RUDRAPRAYAG
अगस्त्यमुनि की कथित सांप्रदायिक घटना में आया नया मोड़ !

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अगस्त्यमुनि में शनिवार को लौट आई शांति
- –जिस लड़की के साथ घटी घटना, उसने बलात्कार से किया इंकार
- -तीन मजदूरों को पुलिस ने किया गिरफ्तार
- -सोशल मीडिया और दंगा करने वाले सात लोगों को पुलिस ने पकड़ा
- -अन्य लोगों की तलाश जारी

शुक्रवार को रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त्यमुनि क्षेत्र में हुई घटना ने सभी को शर्मशार किया है, जिस तरह से घटना को सांप्रदायिकता का रूप दिया गया, उससे पूरे देश में गलत संदेश गया है। पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि जिस लड़की को वट्स और फेसबुक के माध्यम से बदनाम करने की कोशित की गई, उसके साथ बलात्कार नहीं हुआ है। कुछ लोगों ने घटना को अलग ही रूप दिया, जिससे बात आग की तरह फैल गई। उन्होंने बताया कि घटना के बाद जिन लोगों पर छात्रों और स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया, वे सभी पुलिस की हिरासत में है और जिस लड़की से घटना घटने की बात कही गई, उसने भी पुलिस को अपना बयान दिया है। जबकि लड़की का मेडिकल का भी किया गया है।
एसपी मीणा ने बताया कि लड़की के साथ बलात्कार जैसी कोई घटना नहीं हुई है। जिन लोगों ने लड़की के साथ बदतमीजी और ब्लैकमेल करने का कार्य किया है उन पर धारा 354ए, 354 डी, 323/509 भारतीय दण्ड विधान एवं 7/8 पोक्सो एक्ट में कार्रवाई की गई है। इसके अलावा 12 लोगों के नाम सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने पर सामने आये हैं, जिनमें से दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही आगजनी, तोड़फोड़, भय पैदा करने के जुर्म में 16 लोगों के नामों की लिस्ट जारी की है। इनमें पांच लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है, जबकि अन्य लोगों को तलाश किया जा रहा है।
एसपी मीणा ने सभी लोगों से अपील की कि वे झूठी खबरो पर विश्वास न करें और आपसी सौहार्द बनाकर रखें। ऐसे लोगों के बहकावे में न आंये, जो झूठी खबरों से आग लगाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि रुद्रप्रयाग तहसील क्षेत्र में धारा 144 लागू कर दी गयी है और सुरक्षा के मद्देनजर तिलवाडा, अगस्त्यमुनि व रुद्रप्रयाग में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। उग्र प्रदर्शन व आगजनी के मामले में पुलिस ने तीन अभियोग पंजीकृत कर दिये हैं वहीं पीड़ित लडकी ने बीती देर रात्रि अपने बयान पुलिस को दर्ज करवा दिये हैं, जिसके आधार पर पुलिस ने तीन आरोपियों पर पोक्सो एक्ट के साथ ही अन्य धाराओं में भी अभियोग पंजीकृत कर दिये हैं व तोडफोड आगजनी, सोशियल मीडिया पर गलत अफवाह फैलाने के मामले में सात अन्य लोगों को हिरासत में ले लिया गया है।
वहीं अन्य नामजद अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें रवाना कर दी गयी हैं। जल्दी ही अन्य अभियुक्तों को भी पुलिस हिरासत में ले लेगी। एसपी पीएन मीणा ने बताया कि मामले को सामप्रदायिक रंग दिया गया, जिसके चलते प्रदर्शन उग्र हुआ व तोडफोड तथा आगजनी की घटनाएं हुई। जिसके लिए पूरे जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है और कस्बों में पुलिस बैरियर बना दिये गये हैं। साथ ही पुलिस की गश्तों को बढ़ा दिया गया है। एसपी ने कहा कि मामले को लेकर पुलिस की लापरवाहियों की भी अलग से जांच की जा रही है और जांच में पुलिस की लापरवाही मिलती है तो पुलिसकर्मियों पर भी दण्डात्मक कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होने आम जनता से भी अपील की कि मामले की गम्भीरता को समझे व अफवाहों पर घ्यान ना दें। साथ ही सोशियल मीडिया पर भी विशेष टीम लगातार नजर बनाये हुए हंै और गलत व आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों पर पुलिस पैनी निगाह बनाये हुए है। यही नहीं शहरों में पुलिस द्वारा फ्लैग मार्च भी निकाला जा रहा है और संभावित शहरों को छावनी के रुप में तब्दील किया जा चुका है।
- -जगह-जगह कस्बों में पुलिस बल तैनात

वहीं अन्य दुकानों में सामान्य दिनों की तरह ही चहल पहल नजर आई तथा लोग खरीददारी करते नजर आये। पुलिस प्रशासन ने बबाल के बाद मोर्चा सम्भालते हुए शान्ति व्यवस्था बहाल करने के लिए कई कदम उठाये। शहर में तत्काल धारा 144 लगा दी। भारी पुलिस बल तैनात कर लगातार गस्तें बढ़ाई गई। वहीं लाउडस्पीकर से भी लगातार शान्ति व्यवस्था बनाये रखने की अपील भी की गई। जिससे लोगों में सुरक्षा का भाव जगा तथा शुक्रवार सांय से ही इसका असर दिखने लगा था। जब अधिकांश दुकाने खुलने लगी थीं। पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा ने घटना के बाद से ही अगस्त्यमुनि में डेरा डालकर प्रत्येक गतिविधि पर अपनी नजर रखी।
शान्ति व्यवस्था बनाये रखने के लिए रुद्रप्रयाग पुलिस के 200 जवानों के साथ ही टिहरी एवं चमोली के 50 पुलिसकर्मियों को भी बुलाया गया। जबकि एक कम्पनी पीएसी भी सांय को अगस्त्यमुनि पहुंच गई थी। शुक्रवार सांय को ही पुलिस ने फ्लैग मार्च निकालकर शान्ति व्यवस्था के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाई। आज भी पुलिस ने दोपहर में पुनः फ्लैग मार्च किया। पुलिस की बड़ी सफलता कल रात्रि को ही मिल गई थी। जब पीड़िता ने सामने आकर अपने बयान दिए। वहीं पुलिस ने लगातार दबिश देते हुए बलवा करने वालों की पहचान कर उनकी धरपकड़ भी शुरू कर दी। अब तक सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस अधीक्षक पीएन मीणा ने कहा कि वे लगातार स्थित पर नजर बनाये हुए हैं। स्थिति नियन्त्रण में है। पुलिस ने स्पेशल टीम बनाकर विभिन्न वीडियों एवं सीसीटीवी फुटेज को खंगालना प्रारम्भ कर दिया है। विवेचना में जो नाम आ रहे हैं उनका मिलान वीडियो इत्यादि से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी निरपराध व्यक्ति को परेशान नहीं किया जायेगा। जबकि किसी भी अपराधी को छोड़ा नहीं जायेगा।