जिलाधिकारी का फरमान : अधिकारी बैठक में नहीं आये तो पुलिस पहुंचेगी घर

रुद्रप्रयाग : ज़िले के जिलाधिकारी के फरमान से जहाँ अधिकारियों में बेचैनी है तो जनता में यह सोचकर राहत है कि चलो कोई तो मिला इन कामचोर अधिकारियों को ठिकाने लगाने वाला अधिकारी। अब तक बहुत से सरकारी अधिकारी बैठकों व दौरों को महज औपचारिकता मानते रहे हैं। अक्सर बैठकों में अनुपस्थित रहने वाले ऐसे अधिकारियों की मुश्किल बढ़ाते हुए ज़िलाधिकारी को फरमान जारी करना पड़ा कि ऐसे अधिकारियों की अब अलग से बैठकें ली जाएंगी वो भी सुबह के 6 बजे. इसमें भी अगर देर हुई तो पुलिस सीधे उनके घर पहुंचेगी।
उन्होंने तय किया कि अब यह पुलिस सुनिश्चित करेगी कि ज़िलाधिकारी की बैठकों में अधिकारी पहुंचें। ज़िलाधिकारी मंगेश धिल्डियाल ने बैठकों से अनुपस्थिति रहने वाले अधिकारियों को लाइन पर लाने के लिए इस तरह का आदेश जारी करना पड़ा है।
बुधवार को कृषि एवं सिंचाई विभाग की बैठक लेते हुए आंकड़ों में एकरूपता न होने पर ज़िलाधिकारी ने अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने बैठक में न आने वाले अधिकारियों का एक दिन का वेतन काटने का भी निर्देश दिया।
जिलाधिकारी का मानना है कि रुद्रप्रयाग में इन दिनों केदारनाथ, मदमहेश्वर व तुंगनाथ धामों की यात्राएं चल रही हैं. मॉनसून सर पर है और प्रदेश में बारिश शुरू हो गई है। रुद्रप्रयाग ज़िला आपदाओं की दृष्टि से अतिसंवेदनशील है और सरकारी कर्मियों की छोटी सी चूक भारी पड सकती है और तत्परता कई लोगों की जान बचा सकती है।