भारत की तस्वीर बदलेगा डिजिटल समाज : जावड़ेकर
भ्रष्टाचार था जिसके चलते प्रधानमंत्री को नोटबंदी का फैसला लेना पड़ा
देहरादून । डिजिटल समाज भारत की तस्वीर बदलेगा।आज दुनिया के विकसित देश डिजिटल हो गए है हमें भी दुनिया के साथ कदम से कदम मिलकर चलना है। यह कहना है केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर का।वे आज यहाँ राजवाला में स्थित इंडियन पब्लिक स्कूल में आयोजित एक दिवसीय कैशलेश ट्रांजेक्शन विषयक गोष्टि को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।।
उन्होंने कहा कि विशाका भारत सरकार की वित्तीय साक्षरता का अभियान है।भारत में भ्रस्टाचार रोकने के लिए भारतीय समाज को कैशलेस सिस्टम अपनाना जरुरी है।उन्होंने कहा कि पैसा विनिमय का साधन है।जब समाज में पैसे का प्रचलन नहीं था समाज तब भी विनिमय के आधार पर अच्छे से संचालित होता था। उन्होंने कहा कि विकसित देशों में जीडीपी का मात्र 04 फीसदी ही कैश में है जब की हमारे देश में ये 12 फीसदी तक पहुँच गई थी जिसके चलते देश में भ्रष्टाचार अपने चरम पर पहुच गया था जिसके चलते प्रधानमंत्री को नोटबंदी का फैसला लेना पड़ा।
उन्होंने कहा कि आज हमारे देश में 109 करोड़ आधार कार्ड,100 करोड़ मोबाइल और 100 करोड़ बचत बैंक खाते है।जब हमारे पास सब कुछ है तो हम क्यों कैशलेस सोसाइटी नहीं बन सकते।जावड़ेकर ने कहा कि 25 करोड़ खाते 25 दिन में इस सरकार ने खोल दिए और आगे चल कर हम देश को कैशलेस मोड़ पर ला कर दिखाएंगे।उन्होंने कहा कि 1 लाख 35 हजार बैंक शाखाएं,1 लाख 55 हजार पोस्ट ऑफिसेस है।इसी तरह 70 करोड़ लोग अपना मोबाइल रिचार्ज करते है ।16 करोड़ घरों में डीटीएच टीवी है जो इलेक्ट्रॉनिकली रिचार्ज करते है।इस तरह हम देखे देश बहुत तेज़ी से बदलाव की ओर है।इसलिए नोटबंदी सफल होगी इसमें कोई संदेह नहीं है।
जावड़ेकर ने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है।यहाँ के हर घर में लोग सेना के माध्यम से देश की सेवा में है।मेरा यहाँ के युवाओं से आह्वान है कि वे डिजिटल इंडिया के बदलाव के वाहक बने।उन्होंने कहा देश डिजिटल होने के लिए बेचैन है इसका उदाहरण है भीम एप्प जिसे प्रधानमंत्री ने जैसर ही लॉन्च किया बहुत कम समय में देश के 3 करोड़ लोगों ने इसे इंस्टॉल किया।
जावड़ेकर ने कहा कि देश में 70 करोड़ लोगो के पास डेबिट कार्ड है।उन्होंने कहा कि इस कार्ड का यूज़ हम करे तो हमें बैंक और एटीएम जाने की जरूरत ही नहीं है।इसी तरह गिफ्ट कार्ड,प्रीपेड कार्ड,पेट्रोल कार्ड आदि ऐसी सुविधाएं है जो हमें लेश कैश सोसाइटी बनने में मदद करते है। उन्होंने कहा कि सरकार की चिंता शहरों में कैश ट्रांजेक्शन कम करने की है।इसलिए हमने 500 शहरों को पूरा लेश कैश बनाने की शुरुआत की है। उन्होंने युवाओं का आह्वान करते हुए कहा कि आप देश का भविष्य है आप को देश की उन्नति के लिए डीजीटल सेना का हिस्सा बनिए।
जावड़ेकर ने कहा कि अब स्वराज के लिए जेल जाने का दौर नहीं रहा अब आप डिजिटल सेना का हिस्सा बनिए और देश को स्वराज्य से सुराज की मंजिल की ओर ले चलिये।प्रकाश जावड़ेकर ने एक पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन के द्वारा लेश कैश सोसायटी कैसे बने इस पर विस्तार से बताया।
कार्यक्रम को राज्यसभा सांसद और इन्डियन पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष रविंद्र किशोर सिन्हा ने भी संबोधित किया।स्कूल के निदेशक एके सिंह ने ए हुए अतिथियों का आभार जताया।इस दौरान उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफ़ेसर पीके गर्ग, उत्तरांचल विश्वविद्यालय,पेट्रोलियम विश्वविद्याल,सुभारती विश्वविद्यालय के कुलपति,पूर्व आईएएस दिलीप कुमार कोटिया,विधायक हरबंस कपूर,बीजेपी नेता धनसिंह रावत,पूर्व विधायक महेंद्र भट्ट,दान सिंह रावत,डॉ.देवेंद्र भसीन,राजेश तिवारी,सुशील सिंह,श्रीकांत श्री,प्रिंसिपल संजीव कुमार सिन्हा समेत बड़ी संख्या में स्कूल के बच्चे और गणमान्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों को अध्यक्ष आरके सिन्हा ने स्मृतिचिन्ह दे कर सम्मानित किया।।