बगावत थामने को भाजपा-कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंकी
बागियों की नाम वापसी को कई स्तर पर किये गए प्रयास
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : निकाय चुनावों में बागियों को मनाने के लिए भाजपा और कांग्रेस ने पूरी ताकत लगा दी है। भाजपा जहां ने प्रभारी मंत्रियों के साथ ही संगठन के जिला प्रभारियों और वरिष्ठ नेताओं को इस रणनीति में लगाया है।वहीं कांग्रेस ने भी अपने पदाधिकारियों को यह जिम्मेदारी दी है। नामांकन वापस लेने की अंतिम तारीख को देख भाजपा ने बागियों के मान-मनोव्वल के लिए प्रभारी मंत्रियों के साथ ही प्रदेश और जिला संगठन के वरिष्ठ नेताओं को भी जिम्मेदारी सौंप दी है। भाजपा के लगभग 36 बागी विभिन्न निकायों में मेयर, पालिकाध्यक्ष और नगर पंचायत अध्यक्षों के लिए अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ मैदान में उतरे हैं। बागियों की फेहरिस्त लंबी होने पर संगठन की नींद उड़ी है। यदि बागी अपने तेवरों पर कायम रहे तो वे भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं। उधर, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट ने दावा किया कि पार्टी मेयर की सभी सीटों पर परचम लहराएगी।
शनिवार को नामांकन वापसी की उल्टी गिनती शुरू होते ही कांग्रेस ने अपने बागी और रूठे नेताओं को मनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के निर्देश पर कांग्रेस के नेता अपने-अपने स्तर से रूठे नेताओं को नामांकन वापस लेने के लिए मनाते रहे। इस बीच भाजपा से नाराज होकर देहरादून नगर निगम पार्षद पद पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे नेताओं ने भी कांग्रेस से समर्थन मांगा है। दून नगर निगम के सौ वार्ड में से करीब 30 वार्ड में कांग्रेस को अपने ही बागियों से जूझना पड़ रहा है। यहां पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नामांकन कराए हैं। पार्टी की ओर से बागियों को मनाने के लिए विधानसभा चुनाव के प्रत्याशी रहे नेताओं को जिम्मेदारी दी गई है। हालांकि पार्टी के अधिकृत प्रत्याशी भी व्यक्तिगत तौर पर बगावत को रोकने में जुटे हैं। इसमें राजनैतिक मध्यस्थता के अलावा निजी संबंधों को भी भुनाया जा रहा है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का कहना है कि नाम वापसी के अंतिम समय तक अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ पर्चा भरने वालों को समझाने की कोशिश रहेगी। कार्यकर्ता इस बात से अच्छे तरह से वाकिफ हैं कि टिकट तो किसी एक को ही दिया जा सकता है। उन्हें पूरी उम्मीद है कि कार्यकर्ता अपने नामांकन वापस ले लेंगे।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि टिकट न मिलने पर कार्यकर्ता का निराश होना स्वभाविक है पर हम सभी साथियों को मना रहे हैं। अधिकांश मान गए हैं। मेरी भी कई लोगों से बातचीत हुई है। सभी कांग्रेसजन मिलकर भाजपा को हराने का काम करेंगे। हम निर्दलीय चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों से भी समर्थन मांग रहे हैं।