दिल्ली के डाक्टर ने नैनीताल के पास पहाड़ी से पत्नी को दिया धक्का ! मौत !

नैनीताल : दिल्ली के एक डाक्टर की नवविवाहिता पत्नी की नैनीताल की पहाड़ी से धक्का देकर मार डालने की बात सामने आयी है ,नवविवाहिता के परिजनों का आरोप है कि उनके दामाद ने उनकी पुत्री को जानबूझकर गिराया है। उन्होंने कहा कि वह पत्नी को लेकर घूमने के लिए नैनीताल अाया हुअा था। मामले में महिला के भाई की तहरीर पर पुलिस ने हत्या व दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कर लिया है। महिला के शव को पीएम के बाद लड़की के परिजनों को सौंप दिया गया है।
जल बोर्ड हाउस नंबर 512 मंडोली गांव नार्थ ईस्ट दिल्ली निवासी डॉ.सद्दाम पुत्र मो.उमर का विवाह 19 नवंबर 2017 को अट्टा फतेहपुर दनकौर जिला गौतमबुद्ध नगर नोएडा निवासी तमन्ना पुत्री हाजी मो.सब्बीर के साथ हुआ था। फिजीशियन डॉ. सद्दाम अपनी पत्नी तमन्ना (25) के साथ नैनीताल घूमने आया था। सोमवार को भूमियाधार के समीप फोटो खींचने के दौरान अचानक मौके पर सांप देखने पर डॉ. सद्दाम सड़क की ओर चला गया, जबकि तमन्ना नीचे खाई की ओर गिर गई।
स्थानीय लोगों की मदद से डॉ.सद्दाम अपनी पत्नी को बीडी पांडे जिला अस्पताल लाए, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मंगलवार सुबह दोनों के मां-बाप समेत परिजन मौके पर पहुंचे। एसडीएम अभिषेक रुहेला के आदेश पर बीडी पांडे पुरुष अस्पताल के डॉ.एमएस दुग्ताल, महिला अस्पताल के डॉ.वी पुनेरा व डॉ.द्रोपदी गर्ब्याल ने शव का पोस्टमार्टम किया। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। इस दौरान संयुक्त मजिस्ट्रेट अभिषेक रुहेला, सीओ विजय थापा समेत पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद रहे। शाम लगभग 4 बजे परिजन शव लेकर विवाहिता के मायके अट्टा फतेहपुर गौतमबुद्ध नगर रवाना हो गए।
तमन्ना ने बहन को बताई थी पति के उत्पीड़न की कहानी:
तमन्ना की मौत के मामले में मंगलवार रात्रि नया मोड़ आ गया। शव ले जाने से पहले मृतका के भाई मो.आसिफ ने तल्लीताल थाने में दहेज उत्पीड़न और हत्या की तहरीर दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। तमन्ना की ओर से बहन को बताई गई कहानी को ध्यान में रखते हुए ही परिजनों ने यह मुकदमा दर्ज कराया। तहरीर में वादी ने कहा है कि विवाह के बाद से ही उसकी बहन को दहेज के लिए प्रताड़ित किया जाने लगा था। 28 दिसंबर 2017 को बड़ी बहन रुखसाना ने तमन्ना को अपने घर बुलाया। इस दौरान तमन्ना (मानू) ने ससुराल पक्ष के जुल्म की कहानी बड़ी बहन को बताई। रुखसाना ने यह बात अपने भाई मो. आसिफ को बताई थी। इसके बाद 12 जनवरी 2018 को सद्दाम अपनी ससुराल पहुंचा। वह तमन्ना को अपने साथ लेकर नैनीताल के लिए निकल पड़ा। भाई ने बताया कि तमन्ना नैनीताल घूमने नहीं आना चाहती थी। 15 जनवरी को उन्हें पता चला कि उनकी बहन और उसके पति सद्दाम को नैनीताल में चोट लग गई है। मंगलवार की सुबह जब वे नैनीताल पहुंचे तो देखा कि सद्दाम बिल्कुल ठीक है और उसकी बहन की मौत हो चुकी है। आसिफ ने पति व ससुरालियों पर दहेज के लालच में उनकी बहन की हत्या का आरोप लगाया है। प्रभारी थानाध्यक्ष मनवर सिंह ने बताया कि आसिफ की तहरीर मिल गई है। मामले में रात्रि को आईपीसी की धारा 304 बी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
शव ले जाने को लेकर हुई दोनों परिवारों में बहस:
पोस्टमार्टम के बाद तमन्ना के शव को अपने साथ ले जाने के लिए उसके मायके तथा ससुराल पक्ष के बीच कुछ देर के लिए बहस भी हुई। मायके वाले तमन्ना के जिंदगी भर उनके साथ रहने तथा मात्र कुछ दिन ससुराल रहने का हवाला देकर उसका शव अपने साथ ले जाना चाहते थे। जबकि ससुराल पक्ष कानूनी रूप से बहू के शव पर अपना हक जता रहा था। मामला बिगड़ता देख पुलिस क्षेत्राधिकारी विजय थापा मौके पर पहुंचे। बमुश्किल तमन्ना के शव को अंतिम संस्कार के लिए मायके पक्ष को दिए जाने पर बात बनी।
घटनास्थल देखने के बाद परिजनों को मौत पर शक :
सर्द मौसम में कैसा सांप?, मृतका के शरीर पर गिरने से रगड़ के निशान भी नहीं हैं। रुकने के लिए समीप में कई बेहतरीन स्थल होने के बावजूद उक्त स्थल पर वाहन क्यों रोका गया। एक घंटा वहां रुकने के बाद अचानक फोटो खींचने के दौरान सांप कहां से आया और फिर ओझल हो गया, सरीखे कई सवालों के आधार पर मृतका के परिजन मौत को सुबह से ही इसे सामान्य घटना न मानकर इस पर संदेह जाहिर कर रहे थे। पोस्टमार्टम के दौरान हुई चर्चा के बाद रिपोर्ट दर्ज कराई गई।
तमन्ना के पिता हाजी मो.सब्बीर ने बताया कि वह क्षेत्र के राशन डीलर हैं। दो पुत्र व चार पुत्रियों में तमन्ना (मानू) सबसे छोटी थी। 19 नवंबर 2017 को उन्होंने बेटी का यादगार विवाह किया था। विवाह में 1.70 करोड़ रुपये खर्च किए थे। इसमें उपहार के रूप में तीन कारें और अन्य सामान दिया था। माता हज्जन रेमती बानों का कहना था कि बीबीए, एमबीए उत्तीर्ण तमन्ना उनकी बेटी नहीं बेटा था। वह परिवार का सामान, कपड़े, त्योहार व दवा सबका ख्याल रखती थी। शादी के बाद भी एक बार 15 दिन और उसके बाद 12 दिन मायके में रही।
मृतका की मां समेत यहां पहुंचे भाई मो.आसिफ, मो.ताहिर, चचेरे भाई जावेद, जाहिद, नदीम, जीजा, मो.रिजवान, चाचा महमूद, चौधरी इकबाल का कहना था कि घटनास्थल के निरीक्षण के बाद वह मौत को सामान्य नहीं मान सकते हैं। परिजनों की बातचीत में तमन्ना के ससुराल पक्ष की ओर से दहेज मांगने व प्रताड़ित करने की भी बात उठी। दो परिवारों की लाज के चलते वह अब तक चुप थे, लेकिन बेटी की मौत के बाद सब कुछ खत्म हो गया है। इसी कारण उन्होंने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है।