- मी-टू मामले मामले में बीजेपी नेता संजय कुमार को राहत की उम्मीद
- पुलिस संजय कुमार से खुलकर पूछताछ भी नहीं कर सकी अबतक
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । मी-टू मामले में फंसे बीजेपी नेता संजय कुमार के खिलाफ दर्ज मुकदमे की जांच में पुलिस पर राजनीतिक दबाव के चलते नया मोड़ आता दिख रहा है। जिसके तहत अब संजय कुमार राहत दिए जाने की उम्मीद की जा रही है। हालाँकि पुलिस के अनुसार संजय कुमार के खिलाफ लगाई गये दुष्कर्म के आरोपों में किसी तरह के सबूत नहीं मिले हैं जबकि सूत्रों का कहना है कि संजय के मामले में पुलिस पर भारी दबाव में है और पुलिस आरोपी से पुलिस राजनीतिक दबाव के चलते जांच के तरीके पूछताछ नहीं कर पायी है। चर्चा तो यहाँ तक है कि पुलिस उन पर लगाई लगाई गई धारा हटाने की तैयारी में हैं।
वहीं पीड़िता के अनुसार उसे भाजपा शासन में मामले में न्याय की उम्मीद नहीं है। गौरतलब हो कि पीड़िता ने पहले ही पुलिस की जांच अधिकारी को बदलने का प्रार्थना पत्र एसएसपी देहरादून को लिखा था कि उस पर समझौते के लिए जांच अधिकारी दबाव बना रही है लिहाजा उसे जांच अधिकारी से न्याय की उम्मीद नहीं है।
सूत्रों से मिली जानकारी से अनुसार पुलिस को पीड़ित महिला द्वारा संजय कुमार पर लगाए गए दुष्कर्म के आरोपों में साक्ष्य नहीं खोज पायी हैं। जिसके कारण बीजेपी नेता संजय सिंह को इस मामले में राहत मिल सकती है। जानकारी के अनुसार पीड़ित महिला ने जिन तीन अलग-अलग तारीखों में बीजेपी नेता संजय कुमार द्वारा नशीला पदार्थ खिलाकर दुष्कर्म करने की घटना को अंजाम देने वाली बात अपने बयानों में दर्ज कराई थी उन तारीखों में संजय सिंह कैबिनेट मंत्री की बेटी की शादी सहित अन्य कामों की वजह से तीनों तारीखों में शहर से बाहर थे। जो बात जांच में सामने आई है। वहीं अब पुलिस बीजेपी नेता के खिलाफ छेड़छाड़ जैसी अन्य धाराओं के तहत अपनी जांच पूरी कर जल्द ही कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर इस राजनीतिक और हाई प्रोफाइल मामले से अपना पल्ला झाड़ने जुगत में जुटी है।
दरअसल पुलिस पहले दिन से इस हाईप्रोफाइल मामले में बैकफुट पर नजर आई है। जिसके कारण अभी तक इस मामले में पुलिस संजय कुमार से खुलकर पूछताछ भी नहीं कर सकी है। बहरहाल, उत्तराखंड बीजेपी में हड़कंप मचा देने वाले इस मी-टू मामले का आखिरकार पटाक्षेप होता दिख रहा है। पुलिस इस मामले में पहले ही दिन से ही फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। इस मामले में पीड़ित महिला के दिए गए बयानों के आधार पर संजय कुमार के खिलाफ दुष्कर्म की धारा बढ़ाई गई थी।