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FIFA 2018: फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हरा दूसरी बार जीता विश्व कप

फ्रांस 20 साल बाद बना फिर चैंपियन

अपनी काबिलियत और भाग्य के दम पर फ्रांस ने रविवार को यहां फीफा विश्व कप के रोमांचक फाइनल में दमदार क्रोएशिया को 4-2 से हराकर दूसरी बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया फ्रांस ने 18वें मिनट में मारियो मैंडजुकिच के आत्मघाती गोल से बढ़त बनायी लेकिन इवान पेरिसिच ने 28वें मिनट में बराबरी का गोल दाग दिया फ्रांस को हालांकि जल्द ही पेनल्टी मिली जिसे एंटोनी ग्रीजमैन ने 38वें मिनट में गोल में बदला जिससे फ्रांस मध्यांतर तक 2-1 से आगे रहा. पॉल पोग्बा ने 59वें मिनट में तीसरा गोल दागा जबकि किलियान एमबापे ने 65वें मिनट में फ्रांस की बढ़त 4-1 कर दीजब लग रहा था कि अब क्रोएशिया के हाथ से मौका निकल चुका है तब मैंडजुकिच ने 69वें मिनट में गोल करके उसकी उम्मीद जगायी

DEHRADUN । फीफा विश्व कप के 21वें संस्करण का फाइनल मुकाबला फ्रांस व क्रोएशिया के बीच खेला गया। इस बेहद रोमांचक मुकाबले में फ्रांस ने क्रोएशिया को 4-2 से हराकर दूसरी बार 20 वर्ष के बाद फीफा विश्व कप खिताब पर कब्जा किया। क्रोएशिया पहली बार फाइनल में पहुंची थी लेकिन उसे उपविजेता रहकर संतोष करना पड़ा। इस पूरे मैच में कुल छह गोल किए गए। फ्रांस ने इससे पहले वर्ष 1998 में अपना पहला विश्व कप खिताब जीता था। इसके बाद वो वर्ष 2006 में फाइनल तक पहुंची थी लेकिन वहां उसे इटली के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। ये तीसरा मौका था जब फ्रांस की टीम फाइनल में पहुंची थी और उसने जीत हासिल की। फाइनल मुकाबले में एंटोनी ग्रीजमैन को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया।

  • पहले हाफ में रहा फ्रांस 2-1 से क्रोएशिया से आगे

पहले हाफ के 18वें मिनट में क्रोएशिया की तरफ से ओन गोल हुआ और ये फ्रांस के लिए शानदार साबित हो गया। इस गोल की मदद से फ्रांस ने क्रोएशिया पर 1-0 की बढ़त बना ली। दरअसल एंटोनी ग्रीजमैन की फ्री किक पर क्रोएशिया के ही मारियो के सिर से लगकर गेंद गोलपोस्ट में चली गई। ओन गोल से फ्रांस आगे था लेकिन क्रोएशिया ने 28वें मिनट में ही गोल दागकर अपनी गलती को सुधारा और स्कोर 1-1 से बराबर कर लिया। क्रोएशिया के लिए इवान पेरीसिच ने फ्री किक पर शॉट लगाकर गोल किया और टीम को बराबरी पर ला दिया। फ्रांस की तरफ से खेल के 38 वें मिनट में एंटोनी ग्रीजमैन ने गोल दागकर अपनी टीम को 2-1 से बड़ी बढ़त दिला दी। ग्रीजमैन ने गोल करने के लिए अपनी किक बाईं तरफ लगाई लेकिन क्रोएशिया के गोलकीपर डेनिजेल सुबासिच दूसरी तरफ डाइव लगा बैठे और फ्रांस का गोल मिल गया। पहले हाफ में फ्रांस की टीम पूरी तरफ से क्रोएशिया पर हावी रही और इसका नतीजा साफ तौर पर दिखा।

  • दूसरे हाफ में खेल हुआ और भी रोमांचक

खेल के दूसरे हाफ में दोनों टीमों की तरफ से आक्रामक खेल जारी रहा। खेल के छठे मिनट में कुछ दर्शक मैदान में घुस आए जिसे वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने बाहर निकाला। वहीं खेल के 59 वें मिनट में फ्रांस के पॉल पोग्बा ने अपनी टीम के लिए एक और गोल दागा और लगभग टीम की जीत पक्की कर दी। इस गोल के बाद फ्रांस की बढ़त 3-1 की हो गई। पॉल पोग्बा के रफ्तार को रोक पाना क्रोएशिया की टीम को लिए नामुमकिन दिखा। फ्रांस के एम्बापे ने खेल के 65 वें मिनट में गोल करके अपनी टीम का स्कोर 4-1 कर दिया। इसके ठीक बाद क्रोएशिया ने एक गोल और दागकर स्कोर को 4-2 कर दिया। क्रोएशिया के लिए खेल के 69वें मिनट में मांजुकिच ने गोल किया। दूसरे गोल के बाद क्रोएशिया की कोशिश लगातार जारी रही लेकिन फ्रांस की टीम ने उसे कोई मौका नहीं दिया। 90 मिनट का खेल खत्म होने तक फ्रांस ने क्रोएशिया पर 4-2 की बढ़त बरकरार रखी। दोनों टीमों को 5 मिनट का इंजुरी टाइम दिया गया लेकिन इस वक्त का फायदा क्रोएशिया नहीं उठा पाई।

  • लुका मॉड्रिक बने टूर्नामेंट के बेस्ट प्लेयर

फ्रांस के लुका मॉड्रिक इस टूर्नामेंट के बेस्ट प्लेयर चुने गए। टूर्नामेंट के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर इंग्लैंड के कप्तानी हैरी केन (6) रहे। विश्व कप का बेस्ट यंग प्लेयर का खिताब फ्रांस के 19 वर्षीय खिलाड़ी एम्बापे को चुना गया। वहीं फेयर प्ले अवार्ड स्पेन की टीम को दिया गया। इस प्रतियोगिता के बेस्ट गोलकीपर बेल्जियम के थिबॉट कोरटूइस रहे। इस पूरे टूर्नामेंट के दौरान कुल 64 मैच खेले गए जिसमें 169 गोल किए गए। टूर्नामेंट में तीसरे स्थान पर बेल्जियम जबकि चौथे स्थान पर इंग्लैंड की टीम रही।

  • 20 साल बाद एक बार फिर फ्रांस ने  जीता कप

फ्रांस ने इससे पहले 1998 में विश्व कप जीता था। तब उसके कप्तान डिडियर डेसचैम्प्स थे जो अब टीम के कोच हैं। इस तरह से डेसचैम्प्स खिलाड़ी और कोच के रूप में विश्व कप जीतने वाले तीसरे व्यक्ति बन गये हैं। उनसे पहले ब्राजील के मारियो जगालो और जर्मनी फ्रैंक बेकनबऊर ने यह उपलब्धि हासिल की थी। क्रोएशिया पहली बार फाइनल में पहुंचा था।उसने अपनी तरफ से हर संभव प्रयास किये और अपने कौशल और चपलता से दर्शकों का दिल भी जीता लेकिन आखिर में जालटको डालिच की टीम को उप विजेता बनकर ही संतोष करना पड़ा।

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