Uttarakhand

सद्गुरु के नदी अभियान रैली में सद्गुरु के साथ मुख्यमंत्री भी करेंगे शिरकत

  • नदी अभियान ने पूरे देश में एक बड़े पैमाने के आंदोलन का ले लिया रूप 
  • ‘‘साउंड्स ऑफ ईशा‘‘ के अनूठे व प्रतिभावान कलाकार इस समारोह में देंगे अपनी प्रस्तुतियां
  • 3 सितंबर को कोयंबटूर से मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने झंडा दिखाकर किया था रवाना 

देहरादून : भारत की लगभग सभी प्रमुख नदियां बहुत तेजी से सूख रही हैं। कई छोटी नदियां पहले ही सूख चुकी हैं। जो नदियां साल में बारहों मास बहती थी, वो आज कुछ महीने ही बहती हैं। अगर हमने सही समय पर देश की नदियों को पुनर्जीवित करने की दिशा में उचित कदम नहीं उठाएं, तो आने वाली पीढियों को भारी संकट का सामना करना पड़ेगा।

इसी क्रम में रविवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत हरिद्वार में नदी अभियान के समर्थन में ईशा फाउंडेशन के संस्थापक सदगुरु के साथ वीआईपी घाट में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने स्वयं ही राज्य में प्रत्येक जनपद में कम से कम एक नदी या प्रमुख जलाशय को पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठा रखा है।

मुख्यमंत्री ने प्रत्येक जिलाधिकारी को जनपद में किसी प्रमुख नदी या जलाशय को पुनर्जीवित करने के लिए कार्ययोजना बनाने और उस पर निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत काम करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने स्वंय देहरादून में रिस्पना नदी और सुसवा नदी को पुनर्जीवित करने का लक्ष्य रखा है। मुख्यमंत्री ने पिछले 6 माह में सरकारी और गैर-सरकारी सभी स्तरों पर लोगों को नदियों के पुनर्जीवन और जल संरक्षण के लिए जागरुक करने हेतु व्यक्तिगत रुचि दिखाई है।

विगत 25 मई से 30 जून, 2017 को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र की पहल पर प्रदेश में एक व्यापक जल संचय जल संरक्षण अभियान चलाया गया जिसके माध्यम से लोगों को प्रतिदिन लाखो लीटर पानी बचाने हेतु प्रेरित किया गया। इस अभियान के अन्तर्गत 3837 चालखाल, जलकुण्ड, फार्म पौण्ड, 2186 चैक डैम, 84000 कन्टूर ट्रेंच एवं 381 रेनवाटर हारवेस्टिंग स्ट्रक्चर तैयार किए गये एवं कुल 34600 लाख लीटर जल संचय क्षमता में वृद्धि हुई। वृक्षारोपण को बढ़ावा देने के लिए राज्य में एक व्यक्ति एक वृक्ष अभियान चलाया गया है।

सदगुरु द्वारा शुरू की गई नदी अभियान रैली, जिसे 3 सितंबर को कोयंबटूर से केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने झंडा दिखाकर रवाना किया था, रविवार को हिमालय की तलहटी हरिद्वार पहुँचेगी। यह रैली अपनी यात्रा के आखिरी चरण में हैं। नदी अभियान रैली का समापन नई दिल्ली में 2 अक्तूबर को एक भव्य समारोह में होगा। पिछले एक महीने में नदी अभियान ने पूरे देश में एक बड़े पैमाने के आंदोलन का रूप ले लिया है।
ईशा फाउंडेशन द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार आध्यात्मिक गुरु और योगी, सदगुरु के नेतृत्व में यह रैली हरिद्वार पहुंच रही है। सदगुरु वीआईपी घाट पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के साथ एक बड़ी सभा को संबोधित करेंगे।

कार्यक्रम में पतंजली योगपीठ के योगी स्वामी रामदेव, परमार्थ निकेतन के स्वामी चिदानंद सरस्वती, स्वामी सतपालजी महाराज, हरि सेवा आश्रम से स्वामी हरिचेतनानंद, निर्मल संत आश्रम के श्री जगजीत सिंह महाराज और पतंजलि योगपीठ के आचार्य बालकृष्णजी भी इस समारोह में भाग लेंगे। ईशा की संगीत मंडली ‘‘साउंड्स ऑफ ईशा‘‘ के अनूठे व प्रतिभावान कलाकार इस समारोह में अपनी प्रस्तुतियां देंगे।

यह रैली कन्याकुमारी, मदुरई, तिरुअनंतपुरम, त्रिची, पुदुचेरी, मैसूर, बैंगलूरु, चेन्नई, विजयवाडा, हैदराबाद, मुंबई, अहमदाबाद, इंदौर, भोपाल, लखनऊ, जयपुर और चंडीगढ़ होती हुई रविवार को हरिद्वार पहुंच रही है।

devbhoomimedia

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