ELECTION

कर्नल कोठियाल की दावेदारी पर भाजपा ने फेरा पानी !

  • वीरेन्द्र जुयाल पर भी दांव खेल सकती है भाजपा
  • रियर एडमिरल ओम प्रकाश सिंह राणा और शौर्य डोभाल भी लाइन में
  • भाजपा  ने कर्नल कोठियाल की पूरी तरह से घेराबंदी

देवभूमि मीडिया ब्यूरो

देहरादून : भाजपा ने कर्नल कोठियाल के लोकसभा चुनाव लड़ने के मंसूबों पर पानी फेर दिया है कर्नल को भाजपा पार्टी में लेना तो चाहती है उनके युवा संसाधनों का प्रयोग भी करना चाहती है लेकिन उन्हें लोकसभा का टिकट नहीं देना चाहती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बीते दिन उत्तराखंड लोकसभा चुनाव प्रभारी थावरचंद गहलोत और कर्नल (रिटायर्ड) अजय कोठियाल के बीच हुई बातचीत बेनतीजा समाप्त हो गयी।

लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कर्नल अजय कोठियाल के कुछ लोग भाजपा के बाद अब कांग्रेस के संपर्क में हैं ताकि पौड़ी अथवा टिहरी लोकसभा से कर्नल (रिटायर्ड) अजय कोठियाल की दावेदारी को पुख्ता किया जा सके। लेकिन दोनों ही दलों में इस बात को लेकर जद्दोजहद चल रही है कि कर्नल (रिटायर्ड) को कैसे अपने पुराने नेताओं से आगे कर टिकट दिया जाय। हालांकि भाजपा के सूत्र बता रहे हैं कि कर्नल (रिटायर्ड) की भाजपा में शामिल तो किया जा सकता है लेकिन पार्टी उन्हें चुनाव लड़ाने पर तैयार नहीं है। वहीं कर्नल (रिटायर्ड) के नजदीकी लोगों का कहना है कि कर्नल (रिटायर्ड) बीते एक साल से तैयारी कर रहे हैं ऐसे में उनके समर्थकों का उन पर चुनाव लड़ने को लेकर भारी दबाव है।

गौरतलब हो कि शनिवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गाँधी की देहरादून के ऐतिहासिक परेड मैदान में रैली आहूत की गयी है, कांग्रेस का मानना है कि राहुल की यह रैली उत्तराखंड में कांग्रेस को ऑक्सीजन का काम करेगी । हालांकि कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री खण्डूरी के पुत्र मनीष खण्डूरी को कांग्रेस में लाने की ख़बरें चलाकर शुरूआती चुनावी माहौल बनाने में सफलता तो प्राप्त कर ली है । लेकिन कांग्रेस की असली अग्नि परीक्षा तो कल तब होगी जब कांग्रेस परेड ग्राउंड में पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी की रैली के समकक्ष भीड़ जुटाने में कामयाब होगी।

वहीं पौडी संसदीय सीट से बीजेपी के पास अब तीन नाम तो हैं लेकिन जनता के बीच दो नाम पहली बार मुखातिब होंगे जिनमें नौसेना के रियर एडमिरल ओम प्रकाश सिंह राणा और एनएसए डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल है। लेकिन वहीं यदि भाजपा अपने पुराने कार्यकर्त्ता और दिल्ली में सक्रिय वीरेन्द्र जुयाल पर दांव खेलती है तो पार्टी को ज्यादा मेहनत नहीं पड़ेगी क्योंकि जुयाल का पौड़ी लोकसभा में 37 हज़ार किलोमीटर गांव-गांव तक चलने का और संपर्क का लाभ पार्टी को मिलेगा । वहीं अन्य दावेदारों में नौसेना के रियर एडमिरल ओम प्रकाश सिंह राणा और एनएसए डोभाल के बेटे शौर्य डोभाल है।

वहीं भाजपा भी किसी ऐसे नाम पर दाँव लगाना नहीं चाह रही है जिस पर उसे कोई रिस्क नज़र आता हो। वहीं चमोली और रुद्रप्रयाग जिलों से यह आवाज भी आनी शुरू हो गयी है कि भाजपा हो या कांग्रेस इन दोनों ही राजनीतिक दलों ने हर बार इन दोनों जिलों से कभी भी लोकसभा प्रत्याशी खड़ा नहीं किया। लिहाज़ा उनकी मांग है इस बार इन दोनों जिलों से ही लोकसभा का प्रत्याशी खड़ा किया जाय। यदि भाजपा इन जिलों के लोगों की भावनाओं का सम्मान करती है तो नौसेना के रियर एडमिरल ओम प्रकाश सिंह राणा का पलड़ा भारी हो जाता है।

उधर सूत्रों के अनुसार कर्नल कोठियाल के भाजपा या कांग्रेस में अपनी दाल न गलती देख निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में भी मैदान में उतरने की चर्चा है। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस को रिटायर्ड कर्नल परेशानी पैदा कर सकते हैं। वहीं भाजपा सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने कर्नल कोठियाल की पूरी तरह से घेराबंदी कर दी है। यदि में प्यार से नहीं माने तो केदारनाथ पुर्ननिर्माण को पर सीएजे की रिपोर्ट को जनता तक पहुंचाकर वे कर्नल की दावेदारी को कमजोर करने का प्रयास करेंगे, क्योकि इस रिपोर्ट के आने के बाद से कर्नल बचाव की मुद्रा में हैं।

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