अब तक कई पुरस्कारों से नवाज़े जा चुके हैं चंडीप्रसाद भट्ट
राजेन्द्र जोशी
देहरादून : चिपको आंदोलन के प्रणेता और रमन मैग्सेसे पुरस्कार से सम्मानित पर्यावरणविद चंडी प्रसाद भट्ट को ”इंदिरा गांधी सद्भावना पुरुस्कार से नवाजा जायेगा। उन्हें इस पुरुस्कार के साथ सम्मान पत्र व 11 लाख रुपये की धनराशि दी जाएगी।
यह निर्णय इंदिरागांधी सद्भावना ट्रस्ट की एक महत्वपूर्ण बैठक में लिया गया। बैठक में ट्रस्ट की अध्यक्ष सोनिया गाँधी , चेयरमैन डॉ. कर्ण सिंह और सचिव मोतीलाल बोहरा सहित पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रसिद्ध इतिहासकार कपिला वात्सयान समेत इस पुरस्कार की चयन समिति ने सर्वसम्मति से चंडी प्रसाद भट्ट को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय एकता पुरस्कार देने के लिए चुना।
गौरतलब हो कि श्री चंडीप्रसाद भट्ट का शुमार भारत के गांधीवादी पर्यावरणवादी और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में होता है। उन्होने सन् 1964 में गोपेश्वर में ‘दशोली ग्राम स्वराज्य संघ’ की स्थापना की जो कालान्तर में ”चिपको आंदोलन” की अग्रणी मातृ-संस्था बनी। उन्हें इस कार्य के लिये वर्ष 1982 में रेमन मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित किया गया तथा वर्ष 2005 में उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मभूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। श्री भट्ट को भारत सरकार द्वारा साल 2013गांधी शांति पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है।
गौरतलब हो कि पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम, डॉ. शंकरदयाल शर्मा, एमएस सुब्बुलक्ष्मी, अरुणा आसफ अली, मोहन धारिया, गुलजार, एमएस स्वामीनाथन, महाश्वेता देवी, गुलजार, एआर रहमान से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी समेत कई बड़ी हस्तियों और संस्थाओं को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।