UTTARAKHAND

विधिविधान के साथ खुले बदरीनाथ मंदिर के कपाट

बदरीनाथ धाम के कपाट आज सुबह श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले दिए गए। इसके लिए 15 क्विंटल फूलों से मंदिर की भव्य सजावट की गई है। कपाट खुलने पर अखंड ज्योति के दर्शनों को देश-विदेश से सात हजार से अधिक यात्री धाम पहुंच चुके थे।
  •  बदरीनाथ मंदिर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से पहली पूजा की गई। कपाट खुलने के समय धाम में 10 हजार से ज्‍यादा श्रद्धालु मौजूद रहे।
कपाटोद्घाटन के दौरान कच्छ से मीलों पैदल यात्रा कर आए साधु-संतों ने भी दर्शन किए। इस दौरान श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय, ज्योतिमठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती के प्रतिनिधि स्वामी अवमुक्तेश्वरानंद, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार सहित कई विशिष्ट व्यक्तियों ने भी दर्शन किए।
स्त्री वेश धारण कर गर्भ गृह में गए रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी
रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी द्वारा स्त्री वेश धारण कर गर्भ गृह से सर्वप्रथम मां लक्ष्मी को परिक्रमा स्थल में लक्ष्मी मंदिर में विराजमान किया गया। इसके बाद उद्धव जी व कुबेर जी, गरुड़ जी को गर्भ गृह में स्थापित किया गया। शंकराचार्य जी की गद्दी को मंदिर परिक्रमा स्थल पर विराजमान किया गया।
बदरीनाथ धाम नारायण के जयकारों से रहा गुंजायमान
कपाट खुलने के साक्षी बनने के लिए तड़के से ही सिंहद्वार से श्रद्धालुओं की लंबी लाइन लग गई थी। ठंड के बाद भी श्रद्धालुओं में अपार उत्साह देखा गया। बदरीनाथ धाम नारायण के जयकारों से गुंजायमान रहा। मंदिर में कपाट खोलने की प्रक्रिया के दौरान धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल सहित वेदपाठियों ने मंत्रोचारण किया।
रविवार सुबह 6 बजकर 15 मिनट पर विधिविधान के साथ भगवान बदरीविशाल के धाम के कपाट खोल दिए गए। अगले छह माह तक भगवान बदरीनाथ यहीं पर भक्‍तों को दर्शन देंगे। कपाटोद्घाटन के समय धाम में हजारों भक्‍त मौजूद रहे और धाम जय बदरीविशाल के जयकारों से गूंज उठा।
    बदरीनाथ धाम के साथ ही आज सुबह 6:15 बजे सुभांई गांव स्थित भविष्य बदरी धाम के कपाट भी खोले जाएंगे। उधर, केदारपुरी के रक्षक बाबा भुकुंट भैरव मंदिर के कपाट खुलने के साथ शनिवार से केदारनाथ धाम में नित्य पूजाएं व शाम की आरती शुरू हो गई। धाम में लगभग 20 हजार श्रद्धालुओं ने दर्शन किए

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