सारे के सारे ”गामा” को लेकर गाते चले

भाजपाईयों को क्यों याद आया साल 1972 का गीत…
देहरादून शहर की आबोहवा में साल 1972 का गीत सारे-के-सारे गामा को लेकर गाते चले..खूब घुल रहा है। फ़िल्म परिचय का ये गीत यू तो भाजपाईयों की जुबां पर है…लेकिन जल्द इस गीत को फिर दूनवासियों की पहली पसंद बनाने की कोशिश की जा रही है।
निकाय चुनाव के लिए देहरादून शहर में मेयर पद के लिए प्रचार-प्रसार हाईटेक होने लगा है। भाजपा ने प्रचार के लिए उस पुराने गीत को चुना है जो साल 1972 में सुपरहिट हुआ…जितेंद्र और जया भादुरी का लाजवाब अभिनय भी इस फ़िल्म में दिखा लेकिन अब फ़िल्म का ये सांग भाजपाईयों के मोबाइल फोन और जुबां पर भी होगा। इसके लिए भाजपा कार्यलय में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने रिहर्सल भी शुरू कर दी है।
गाने के बोल सारे के सारे गामा को लेकर …में गामा शब्द के चलते ही इस गाने को चुना गया है दरअसल भाजपा ने मेयर पद के प्रत्यासी पर सुनील उनियाल गामा को नामांकन करवाया है, जिसके चलते गामा की जीत के लिए इस गाने को घर घर पहुंचाने की कोशिश की जा रही है।