- मुख्यमंत्री और चीमा बने अमृतसर उड़ान के पहले यात्री
देव भूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । जौलीग्रांट एयरपोर्ट से देश के तीन बड़े शहरों जयपुर, जम्मू और अमृतसर के लिए अपनी सीधी फ्लाइट शुरू होने की बाद अब देहरादून हवाई अड्डा लगभग आधे देश से जुड़ गया है। जिसके बाद देहरादून एयरपोर्ट देश के 10 बड़े शहरों दिल्ली, मुंबई, बंगलौर, हैदराबाद, अहमदाबाद, लखनऊ, पंतनगर, जम्मू, अमृतसर और जयपुर एयरपोर्ट से डायरेक्ट जुड़ गया। यह सेवा स्पाइसजेट विमान कंपनी ने शुरू की है। रविवार को अमृतसर के लिए शुरू हुई पहली उड़ान में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यात्री के रूप में अमृतसर के स्वर्णमंदिर के दर्शन किये और उसी उड़ान से देहरादून लौट आये।
रविवार को देहरादून से अमृतसर के लिए वायु सेवा शुरू हो गई है।स्पाइस जेट एयरवेज की पहली फ्लाइट से आज मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत विधायक काशीपुर हरभजन सिंह चीमा और देहरादून इंटरनेशनल स्कूल के चेयरमैन डीएस मान भी अमृतसर पहुँचे। मुख्यमंत्री दरबार साहिब के दर्शन करने अमृतसर स्वर्ण मंदिर पहुँचे जहाँ मंदिर कमेटी के प्रचारक अजीत सिंह ने उनका स्वागत और अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री ने वहाँ पहुँच कर दरबार साहिब के दर्शन किये और उपस्थित श्रद्धालुओं की सेवा करने के साथ ही लंगर भी चखा। इस दौरान मुख्यमंत्री के साथ उनके ओएसडी अभय सिंह रावत और अन्य उच्चाधिकारी भी मौजूद रहे। बताते चले कि देहरादून से अमृतसर के लिए सीधी उड़ान की मांग बहुत अर्से से हो रही थी।आज देहरादून के जॉलीग्रांट एयरपोर्ट से पहली फ्लाइट के उड़ान भरते ही उन उम्मीदों को भी पंख लग गए।
रविवार से जयपुर, जम्मू और अमृतसर के लिए सीधी हवाई सेवा शुरू होने के बाद जौलीग्रांट एयरपोर्ट देश के तीन बड़े शहरों से जुड़ गया। देहरादून-जयपुर के बीच स्पाइसजेट लगभग दो घंटे, देहरादून-जम्मू के बीच एक घंटा 20 मिनट, देहरादून-अमृतसर के बीच विमान 40 मिनट में अपनी उड़ान पूरी करे लेगा। एयरपोर्ट डायरेक्टर विनोद शर्मा ने बताया कि इस सीधी उड़ान के शुरू होने से हवाई सफर करने वाले यात्रियों को काफी फायदा मिलेगा।
उन्होंने बताया कि पहले जयपुर, जम्मू या अमृतसर जाने के लिए एयरपोर्ट पर कोई सीधी फ्लाइट नहीं थी। जिस कारण इन शहरों में जाने के लिए हवाई पैसेंजरों को पहले दून से दिल्ली जाना पड़ता था। जिसके बाद वहां से इन शहरों के लिए उड़ान पकड़नी होती थी। इससे समय की काफी बर्बादी होती थी।