एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय देहरादून और अग्नि शमन केंद्र डोईवाला का मुख्यमंत्री धामी ने किया लोकार्पण
सांसद निशंक के साथ, डीजीपी अशोक कुमार, एसडीआरएफ महानिरीक्षक रिद्धिम अग्रवाल के साथ तमाम बड़े अधिकारी रहे मौजूद।
डोईवाला – रिपोर्टर – आशीष यादव: 23 हेक्टेयर में बना बेहद आधुनिक एसडीआरएफ ट्रेनिंग सेंटर 100 करोड़ की लागत से वर्ल्ड बैंक द्वारा बनाया गया हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी वीडियो संदेश में कहा कि उत्तराखंड के इस एसडीआरएफ मुख्यालय की तारीफ करते हुए राज्य में आपदा प्रबंधन और रेस्क्यू ऑपरेशन में बेहतर भूमिका निभाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय का लोकार्पण करते हुए कहा कि आपदा प्रबंधन और रेस्क्यू ऑपरेशन संचालित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा उत्तराखंड राज्य का एसडीआरएफ वाहिनी का मुख्यालय जोली ग्रांट।
डोईवाला के जॉली ग्रांट में एसडीआरएफ वाहिनी को आज नए आधुनिक मुख्यालय की सौगात उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लोकार्पण कर दी तो वही डोईवाला के माजरी में अग्नि शमन केंद्र का भी लोकार्पण कर डोईवाला क्षेत्र को बड़ी सौगात दी।
जोली ग्रांट में स्थित एसडीआरएफ वाहिनी का यह मुख्यालय बेहद आधुनिक और सभी सुविधाओं से सुसज्जित है। तो माजरी का अग्नि शमन केंद्र भी डोईवाला और ऋषिकेश क्षेत्र के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा।
एसडीआरएफ वाहिनी के प्रदेश मुख्यालय में आज 11 बजे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुंचे, एसडीआरएफ कें जवानों ने सीएम को गार्ड ऑफ ऑनर देकर वेलकम किया। उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी और एसडीआरएफ की महा निदेशक रिद्धिम अग्रवाल ने मुख्यमंत्री धामी के साथ एसडीआरएफ के नए मुख्यलय का निरीक्षण किया इस अवसर पर सीएम धामी ने सभी अधिकारियों और एसडीआरएफ जवानों से मुलाकात कर सभी को शुभकामनाएं दी।
उद्घाटन के अवसर अवसर पर उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अशोक कुमार, एसडीआरएफ की महानिदेशक रिद्धिम अग्रवाल के साथ हरिद्वार के सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक और डोईवाला के विधायक बृजभूषण गैरोला और तमाम अधिकारी भी मौजूद थे।
उत्तराखंड पुलिस के डीजीपी अशोक कुमार और एसडीआरएफ महानिरीक्षक रिद्धिम अग्रवाल ने कहा कि उत्तराखंड में आपदाओं के साथ ही पहाड़ और मैदान की चुनौतियों से निपटने के लिए अब एसडीआरएफ वाहिनी को नया परिसर मिलने के साथ ही उत्तराखंड राज्य के सभी 13 जिलों में रेस्क्यू ऑपरेशन का संचालन तेज गति से चलाने में सहायक सिद्ध होगा। जबकि डोईवाला और ऋषिकेश क्षेत्र के लिए अग्नि शमन केंद्र के शुरू होने से आगजनी की घटनाओं पर काबू पाने में यह केंद्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।