UTTARAKHAND

राज्यपाल की मंजूरी के बाद बज़ूद में आया चारधाम देवस्थानम बोर्ड

राज्यपाल से स्वीकृति मिलने के बाद शासन ने जारी कर दी अधिसूचना 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

 बोर्ड  यात्रा व्यवस्था में सुधार के लिए : सीएम

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि चारधाम देवस्थानम अधिनियम चारधाम और उनके आसपास के मंदिरों की व्यवस्था में सुधार के लिए है। इसका मकसद ये है कि यहां आने वाले यात्रियों का ठीक से स्वागत हो और उन्हें बेहतर सुविधाएं मिलें। साथ ही बोर्ड भविष्य की जरूरतों को भी पूरा करे। मंगलवार को सचिवालय में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पत्रकारों द्वारा सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि देवस्थानम एक्ट को लेकर कोर्ट ने कोई स्टे नहीं दिया है। उधर, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने कहा कि उच्च न्यायालय ने देवस्थानम अधिनियम के संबंध में तीन हफ्ते के भीतर जवाब मांगा है। तय अवधि में इस संबंध में कोर्ट में शपथ पत्र दाखिल किया जाएगा।

देहरादून: उत्तराखंड के चारधाम की अवस्थापना सुविधाओं का विकास, समुचित यात्र संचालन एवं प्रबंधन के लिए उत्तराखंड चारधाम देवस्थानम प्रबंधन अधिनियम को राजभवन की मंजूरी मिलने के बाद अब चारधाम देवस्थानम बोर्ड अस्तित्व में आ गया है। अधिनियम के तहत इस बोर्ड के गठन को राज्यपाल से स्वीकृति मिलने के बाद शासन ने मंगलवार को इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। इतना ही नहीं इसी सोमवार को बोर्ड के सीईओ पद पर मंडलायुक्त रविनाथ रमन को जिम्मेदारी भी सौंपी जा चुकी है। अब सदस्यों के संबंध में अधिसूचना जारी की गई है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत बुधवार शाम को सचिवालय में देवस्थानम बोर्ड की पहली बैठक लेंगे।

सरकार ने विधानसभा में गत वर्ष चारधाम देवस्थानम विधेयक पारित कराया था। राजभवन की मंजूरी के बाद यह अधिनियम बन चुका है और अब अधिनियम के तहत चारधाम देवस्थानम बोर्ड के गठन की कसरत शुरू की गई। राज्यपाल बेबी रानी माौर्य से इसकी स्वीकृति मिलने के बाद सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर की ओर से बोर्ड के गठन की अधिसूचना जारी कर दी गई है।

अधिसूचना के मुताबिक बोर्ड के अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे। संस्कृति मामलों के मंत्री को बोर्ड का उपाध्यक्ष बनाया गया है। इसके अलावा बोर्ड में मुख्य सचिव, सचिव पर्यटन, सचिव वित्त व संस्कृति विभाग भारत सरकार के संयुक्त सचिव स्तर तक के अधिकारी पदेन सदस्य होंगे। इसके अलावा टिहरी रियासत के राजपरिवार के एक सदस्य, हिन्दू धर्म का अनुसरण करने वाले तीन सांसद, हिन्दू धर्म का अनुसरण करने वाले छह विधायक, राज्य सरकार द्वारा चार दानदाता, हिन्दू धर्म के धार्मिक मामलों का अनुभव रखने वाले व्यक्ति, पुजारियों, वंशानुगत पुजारियों के तीन प्रतिनिधि इसमें शामिल होंगे। सर्कार का कहना है कि चारधाम देवस्थानम अधिनियम चारधाम व उनके आसपास के मंदिरों की व्यवस्था में सुधार के लिए है।

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