UTTARAKHAND
स्वच्छ राजनीति के पुरोधा थे प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री स्व. नित्यानन्द स्वामी : त्रिवेंद्र


देहरादून : मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री स्व. नित्यानन्द स्वामी को स्वच्छ राजनीति का पुरोधा एवं सामाजिक बुराइयों के विरूद्ध संघर्ष करने वाला व्यक्ति बताया। उन्होंने कहा कि स्वच्छ, इमानदार एवं पारदर्शी प्रशासन तथा भ्रष्टाचार से मुक्ति के लिये किये जाने वाले प्रयासों के लिये ऐसे व्यक्ति प्रेरणा व शक्ति प्रदान करते हैं। स्वामी जी को विनम्रता व दृढ़ता का प्रतीक बताते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज हित के लिये किये जाने वाले कार्यों के लिये हमें सदैव विनम्रता पूर्वक तत्पर रहना चाहिए। विनम्रता कमजोरी नही होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अच्छे लोगों को राजनीति से जुड़ना चाहिए। स्थानीय निकाय चुनावों से ही इसकी शुरूआत होनी चाहिए। यदि पढ़े लिखे लोग अपना वोट देंगे तो निश्चित रूप से राजनीति में अच्छे व इमानदार लोग आगे आयेंगे। इसके तभी सार्थक परिणाम मिल सकेंगे जब हम इसके लिये इमानदारी से प्रयास करेंगे। उन्होंने राजनीति में आ रही गिरावट को रोकने के लिये गहराई के साथ चिन्तन की भी जरूरत बतायी।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने सांसद श्री अजय भट्ट को स्वच्छ राजनीतिज्ञ पुरस्कार, स्वामी सुन्दरानन्द को उत्तराखण्ड गौरव सम्मान, डॉ. सुनील सैनी को चिकित्सा सेवा अलंकरण सम्मान, पदमश्री प्रीतम भरतवाण को संगीत अलंकरण सम्मान, श्री देवेन्द्र कुमार अग्रवाल को उद्योग अलंकार सम्मान, श्री अद्धैत क्षेत्री एवं श्री प्रेम माधववाली को युवा अलंकरण सम्मान तथा शिक्षाविद सम्मान सुश्री पद्मिनी एस शिवम को प्रदान किया। सांसद श्री अजय भट्ट को दिया जाने वाला पुरस्कार उनकी धर्मपत्नी श्रीमती पुष्पा भट्ट ने ग्रहण किया। Lorem ipsum dolor sit amet, consectetur.