बड़ी ख़बर : अमृतसर में लैंड हुई अमेरिका की मिलिट्री प्लेन, भारतीयों के डिपोर्टेशन के लिए ट्रंप ने सैन्य विमान का ही क्यों किया इस्तेमाल?
अमृतसर में लैंड हुई अमेरिका की मिलिट्री प्लेन, भारतीयों के डिपोर्टेशन के लिए ट्रंप ने सैन्य विमान का ही क्यों किया इस्तेमाल?
अमेरिका का मिलिट्री प्लेन अवैध भारतीय प्रवासियों को लेकर भारत पहुंच गया है। अमेरिकी C-147 प्लेन से अवैध प्रवासी भारतीयों को लेकर अमृतसर एयरपोर्ट उतर चुका है। जानकारी के मुताबिक इस प्लेन में 104 भारतीय सवार हैं। अमेरिका का यह प्लेन अमृतसर एयरपोर्ट पर दोपहर दो बजे उतरा, जहां पुलिस और प्रशासन मुस्तैद हैं। जानकारी के मुताबिक, प्लेन में कुल 104 भारतीय हैं जिनमें 13 बच्चे, 79 पुरुष और 25 महिलाएं हैं। ये भी जानकारी सामने आई है किइन भारतीयों में से 33 लोग गुजरात से हैं और इन्हें अमृतसर से सीधे गुजरात भेजा जाएगा। जानकारी के मुताबिक, अमेरिका से डिपोर्ट किए जा रहे भारतीयों को मेक्सिको-अमेरिकी सीमा से पकड़ा गया था।
ट्रंप ने मिलिट्री प्लेन का क्यों किया इस्तेमाल
अमेरिका में चुनाव के समय से ही डोनाल्ड ट्रंप अवैध प्रवासन के मुद्दे पर जोरों-शोरों से प्रचार कर हे थे। डोनाल्ड ट्रंप अवैध प्रवासियों को अमेरिका में घुसपैठ करने वाले ‘एलियंस’ से लेकर ‘अपराधी’ तक कहा। अब ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अवैध प्रवासियों को सेना के विमानों से वापस भेजा जा रहा है। ऐसा करने से एक संदेश दुनिया भर में जाएगा कि ट्रंप अवैध प्रवासन के मामले में बहुत ज्यादा सख्त हैं।
ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद अमेरिकी रक्षा विभाग के अधिकारी रॉबर्ट सेलेस ने बताया था कि, अमेरिकी सेना, होमलैंड सुरक्षा विभाग की मदद करने के लिए 5,000 से ज्यादा “अवैध प्रवासियों” को उनके देशों में भेजने के लिए सैन्य विमानों का इस्तेमाल करेगी। सेलेस ने कहा था कि इन लोगों को अमेरिकी सीमा सुरक्षा विभाग ने साउथ बॉर्डर से पकड़ा था। इन विमानों का संचालन विदेश मंत्रालय की मंजूरी के बाद किया जाएगा और हर देश को इस बारे में जानकारी दी जाएगी।
अमेरिका में ऐसा पहली बार है जब अवैध प्रवासियों को भेजने के लिए सैन्य विमानों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इसका खर्च सिविल प्लेन के मुकाबले काफी ज्यादा महंगा है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सैन्य C-17 मिलिट्री ट्रांसपोर्ट विमान के उड़ान की अनुमानित लागत 28500 डॉलर (करीब 24 लाख 82 हजार रुपये से ज्यादा) प्रति घंटा है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप के पदभार संभालने के बाद पहले सप्ताह के अंत तक, अवैध अप्रवासियों को भेजने के लिए केवल छह सैन्य विमानों का इस्तेमाल किया गया। इसके अलावा, अवैध प्रवासियों को भेजने के लिए ट्रंप प्रशासन ने सामान्य प्लेन का भी इस्तेमाल किया। इसी दौरान, मेक्सिको, ग्वाटेमाला, कोलंबिया और होंडुरास जैसे देशों में भी अवैध प्रवासियों को भेजने के लिए कई सामान्य प्लेन का इस्तेमाल किया गया।