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तीर्थस्थलों को विकसित करने की जरूरतः थपलियाल

- -बद्री-केदार मंदिर समिति अध्यक्ष की पत्रकार वार्ता
- -जिम्मेदारी का ईमानदारी के साथ किया जायेगा निर्वहन
देवभूमि मीडिया ब्यूरो

यहां आयोजित पत्रकारा वार्ता में मंदिर समिति के अध्यक्ष श्री थपलियाल ने कहा कि केदारनाथ अधिष्ठान के अन्तर्गत तीर्थाटन व पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं। यदि इस घाटी व माटी के हर तीर्थ व पर्यटक स्थलों को प्रदेश सरकार व स्थानीय जनमानस को साथ लेकर संजोने की पहल की जाय तो मन्दिर समिति की आय में वृद्धि होगी। इससे स्थानीय पर्यटन व्यवसाय को बढ़ावा मिलेगा और ग्रामीण क्षेत्रों से होने वाले पलायन पर रोक लगेगी। कहा कि शिक्षा का केन्द्र विद्यापीठ में पेयजल समस्या बनी हुई है, जिससे वहां कि हर्बल वाटिका उत्पादन क्षमता के अनुरूप नहीं हो पा रहा है। इसलिए पेयजल समस्या के निराकरण की पहल की जायेगी।
उन्होंने कहा कि विद्यापीठ में आवासीय भवनों व छात्रावास का न होने से वहां तैनात अधिकारियों, कर्मचारियों व अध्यनरत नौनिहालो को इधर-उधर भटकना पड रहा है, इसलिए शीघ्र आवासीय भवनों व छात्रावास के निर्माण की कार्य योजना तैयार की जायेगी। उन्होंने कहा कि विद्यापीठ में बीएमएस की कक्षाएं संचालित करने पर प्रदेश सरकार से वार्ता चल रही है। उन्होंने कहा कि मंदिर समिति की आय में वृद्धि करने के लिए मदमहेश्वर, तुंगनाथ, कल्पनाथ, रूद्रनाथ तीर्थ धामों व उनके शीतकालीन गद्दी स्थलों का व्यापक प्रचार- प्रसार किया जायेगा।
उन्होंने कहा कि शीतकालीन गद्दी स्थलों में यदि प्रदेश सरकार की होम स्टे योजना को बढ़ावा मिलता है तो शीतकालीन यात्रा अपने आप परवान चढ़ जायेगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि केदारनाथ अधिष्ठान की आय कम है तथा व्यय अधिक है। इसमें समानत लाने के लिए शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा दिया जायेगा और हरेक अधिकारी, कर्मचारी को अपने कर्तव्यों के प्रति सजग होना पड़ेगा। श्री थपलियाल ने कहा कि भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर में पौराणिक धरोहर उषा-अनिरूद्ध के विवाह मण्डप का शीघ्र जीर्णोद्धार किया जायेगा। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष चण्डी प्रसाद भट्ट, नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा, डाॅ हरीश गौड़, भाजपा नगर मण्डल अध्यक्ष गजपाल रावत, गणेश पंवार मौजूद थे।