UTTARAKHAND
”जयराज” के जाते ही वनमंत्री डॉ. हरक सिंह ने बता ही दिया कि यहां है हमारा ”राज”


देहरादून। सूबे के वन मंत्री और पूर्व प्रमुख वन संरक्षक (हॉफ) जयराज के बीच शीतयुद्ध की जगजाहिर थी, जयराज ने सेवानिवृत होने से ठीक पहले वन विभाग में थोक के भाव ट्रांसफर करते हुए एक बार फिर वन मंत्री को अंगूठा दिखा दिया कि वह उनसे ज्यादा पावरफुल है, लेकिन राजनीती के माहिर वन मंत्री डॉ.हरक सिंह ने भी आखिरकार उनके द्वारा वन क्षेत्राधिकारियों के किए गए स्थानांतरणों पर “वीटो” लगाते हुए इन्हे अवैध ही घोषित नहीं किया बल्कि पूर्व प्रमुख वन संरक्षक को यह भी जता दिया है कि वे ही पावरफुल हैं।Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.