मुख्यमंत्री ने भाजपा प्रदेश मुख्यालय में सुनीं कार्यकर्ताओं की समस्याएं

सरकार जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील :त्रिवेन्द्र
भाजपा कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री से की शिकायतें
देहरादून । मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं की समस्याओं व सुझावों को सुनने के लिये बलबीर रोड प्रदेश कार्यालय में अपने नियमित कार्यक्रम में पहुंचे तो वर्षा के बीच भी ढाई-तीन सौ कार्यकर्ता उनके स्वागत को मौजूद मिले। लगभग सवा घंटे की सुनवाई में ज्यादातर कार्यकर्ताआेंं ने स्थानांतरणों की सिफारिशों से लेकर गलत स्थानांतरणों की शिकायतों, विवेकाधीन कोश से सहायता आवेदन, अपने कार्यक्रमों में निमंत्रण, मुख्यमंत्री या अन्य मंत्रियों के आदेशों पर कार्यवाही न होने की शिकायतों आदि की झडी सी लगा दी। पार्टी पदाधिकारियों के अनुसार आयोजन में कार्यकर्ताओं की ओर से रचनात्मक सुझाव अभी भी कम ही आ रहे हैं। कई प्रतिनिधिमंडलों ने भी मुख्यमंत्री से भेंट की।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार बलबीर रोड स्थित पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं से भेंट की। मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं की समस्याओं और सुझावों को सुना। लगभग 250 कार्यकर्ताओं ने लिखित शिकायतें, प्रार्थना पत्र तथा सुझाव दिए। बहुत से लोगों की समस्याओं के समाधान के लिए दूरभाष पर अधिकारियों को निर्देश दिए गए। अधिकांश प्रार्थना पत्र आर्थिक सहायता, विकास कार्यों, गंभीर बीमारी के उपचार से संबंधित थे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उपस्थित जन को आश्वस्त किया कि सरकार जनता की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है। सरकारी कार्यालयों में ऐसा माहौल बनाया जा रहा है कि लोगों के काम समय पर हो। जनपद स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि निर्धारित समय पर लोगों की समस्याओं का समाधान हो। ऑफिस में बायोमैट्रिक हाजिरी, तहसील दिवस का आयोजन, जनता मिलन कार्यक्रम इस दिशा में बढ़ते कदम है। सोमवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के बलबीर रोड स्थित पार्टी कार्यालय में आयोजित जनता दरबार में एक प्रकरण कोषागार पौड़ी के एक लेखाकार को देहरादून स्थानांतरण के संबंध में प्राप्त हुआ।
इस संबंध में निदेशक कोषागार, पेंशन हकदारी उत्तराखण्ड द्वारा अवगत कराया गया है कि समय-समय पर प्रदेश के दूरस्थ जनपदों के कोषागारों में नियुक्त/कार्यरत सहायक लेखाकारो, लेखाकारों द्वारा देहरादून, हरिद्वार, उधमसिंह नगर व नैनीताल आदि जनपदों हेतु स्थानांतरण कराने के लिए जनप्रतिनिधियों के माध्यम से प्रस्ताव प्रेषित किए जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि उत्तराखंड कोषागार अधीनस्थ संवर्ग सेवा नियमावली, 2003 में किए गए प्रावधानों के अनुसार श्रेणी ’घ’ व ’ग’ तक के पदधारकों की नियुक्ति प्राधिकारी संबंधित जनपदों के जिलाधिकारी होते हैं। इसलिए जनपदों के कोषागारों में कार्यरत सहायक लेखाकारों व लेखाकारों का स्थानांतरण संबंधित जिले के अंतर्गत ही कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि स्थानान्तरण के संबंध में प्राप्त प्रस्तावों को उचित निर्देश हेतु शासन को प्रेषित कर दिया जाता है, क्योंकि निदेशालय स्तर से इस संबंध में कार्रवाई किया जाना संभव नहीं है।
इस अवसर पर सुनवाई के सुगम संचालन को पार्टी अध्यक्ष अजय भट्ट, विधायक खजान दास, महामंत्री नरेश बंसल, प्रवक्ता विनय गोयल, मंत्री सुनील उनियाल गामा, मीडिया सह प्रभारी सरदार बलजीत सिंह सोनी आदि ने मुख्यमंत्री की मदद की।