे लिए अति सम्मानित व पूज्या हैं। मैं व्यक्तिगत रूप से आपसे व उन सभी से क्षमा चाहता हँ जो मेरी तरह दुखी हैं। मैं कल आपसे व्यक्तिगत बात करूँगा व पुनः क्षमा याचना करूँगा। 🙏🏻🙏🏻
— Trivendra Singh Rawat (@tsrawatbjp) January 5, 2021
भाजपा अध्यक्ष बंशीधर भगत के इस बयान के सोशल मीडिया में वायरल होते ही कड़ी प्रतिक्रियाएं आने लग गईं। मामला देर रात दिल्ली प्रवास पर अपने इलाज कराने के बाद ठीक हुए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के संज्ञान में आया तो उन्होंने ट्वीट के जरिए भगत के बयान से हुए नुकसान की भरपाई की पूरी कोशिश करते हुए बयान पर दुख जताते हुए नेता प्रतिपक्ष से व्यक्तिगत रूप से क्षमा मांगी।