2019 तक राज्य के हर घर और गांव में पहुंचेगी बिजली : त्रिवेन्द्र रावत

- प्रदेश में 47 गांव अभी भी बिजली से अछूते : मुख्यमंत्री
- मुख्यमंत्री ने केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का लिया जायजा
रुद्रप्रयाग। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने केदारनाथ धाम पहुंचकर दर्शन करने के बाद केदारपुरी में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि यात्रियों की सेवा में किसी भी प्रकार की कमी नहीं रहनी चाहिये। यात्रियों को सही समय पर हर सुविधा मिलनी चाहिये। इस अवसर पर हंस फाउंडेशन ने पहला हंस पॉवर पैक भी मुख्यमंत्री एवं बद्रीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति को समर्पित किया।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि इन सोलर पॉवर पैक के जरिए सरकार अब 2019 तक राज्य के हर घर तक बिजली पंहुचाने के लक्ष्य को हासिल कर लेगी। हंस फाउंडेशन की यह सराहनीय पहल है। अब उत्तराखण्ड हर गांव बिजली से जगमगायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि शुरू में देहरादून के उन गांवों को यह पॉवर पैक दिए जा रहे हैं जहां बिजली नहीं पंहुच पा रही है। दो गांव का हाल ही में विद्युतीकरण किया गया, लेकिन प्रदेश में 47 गांव अभी भी बिजली से अछूते है, इसका कारण वन अधिनियम व नेशनल पार्क की क्षेत्र में इन गांव का आना है, लेकिन इन सोलर पॉवर पैक के जरिए सरकार हर घर तक बिजली पंहुचाने के लक्ष्य को हासिल कर लेगी।
स्मार्ट केदारपुरी के सम्बंध में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत कहा कि जून 2013 की आपदा में यहां सभी कुछ तबाह हो गया था। इसलिए अब नई केदारपुरी की योजना तैयार की गई है। इसके तहत उन्हीं स्थानों पर नये भवन बनाए जहां स्थानीय लोगों के पुराने भवन बने थे। स्थानीय स्तर पर उपलब्ध साम्रगी से नये आकर्षित व पहाड़ी शैली में खुबसुरत भवन तैयार किए जायेंगे। नये केदारपुरी में स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ ही सभी मूलभूत सुविधाओं को विकसित किया जायेगा। नई केदारपुरी हर तरह से स्मार्ट होगी।
हंस फाउंडेशन की प्रेरणास्त्रोत माता मंगला, भोले जी महाराज, चैयरपर्सन श्वेता रावत व हंस पॉवर पैक को इजाद करने वाले फाउंडेशन के ट्रस्टी मनोज भार्गव ने भी केदारनाथ धाम पंहुच कर केदारनाथ के चरणों में अपना पहला सोलर पॉवर पैक अर्पित किया। माता मंगला ने इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को भी सोलर पॉवर पैक देकर उत्तराखण्ड में बिजली से अछूते गांव को रोशनी से जगमग करने के लिए अपना पूर्ण सहयोग देने की घोषणा की। मंगला माता ने कहा कि पहला सोलर पॉवर पैक भगवान केदारनाथ के चरणों में अर्पित कर हम देश में इसकी शुरूआत कर रहे हैं। यह पॉवर पैक तीन घण्टे में चार्ज होकर 300 घण्टे बिजली उपलब्ध कराने की क्षमता रखता है। इसमें सेलफोन, टेबलेट को चलाने के लिए कनेक्शन दिए गये हंै। इससे चार चीजे बल्ब, पंखा, टेलिविजन आदि चलाई जा सकती हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री स्थानीय पुरोहित और व्यापारियों से भी मिले व उनकी समस्याओं को सुना। लगभग डेढ़ घंटे तक धाम में रहने के पश्चात मुख्यमंत्री देहरादून के लिए रवाना हो गए। विधायक रुद्रप्रयाग भरत सिंह चौधरी, जिलाध्यक्ष विजय कप्रवाण, नगर पंचायत अध्यक्ष अगस्त्यमुनि अशोक खत्री, डीएम मंगेश घिल्डियाल, एसपी प्रहलाद नारायण मीना, केदारनाथ चौकी इंचार्ज विपिन पाठक सहित अन्य मौजूद थे।
- प्रथम चरण में चिन्हित 101 परिवारों को सोलर ब्रीफकेस एवं पावरपैक किये वितरित
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रविवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित जनता मिलन हाॅल में हंस फाउण्डेशन के सौजन्य से राज्य के दूरस्थ पर्वतीय क्षेत्रों में विद्युत से वंचित परिवारों को विद्युत उपलब्ध कराने हेतु प्रथम चरण में चिन्हित 101 परिवारों को सोलर ब्रीफकेस एवं पावरपैक वितरित किये।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ‘हर घर बिजली, घर घर बिजली‘ का सपना पूरा करने के लिये राज्य सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा सभी अविद्युतीकृत परिवारों को वर्ष 2019 तक ग्रिड के द्वारा अथवा आॅफग्रिड बिजली उपलब्ध करा दी जाएगी।
माता मंगला जी एवं श्री भोले जी महाराज तथा सोलर ब्रीफकेस को डिजाईन करने वाले मनोज भार्गव का धन्यवाद देते हुए मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि हंस फाउण्डेशन के सहयोग से 15 हजार सोलर ब्रीफकेस उपलब्ध करा कर आॅफग्रिड बिजली पहुंचाने का प्रारम्भ उत्तराखण्ड से किया जा रहा है। हंस फाउण्डेशन के सहयोग से शीघ्र ही 15000 ब्रीफकेस उपलब्ध कराये जाएंगे। उन्होंने कहा कि मनोज भार्गव द्वारा ‘शिवाँश‘ जैविक खाद भी तैयार की गयी है, जिसे बहुत ही आसानी से तैयार भी किया जा सकता है। इसका प्रदर्शन भी मुख्यमंत्री आवास से ही किया जायेगा।
चेयरपर्सन हंस फाउण्डेशन श्रीमती श्वेता रावत ने कहा कि बिना सरकार की सहायता के सभी गांवों केे विद्युतीकरण का कार्य पूरा नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हंस फाउण्डेशन अपने स्तर पर 2 या 3 गांवों के बारे में ही सोचता लेकिन आज सरकार के साथ मिलकर हम 40-50 गांवों के विद्युतीकरण की बात कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते हुए कहा कि हंस फाउण्डेशन द्वारा प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों को विद्युतीकृत करने के लिये जो संकल्प लिया गया है, यह मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी की प्रेरणा से ही सम्भव हो सका है। इस अवसर पर माता मंगला जी ने मुख्यमंत्री का धन्यवाद देते हुए कहा कि उन्हें इस बात की प्रसन्नता है कि इसकी शुरूआत उत्तराखण्ड से हुयी है।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचन्द अग्रवाल ने उत्तराखण्ड सरकार एवं हंस फाउण्डेशन को बधाई दी कि उनके साथ मिलकर काम करने से इस बार दीपावली में ऐसे बहुत से घर रोशन होंगे, जिन्होंने आज तक बिजली का उजाला नहीं देखा है।
ट्रस्टी हंस फाउण्डेशन मनोज भार्गव ने कहा कि मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत जी ने इस सोलर ब्रीफकेस में काफी दिलचस्पी दिखायी। उन्होंने कहा कि गरीब लोगों के लिये इस ब्रीफकेस को बनाते वक्त एक ही बात ध्यान में थी कि इसकी गुणवत्ता में कोई कमी नहीं रखी जाएगी।
सचिव ऊर्जा श्रीमती राधिका झा ने कहा कि उत्तराखण्ड में लगभग 98000 परिवार और 4700 तोक अविद्युतीकृत हैं, जिनमें बिजली पहुंचाने के लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य में 53 गांव में अभी बिजली पहुंचायी जानी है। जिनमें 26 गांवों में वन विभाग से संबंधित प्रकरण लम्बित हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय प्रतिदिन विद्युतीकरण कार्य की की समीक्षा करता है। श्रीमती झा ने बताया कि पिछले 6 माह में 20 गांवों को विद्युतीकृत किया गया है। पिछले सप्ताह ही पिथौरागढ़ में 3 ग्रामों को विद्युतीकृत किया गया है।
इससे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत, माता मंगला, भोले जी महाराज एवं हंस पावर पैक के आविष्कारक एवं हंस फाउण्डेशन के ट्रस्टी मनोज भार्गव ने केदारनाथ पहुंचकर श्री केदारनाथ एवं बद्रीनाथ मंदिर समिति को पहला सोलर पावर पैक समर्पित किया।
इस अवसर राज्यमंत्री श्रीमती रेखा आर्य, विधायक खजान दास, गणेश जोशी, मुकेेश कोली एवं सचिव ऊर्जा श्रीमती राधिका झा भी उपस्थित थी।